साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर एबी डिविलियर्स ने आईपीएल में लंबे समय तक खेला। उन्होंने इस लीग में साल 2008 से खेलना शुरू किया था और 2021 तक खेलते रहे। साल 2008 में वो दिल्ली डेयरडेविल्स (अब दिल्ली कैपिटल्स) के साथ जुड़े थे और 2010 तक इस टीम का हिस्सा रहे। साल 2011 में वो आरसीबी के साथ जुड़े और फिर 2021 तक इस टीम के लिए खेला। यानी तीन सीजन उन्होंने दिल्ली के लिए खेला और फिर 11 सीजन तक वो आरसीबी के लिए खेले।
एबी ने आपीएल में बनाए थे 5000 से ज्यादा रन
आईपीएल में कुछ बेहद सफल बल्लेबाजों में से एक एबी को लेकर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर व कमेंटेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि साउथ अफ्रीका का यह दिग्गज बल्लेबाज आईपीएल में गलत टीम के लिए खेले। एबी का आईपीएल करियर 13 साल का का रहा और इस दौरान उन्होंने 184 मैचों की 170 पारियों में 39.70 की औसत और 151.68 की स्ट्राइक रेट से 3 शतक और 40 अर्द्धशतक के साथ 5162 रन बनाए।
सूर्यकुमार ने एबी को छोड़ा पीछे
हाल ही में स्टार स्पोर्ट्स के एक शो में संजय मांजरेकर से पूछा गया कि क्या सूर्यकुमार यादव ने मिस्टर 360 के रूप में एबी डिविलियर्स को पीछे छोड़ दिया है। इसका जवाब देते हुए मांजरेकर ने टी20 क्रिकेट में सूर्यकुमार यादव के प्रभाव पर बात की और कहा कि उनके मैच विनिंग इम्पैक्ट को देखते हुए मैं कहूंगा कि हां। इसके बाद मांजरेकर ने कहा कि एबी अविश्वसनीय थे, लेकिन उनकी महानता ये थी कि उनका टेस्ट औसत भी 50 का है और यही नहीं वनडे में भी कुछ ऐसा ही है। इसकी वजह से वो एक अद्भुत खिलाड़ी हैं, लेकिन आप अगर सिर्फ टी20 की बात करें तो मैंने दोनों को काफी खेलते हुए देखा है।
एबी का नहीं किया गया सही इस्तेमाल, गलत टीम के लिए खेले
इसके अलावा मांजरेकर ने कहा कि एबी डिविलियर्स का आईपीएल में सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया और उन्हें थोड़ा ऊपर बल्लेबाजी करनी चाहिए थी। उन्होंने यह भी कहा कि वह टूर्नामेंट में गलत फ्रेंचाइजी के लिए खेले। मांजरेकर ने कहा कि एबी का आईपीएल में सही तरीके से इस्तेमाल नहीं किया गया। उनमें जितनी क्षमता है हमें आईपीएल में उससे उतना फायदा नहीं मिली। निश्चित तौर पर उन्हें ऊपर बल्लेबाजी करनी चाहिए थे और मैं इस बात के लिए माफी मांगते हुए कहता हूं कि उन्होंने गलत फ्रेंचाइजी के लिए खेला। अगर वह किसी और टीम के लिए खेलते तो हम एबी डिविलियर्स की महानता को देख सकते थे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और उनका सही इस्तेमाल नहीं किया गया।