‘गब्बर’ को अगर आप सबसे भयावह और खतरनाक मानते हैं, तो यह आपकी गलतफहमी है। रील लाइफ से इतर देश में कुछ ऐसे नाम भी हुए हैं, जिनके नाम से लोग थर-थर कांपते थे। उनके हुलिए से लेकर कारनामों तक की चर्चा अखबारों की सुर्खियां बनीं। ताबड़तोड़ डकैतियां डालीं और कुख्यात डाकू कहलाए। लूट, अपहरण और हत्या जैसी चीजें इनके लिए आम थीं। लेकिन आज हम उन आशिक मिजाज डकैतो के बारे में बता रहे हैं जिनकी एक नहीं बल्कि कई कई महबूबाएं रही हैं। कुछ ने तो प्रेमिकाओं से विवाह रचाया तो कुछ उनके पतन का कारण बन गईं।

बीहड़ के कई ऐसे बागी डकैत हुए हैं जिनका खौफ दूर-दूर के गांवों तक भी होता था। खून-खराबा और लूटपाट के माहिर इन डकैतों को पुलिस का से भी डर नहीं लगता था। लेकिन इन्हीं खूंखार डकैतों के बीच कुछ ऐसे डकैत भी थे जो अपने आशिक मिजाज के लिए जाने जाते थे। वे लूटपाट और खून-खराबा तो करते ही थे, दिल के मामले में भी बागी पीछे नहीं रहे। किसी ने गिरोह में आई लड़की से दिल लगा लिया तो किसी ने प्रेमिका को ही अपने गिरोह का सदस्य बना डाला।

फूलन देवी
फूलन देवी को बैंंडिट क्वीन के नाम से भी जाना जाता था। गैंगरेप के बाद वह डाकू बन गई थीं।

चम्बल के बीहड़ में आतंक का पर्याय बने निर्भय सिंह गुर्जर ने एक नहीं बल्कि तीन-तीन से प्यार किया। सीमा परिहार और मुन्नी पांडे ज्यादा दिन उसके साथ नहीं रही। मगर नीलम ने उसके बेटे श्याम से ही मुहब्बत कर ली और निर्भय की मौत का बड़ा कारण भी बनी।

निर्भय सिंह गुर्जर
निर्भय सिंह गुर्जर चंबल इलाके से नाता रखते हैं। एक 47 राइफल के दम पर वह घटनाओं को अंजाम देता था।

इसी तरह रामआसरे उर्फ फक्कड़ ने कुसमा नाइन से मुहब्बत की। अरबिन्द गुर्जर ने लवली को अपनाया तो रज्जन गुर्जर की प्रेमिका लवली पांडे बनी। चंदन यादव और रेणु यादव की प्रेम कहानी खूब चर्चाओं में रही। सलीम गुर्जर की तो एक नहीं सात प्रेमिकाएं थीं। उसे तो बीहड़ का अय्याश कहा जाता था।

अभी हाल में चित्रकूट में मारे गए डकैत घनश्याम केवट भी आशिकी के मामले में पीछे नहीं था। उसके एक नहीं कई महिलाओं से रिश्ते थे। जमोली गांव में हालांकि उसका ससुराल भी था लेकिन बताया जाता है कि यहां वह अपनी प्रेमिका से मिलने आया था और मारा गया।