सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने शुक्रवार यानी 3 मार्च को होली मिलन समारोह का आयोजन किया है। एसोसिएशन के प्रेसिडेंट और सीनियर एडवोकेट विकास सिंह ने शुक्रवार को कोर्ट रूम में जस्टिस वी. रामासुब्रह्मण्यन (V. Ramasubramanian) को आयोजन की जानकारी देते हुए बताया कि आज हमने होली मिलन आयोजित किया है, जिसमें एक मशहूर हास्य कवि भी आ रहे हैं।
एडवोकेट विकास सिंह (Advocate Vikas Singh) की इस बात पर जस्टिस वी. रामासुब्रह्मण्यन (V. Ramasubramanian) ने चुटकी लेते हुए कहा कि ‘जब आपके पास बेंच में बेहतरीन हास्य कवि हैं तो बाहर से बुलाने की क्या जरूरत पड़ गई? यह तो बहुत नाइंसाफी है। जस्टिस सुब्रमण्यन की इस बात पर सभी खिलखिला कर हंस पड़े।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन लगातार होली मिलन आयोजित करता रहा है। पिछली बार समारोह के मुख्य अतिथि तत्कालीन चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना थे। इसके अलावा कवि सम्मेलन में दिनेश रघुवंशी, महेंद्र अजनबी, अनिल अग्रयांशी जैसे कवि शामिल हुए। कोरोना काल में आयोजित इस समारोह में जस्टिस रमन्ना ने कहा था कि होली ऐसा पर्व है जिस पर सब अपने मनमुटाव को भुलाकर एक-दूसरे से मिलते हैं। इस कार्यक्रम में सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता भी शामिल हुए थे।
एक दिन पहले CJI से हुई थी बहस
आपको बता दें कि एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में एडवोकेट विकास सिंह और चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) के बीच तीखी बहस हो गई थी। जस्टिस चंद्रचूड़ काफी नाराज हो गए थे और एडवोकेट विकास सिंह को कोर्ट रूम से बाहर जाने तक को कह दिया था।
दरअसल, विकास सिंह बार मेंबर्स के चैंबर के लिए जमीन आवंटित करने वाली याचिका पर सुनवाई की मांग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि पिछले 6 बार से इस याचिका पर सुनवाई नहीं हो सकी। वकील लंबे समय से अपने चैंबर का इंतजार कर रहे हैं। जिसपर सीजेआई ने उन्हें खाली समय में आने को कहा। इस पर विकास सिंह ने सीजेआई से कहा कि उन्हें का मामला जजों के घर तक ले जाना पड़ेगा। जिस पर सीजेआई बिफर पड़े।
कपिल सिब्बल को मांगनी पड़ी थी माफी
चीफ जस्टिस ने एडवोकेट विकास सिंह (Advocate Vikas Singh) को फौरन कोर्ट रूप से निकल जाने को कहा और यह भी कहा कि आज तक बार के किसी मेंबर ने उनका इस तरीके से अपमान नहीं किया है और अपने करियर के आखिरी 2 सालों में भी ऐसा नहीं होने देंगे। बाद में बात बढ़ने पर सीनियर एडवोकेट कपिल सिब्बल ने बार की तरफ से सीजेआई चंद्रचूड़ से माफी मांगी।