बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र पर कांग्रेस और सीपीआई का दबदबा रहा है। अब तक हुए 17 लोकसभा चुनावों में से 10 जीतकर सीपीआई ने इस सीट पर सबसे सफल पार्टी का ताज हासिल किया है। हालांकि, हाल में टीएमसी यहां प्रमुख पार्टी के रूप में उभरी है जिसने इस सीट पर 2009 से लगातार तीन लोकसभा चुनाव जीते हैं।

2024 के लोकसभा चुनावों में टीएमसी ने आश्चर्यजनक कदम उठाते हुए अपनी मौजूदा सांसद नुसरत जहां को हटाकर 2009 के लोकसभा चुनाव विजेता हाजी नुरुल इस्लाम को एक बार फिर बशीरहाट लोकसभा सीट से अपने उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। हाजी को सीपीआई(एम) के निरापद सरदार और बीजेपी की रेखा पात्रा से कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।

इस चुनाव में पश्चिम बंगाल में टीएमसी को मात देने के लिए भाजपा भ्रष्टाचार, महिलाओं की सुरक्षा जैसे मुद्दे उठा रही है। बशीरहाट के सात विधानसभा क्षेत्रों में से एक संदेशखाली में इस साल की शुरुआत में महिलाओं पर अत्याचार और स्थानीय किसानों की जबरन जमीन हड़पने का विवाद सामने आया।

संदेशखाली विवाद की आंच

संदेशखाली में TMC नेता शेख शाहजहां और उसके दो साथियों शिबू हाजरा और उत्तम सरदार पर महिलाओं से गैंगरेप और लोगों की जमीन हड़पने का आरोप है। राशन घोटाले में ED ने 5 जनवरी को शाहजहां शेख के घर पर रेड की थी।

इस दौरान शाहजहां के 200 से ज्यादा सपोर्टर्स ने टीम पर अटैक कर दिया था और अफसरों को जान बचाकर भागना पड़ा था। इस मामले में 55 दिन फरार रहने के बाद बंगाल पुलिस ने उसे 29 फरवरी को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद कई वीडियो वायरल हुए थे जिसमें महिलाओं ने दावा किया था कि उन्हें फर्जी शिकायत दर्ज करने के पैसे दिये गए थे। ऐसे वीडियो भी सामने आए जिसमें दावा किया गया कि एक स्थानीय भाजपा नेता ने कथित तौर पर संदेशखाली में कई महिलाओं से ब्लैंक पेपर्स पर हस्ताक्षर कराए, जिन्हें बाद में टीएमसी नेताओं के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायतों के लिए इस्तेमाल किया गया।

सीएम ममता ने बताया बीजेपी की साजिश

इसके बाद, उत्तर 24 परगना की एक महिला भाजपा पदाधिकारी तृणमूल में शामिल हो गईं और दावा किया कि संदेशखाली मामला बंगाल भाजपा नेता सुवेंदु अधिकारी द्वारा एक साजिश थी।

हाल ही में तृणमूल उम्मीदवार हाजी शेख नुरुल इस्लाम के समर्थन में बशीरहाट में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि वह संदेशखाली में महिलाओं की दुर्दशा से दुखी हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा को क्षेत्र में महिलाओं की गरिमा के साथ खिलवाड़ नहीं करना चाहिए क्योंकि उसकी साजिश अब उजागर हो गई है।

कौन-कौन है बशीरहाट के चुनावी मैदान में?

दोनों ओर से आरोप-प्रत्यारोप के बीच भाजपा ने बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र से संदेशखाली पीड़िता रेखा पात्रा को अपने लोकसभा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। उनकी उम्मीदवारी की घोषणा के बाद रेखा को पीएम मोदी का फोन भी आया था, जहां उन्होंने अपने उत्पीड़कों के खिलाफ खड़े होने के लिए उनके साहस की सराहना की। रेखा ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान कहा, “वो नौ मिनट मेरे जीवन का सबसे अच्छा समय था। मोदी जी की बातों ने मुझे प्रेरित किया। मैंने कभी नहीं सोचा था कि वह मुझे चुनाव लड़ने का मौका देंगे। संदेशखाली की महिलाओं के लिए लड़ना हमेशा से मेरा लक्ष्य रहा है। यह ईश्वर का दिया अवसर है और मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगी।”

टीएमसी ने हाजी नुरुल इस्लाम को उतारा

दूसरी ओर टीएमसी ने हाजी नुरुल इस्लाम पर भरोसा जताया है जो हरोआ से दो बार विधायक रहे हैं। पार्टी की नजर मुस्लिम मतदाताओं पर है जो लोकसभा क्षेत्र की लगभग 54% आबादी है।

INDIA गठबंधन की ओर से सीपीआई (एम) ने संदेशखाली के पूर्व विधायक निरापद सरदार को लोकसभा उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतारा है। संदेशखाली में दंगा करने, आग लगाकर उपद्रव करने और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने जैसे आरोपों में गिरफ्तारी के बाद से सरदार एक चर्च‍ित नाम रहे हैं। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने उनकी गिरफ्तारी को अवैध माना और उन्हें सभी आरोपों से बरी कर दिया था।

बशीरहाट लोकसभा क्षेत्र

यह लोकसभा सीट अब तृणमूल का एक मजबूत गढ़ है, जिसके सभी सात विधानसभा क्षेत्रों – बदुरिया, हरोआ, मिनाखान, संदेशखाली, बशीरहाट दक्षिण, बशीरहाट उत्तर और हिंगलगंज में पार्टी के विधायक हैं। निरापद सरदार 2011 में क्षेत्र से आखिरी सीपीआई विधायक थे।

इस सबके बीच 2014 में आश्चर्यजनक रूप से भाजपा के शमिक भट्टाचार्य ने बशीरहाट दक्षिण विधानसभा का उपचुनाव जीता, हालांकि बाद में यह सीट तृणमूल के पास चली गई। फिलहाल भाजपा की उपस्थिति बशीरहाट दक्षिण, संदेशखाली और हिंगलगंज में है।

बशीरहाट में 2009 के चुनाव में सीपीआई का वोट शेयर 40.4% था जो 2019 में भारी गिरावट के साथ 4.8% हो गया। वहीं, तृणमूल का वोट शेयर 2009 में 46.2% से बढ़कर 2019 में 54.9% हो गया और बीजेपी का वोट शेयर 2009 में 6.6% से बढ़कर 2019 में 30.3% हो गया।

बशीरहाट लोकसभा चुनाव परिणाम

पार्टी प्रत्याशी वोट प्रतिशत
टीएमसी नुसरत जहां 54.56
बीजेपी सायंतन बसु 30.12
कांग्रेस काजी अब्दुर रहीम 7.27
सीपीआई पल्लब सेनगुप्ता 4.77