अमेरिका में नवंबर 2024 में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव से पहले जो बाइडन ने खुद को राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर कर लिया है। जिसके बाद अब डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार उपराष्ट्रपति कमला हैरिस हैं। हैरिस ने सोमवार को अपने चुनावी अभियान की शुरुआत रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर तीखे हमले के साथ की। उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व राष्ट्रपति संविधान खत्म करना चाहते हैं।
जिसके बाद मंगलवार को डेलवेयर में एक कार्यक्रम के दौरान कमला हैरिस ने कहा कि मैं ट्रंप को अच्छी तरह जानती हूं। अब हमारी लड़ाई भविष्य और आजादी की है। उन्होंने कहा कि यह हमारे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण चुनाव है और हमें किसी भी हालत में ट्रंप को रोकना है। अगर ट्रंप राष्ट्रपति बने तो संविधान को खत्म कर देंगे।
गौरतलब है कि भारत में भी लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान एनडीए और INDIA गठबंधन के दलों के बीच संविधान बचाने और संविधान खत्म करने का मुद्दा जमकर उछला था। तमाम विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि अगर भाजपा चुनाव जीती तो संविधान और आरक्षण खत्म कर देगी।
यह वह भविष्य नहीं जिसके लिए डोनाल्ड ट्रंप लड़ रहे- कमला हैरिस
प्रचार के दौरान कमला हैरिस ने कहा, ‘‘डोनाल्ड ट्रंप हमारे देश को उस दौर में ले जाना चाहते हैं, जब कई अमेरिकियों को पूर्ण स्वतंत्रता और अधिकार हासिल नहीं थे लेकिन हम एक उज्जवल भविष्य में यकीन करते हैं, जिसमें सभी अमेरिकियों के लिए जगह है।” उन्होंने आरोप लगाया कि यह वह भविष्य नहीं है जिसके लिए डोनाल्ड ट्रंप लड़ रहे हैं।
ट्रंप पर निशाना साधते हुए कमला ने आगे कहा, “हम ऐसे भविष्य में यकीन करते हैं जहां हर व्यक्ति के पास आजीविका जुटाने का और आगे बढ़ने का मौका हो। जहां किसी भी बच्चे को गरीबी में ना पलना-बढ़ना पड़े, जहां हर व्यक्ति घर खरीद सके, परिवार बढ़ा सके और धन अर्जित कर सके। हम ऐसा ही भविष्य चाहते हैं।’’
अमेरिका को मजबूत बनाने की बात
डेमोक्रेटिक उम्मीदवार ने कहा, ‘‘हम साथ मिलकर एक ऐसे राष्ट्र का निर्माण करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जहां हर व्यक्ति को किफायती स्वास्थ्य सुविधा मिले, जहां हर कर्मचारी को उचित वेतन मिले और जहां हर वरिष्ठ नागरिक सम्मान के साथ रिटायर हो सके। ये सब मेरे राष्ट्रपति कार्यकाल के अहम लक्ष्य होंगे क्योंकि हम जानते हैं कि हमारा मध्यम वर्ग मजबूत होगा तो अमेरिका मजबूत होगा।’’
डोनाल्ड ट्रंप से आगे निकलीं कमला हैरिस
हाल में जारी किए गए एक सर्वे में कमला हैरिस को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर दो प्रतिशत की बढ़त मिली है। बाइडेन के चुनाव की रेस से बाहर होने के बाद सोमवार और मंगलवार को किए गए रॉयटर्स/इप्सोस सर्वे से पता चलता है कि ट्रंप के 42% की तुलना में हैरिस को राष्ट्रीय स्तर पर 44% समर्थन प्राप्त है। वहीं, बाइडेन जब राष्ट्रपति पद की रेस में थे उस दौरान किए गए एक सर्वे में हैरिस और ट्रंप दोनों को 44% लोगों का समर्थन प्राप्त था।
कमला हैरिस को जॉर्ज क्लूनी का समर्थन
अभिनेता और डेमोक्रेटिक फंड रेजर जॉर्ज क्लूनी ने भी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी का समर्थन किया और दोबारा चुनाव न लड़ने का फैसला करने के लिए राष्ट्रपति बाइडेन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति बाइडेन ने दिखाया है कि सच्चा नेतृत्व क्या है। वह एक बार फिर लोकतंत्र को बचा रहे हैं। हम सभी उपराष्ट्रपति हैरिस की यात्रा में उनका समर्थन करने के लिए जो कुछ भी कर सकते हैं वह करने के लिए बहुत उत्साहित हैं।”
मैंने लोकतंत्र के लिए गोली खाई- ट्रंप
वहीं, दूसरी ओर जो बाइडेन के राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी छोड़ने के बाद ट्रंप ने सोशल मीडिया पोस्ट पर राष्ट्रपति की उम्र का मजाक उड़ाया और कहा कि उन्होंने और हैरिस ने लोकतंत्र के लिए खतरा पैदा किया है।
चुनाव प्रचार के दौरान अटैक से बचने के बाद अपनी पहली रैली में डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात को खारिज कर दिया कि वह लोकतंत्र के लिए खतरा हैं। उन्होंने भीड़ से कहा, “पिछले हफ्ते मैंने लोकतंत्र के लिए गोली खाई थी।”
भारत में आम चुनाव के दौरान उठा था संविधान बचाने का मुद्दा
वहीं, भारत में अगर लोकसभा चुनाव की बात की जाये तो विपक्षी दलों ने आरोप लगाया था कि सत्तारूढ़ भाजपा आरक्षण और संविधान खत्म करना चाहती है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रचार अभियान के दौरान कई बार कहा था कि कहा कि भारतीय जनता पार्टी को देश के संविधान और आरक्षण को खत्म करने का सपना देखना छोड़ देना चाहिए क्योंकि उनकी पार्टी और देश के करोड़ों लोग ऐसा नहीं होने देंगे।
आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी के सभी बड़े नेताओं ने भी कहा था कि अगर भाजपा जीती तो 2024 के बाद देश के अंदर चुनाव खत्म हो जाएगा, संविधान खत्म हो जाएगा, आरक्षण खत्म हो जाएगा।