बॉलीवुड के किंग खान (शाहरुख खान) संबंधों के धनी माने जाते हैं। सिनेमा से लेकर सियासत और पत्रकारिता जगत में उनके अच्छे ताल्लुक हैं। टीवी पत्रकार रजत शर्मा भी शाहरुख खान के करीबियों में शुमार हैं। शाहरुख खान को रजत शर्मा पर इतना भरोसा है कि उन्होंने अपने बच्चों को पत्रकार का नंबर दे रखा है और ताकीद दी है कि अगर किसी मुसीबत में फंस जाएं तो उन्हें ही फोन करें।
पेंगुइन पब्लिकेशन से प्रकाशित अपनी आत्मकथा ‘बैड मैन’ में बॉलीवुड अभिनेता गुलशन ग्रोवर ने शाहरुख और रजत शर्मा की दोस्ती का जिक्र किया है। गुलशन ग्रोवर लिखते हैं कि वह और रजत शर्मा दिल्ली विश्वविद्यालय में बैचमेट रहे हैं। कॉलेज के दिनों से ही उनकी जिगरी दोस्ती रही है, जो अब तक बरकरार है।
बैचमेट हैं गुलशन ग्रोवर और रजत शर्मा
बकौल गुलशन ग्रोवर, उन दिनों रजत सादा कुर्ता-पायजामा या पैंट पहना करते थे। रजत का दिमाग बहुत तेज था और डिबेट में सबको पछाड़ देते थे। गुलशन लिखते हैं कि मुझे कई बार रजत शर्मा के चर्चित शो ‘आप की अदालत’ में जाने का मौका मिला। बैचमेट होने के बावजूद उन्होंने मुझपर कोई रहम नहीं दिखाई और अपने कठिन सवालों के शिकंजे में फंसा ही लिया।
गुलशन ग्रोवर लिखते हैं कि कॉलेज छूटे हुए इतने साल बीत गए हैं इसके बावजूद रजत ऐसे अभिन्न मित्र हैं कि हर मुसीबत में साथ खड़े रहे रहते हैं और काम आते हैं।
शाहरुख को किस बात पर छेड़ते हैं ग्रोवर?
गुलशन बताते हैं कि मैं किसी परिस्थिति में फंसा होऊं, बस ऋतु भाभी और रजत को एक फोन लागने की देर होती है। वह यारों के यार हैं। इसी किस्से का जिक्र करते हुए गुलशन आगे लिखते हैं कि एक बार शाहरुख खान ने मुझसे बातों ही बातों में बताया था कि उन्होंने अपने बच्चों से कह रखा है कि कभी कोई मुसीबत आ जाए तो उन्हें रजत अंकल को फोन करना है। वह जरूर उनकी मदद करेंगे।
अभिनेता गुलशन ग्रोवर लिखते हैं कि शाहरुख खान की तरह ही मैंने भी अपने बेटे संजय को ठीक यही बात कही है। मेरी शाहरुख से अक्सर दोस्ताना नोकझोंक होती है कि हमेशा काम आने वाले और यारों के यार रजत शर्मा के बारे में अपने बच्चों को यह बात पहले किसने बताई थी।
अरुण जेटली थे कॉलेज के सबसे हैंडसम स्टूडेंट
रजत शर्मा के अलावा भाजपा के दिवंगत नेता अरुण जेटली भी गुलशन ग्रोवर के बैचमेट थे। जेटली भी ग्रोवर के जिगरी दोस्त थे। बकौल ग्रोवर, कॉलेज के दिनों में जब जेटली फर्राटेदार अंग्रेजी बोलते थे तो हमें बहुत गर्व होता था। वह अक्सर ट्रेंडी टी-शर्ट में कॉलेज आते थे। और कॉलेज के सबसे हैंडसम छात्रों में से एक थे।
कौन था जेटली का डिबेट पार्टनर?
ग्रोवर लिखते हैं कि कॉलेज के दिनों में उनका एक और बैचमेट राकेश माथुर अरुण जेटली का डिबेट पार्टनर हुआ करता था। दोनों तमाम प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया करते थे और अपने कॉलेज के लिए कई ट्रॉफियां जीती थीं। माथुर अब एक बहुत बड़ी होटल चेन के प्रेसिडेंट हैं।