हाल ही में लोकसभा में राहुल गांधी की जाति को लेकर बहस शुरू हुई थी जब बीजेपी सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा था कि जिन्हें अपनी जाति के बारे में नहीं पता वो जाति जनगणना की बात कर रहे हैं। अनुराग के इस बयान पर सदन में काफी हंगामा हुआ था। इस मुद्दे पर न्यूज चैनल टाइम्स नाऊ नवभारत पर एक टीवी डिबेट के दौरान एंकर नाविका कुमार और राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला के बीच बहस छिड़ गयी।
टाइम्स नाऊ नवभारत के कार्यक्रम सवाल पब्लिक का में राजनीतिक विश्लेषक तहसीन पूनावाला ने राहुल गांधी की जाति के सवाल के मुद्दे पर कहा, “जिस तरह से राहुल गांधी जी का अपमान किया गया जो भी व्यक्ति 80 फीसदी भारतीयों की बात करेगा, उन्हें इंसाफ देने की बात करेगा उसकी आवाज दबाई जाएगी। जो आपने भाजपा की प्रेस कॉन्फ्रेंस दिखाई क्या वो किसी पॉलिटिकल पार्टी की प्रेस कॉन्फ्रेंस है? क्यों राहुल गांधी का मज़ाक उड़ाया जा रहा है?
तहसीन ने आगे कहा, “यह वही मानसिकता है जो अखिलेश यादव के साथ की गयी थी कि अगर वो मंदिर में जाएंगे तो उसे साफ किया जाएगा, जब वो सीएम आवास से जाएँगे तो उसका शुद्धिकरण किया जाएगा। इस मानसिकता के खिलाफ अखिलेश यादव, राहुल गांधी और पूरा इंडिया अलायंस लड़ रहा है।”
जब राहुल गांधी पूछ रहे थे पत्रकारों से उनकी जाति
उन्होंने कहा, “मेरा सिर्फ दो ही सवाल है कास्ट सेंसेस 2011 आपके पास पड़ा हुआ है वो आप कब रिलीज करेंगे वो आपका वादा था। दूसरा जामिया और जेएनयू में आरक्षण निकल गए थे पर मामला सुप्रीम कोर्ट में हैं, मोदी जी ने कहा था मैं उसे रीस्टोर कराऊंगा, कब करा रहे रीस्टोर उसे अगर आप एससी-एसटी के पक्ष में हैं?”

इस पर एंकर नाविका कुमार ने कहा, “मैं पूछना चाहती हूं कि जब राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा में पत्रकारों से उनकी जाति पूछ रहे थे, कह रहे थे कि तुम्हारा नाम क्या है, तुम किस जाति के हो? तुम्हारा मालिक कौन है? वो ओबीसी है क्या? तो वो ये हक दिला रहे थे? या इज्जत बक्श रहे थे? क्या कर रहे थे पहले आप मुझे यह बताइये।”
‘आपकी जुर्रत कैसे हो गयी कि आपने राहुल गांधी जी से उनकी जाति पूछ ली’
इसका जवाब देते हुए तहसीन ने कहा, “मैं अपनी ज़िम्मेदारी पर कहता हूं, गूगल और चैटजीपीटी निकालिए और देखिये कि पिछले 15 साल में इस देश में कितने एससी-एसटी समुदाय के चीफ जस्टिस हैं, सुप्रीम कोर्ट में कितने चीफ जस्टिस इस समुदाय से हैं? क्या सुप्रीम कोर्ट और हाई कोर्ट में इनकी संख्या समान हैं, यूपी में कितने डीएम एससी-एसटी समुदाय से हैं?”
जिस पर नाविका ने कहा, “15 साल क्यों देखें, 75 साल का क्यों न पूछें? और आप सबसे पूछ रहे हैं, आप जज से पूछ रहे हैं, पत्रकारों से पूछ रहे हैं पर आपसे कोई न पूछे। आप पता नहीं किस श्रेणी में हैं कि आपसे कोई पूछ ही नहीं सकता। अरे आपकी जुर्रत कैसे हो गयी कि आपने राहुल गांधी जी से उनकी जाति पूछ ली?”

नाविका के तहसीन से तीखे सवाल
एंकर ने आगे कहा, “मुझे बता दीजिये ये कौन सा थर्मामीटर है कि राहुल गांधी पूछें तो वह सामाजिक न्याय की बात कर रहे हैं और कोई पूछे तो वह सामाजिक न्याय के खिलाफ किसी की अवमानना कर रहा है। ये थर्मामीटर कौन सा है जिससे यह पता चलता है?”
जिसके जवाब में भाजपा प्रवक्ता ने कहा, “भाई राहुल गांधी को कैसे पता चलेगा कि कौन सी जाति के हैं, भाई जातियाँ तो हिंदुओं में होती है। ईससी, मुस्लिम, फारसी में तो जातियाँ होती नहीं, जब राहुल गांधी हिंदू हैं ही नहीं तो उन्हें कैसे पता होगा कि वो किस जाति के हैं।
राहुल गांधी की जाति पर बवाल
बीजेपी सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने मंगलवार (30 जुलाई) को लोकसभा में दिए भाषण के दौरान कांग्रेस नेता और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की जाति पूछ ली। उन्होंने जातिगत जनगणना के मुद्दे पर राहुल का नाम लिए बिना सवाल किया। इसे लेकर सदन में काफी ज्यादा हंगामा मच गया। नेता प्रतिपक्ष राहुल ने अनुराग के जाति पूछने को अपना अपमान बताया और कहा कि यह उन्हें जातिगत जनगणना की अपनी मांग पर अड़े रहने से नहीं डिगा पाएगा।

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी इस पर आपत्ति जताते हुए कहा था कि आप जाति कैसे पूछ सकते हैं। इसके अलावा पूरा विपक्ष अनुराग ठाकुर से माफी मांगने की मांग कर रहा है।
राहुल की जाति ‘शहादत’
इस पूरे विवाद के बीच कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, “जब उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी जाति नहीं जानते हैं तो उनका क्या मतलब है? वह संसद में अपनी सदस्यता खो देंगे और उनकी वजह से बीजेपी को गंभीर नुकसान होगा। उन्हें गांधी परिवार और कांग्रेस से समस्या है। अगर वे राहुल गांधी की जाति जानना चाहते हैं तो वह ‘शहादत’ है।”
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने इस मुद्दे पर कहा, “पहले राहुल गांधी पत्रकारों से उनकी जाति पूछते थे। अब जब लोग उनसे उनकी जाति के बारे में पूछते हैं, तो उन्हें इससे परेशानी होती है।”