पंजाब में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (AAP) को घरेलू नेताओं की कमी का सामना करना पड़ रहा है। इस साल होने वाले चार विधानसभा उप-चुनावों के लिए अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित करने के लिए संघर्ष कर रही आप को राज्य में दलबदलुओं पर निर्भर होना पड़ रहा है। उपचुनावों के लिए उम्मीदवारों को चुनने में जुटी AAP ने पार्टी से बाहर देखना शुरू कर दिया है।
जून में चार मौजूदा विधायकों के लोकसभा चुनाव जीतने के कारण सीट खाली करने से विधानसभा उपचुनाव दिसंबर के अंत से पहले होने की उम्मीद है क्योंकि कोई निर्वाचन क्षेत्र छह महीने से अधिक समय तक खाली नहीं रह सकता है। इस बीच बुधवार को गिद्दड़बाहा में शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों AAP में शामिल हो गए। ढिल्लों गिद्दड़बाहा से टिकट मांग रहे हैं, हालांकि आप के 2022 विधानसभा चुनाव के उम्मीदवार प्रीतपाल शर्मा भी इस सीट के दावेदार हैं।
हालांकि, आप के वरिष्ठ प्रवक्ता नील गर्ग ने इस बात से इनकार किया कि पार्टी नेताओं की कमी से जूझ रही है। उन्होंने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान कहा, “हमारे पास नेताओं की कोई कमी नहीं है। अकालियों के पास कमी है। हर कोई हमारी पार्टी से जुड़ना चाहता है। यही कारण है कि अन्य दलों के नेता हमारे लिए कतार में लगे हैं।”
जिनकी की आलोचना आज उन्हें भी पार्टी में शामिल कर रही आप
गर्ग ने उन पार्टियों के नेताओं को शामिल करने की आप की कोशिश का भी बचाव किया जिनकी अतीत में उसने बार-बार आलोचना की है। उन्होंने कहा, “अगर किसी लड़की की शादी किसी परिवार में हो जाती है तो वह उस परिवार का हिस्सा बन जाती है तो क्या ये नेता अब हमारे परिवार का हिस्सा नहीं हैं?”

पंजाब में चार सीटों पर होना है उपचुनाव
जिन चार सीटों पर उपचुनाव होना है, उनमें गिद्दड़बाहा भी शामिल है, जहां पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह राजा वारिंग लुधियाना लोकसभा सीट जीतने से पहले विधायक थे। बाकी तीन सीटों में से एक पर कांग्रेस और दो पर आप का कब्जा था। जबकि कांग्रेस के सुखजिंदर सिंह रंधावा ने डेरा बाबा नानक सीट खाली कर दी, आप के मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और पार्टी के एक अन्य नेता राज कुमार चब्बेवाल ने क्रमशः बरनाला और चब्बेवाल सीटें खाली कर दीं।
पंजाब विधानसभा चुनावों में पार्टियों का वोट शेयर

अपने भाई के लिए AAP के टिकट की तलाश में राज कुमार चब्बेवाल
चब्बेवाल में राज कुमार चब्बेवाल अपने भाई के लिए आप के टिकट की तलाश में हैं। हालाँकि, पार्टी की वंशवाद विरोधी नीति उनके रास्ते में आ सकती है। वह खुद इस साल मार्च में कांग्रेस से आप में शामिल हुए थे। बरनाला में कांग्रेस के एक अन्य पूर्व विधायक दलवीर सिंह गोल्डी जो लोकसभा चुनाव से पहले आप में शामिल हुए थे, एक मजबूत दावेदार हैं। डेरा बाबा नानक सीट पर जगरूप सिंह सेखवान जो 2021 में AAP में शामिल हुए और 2022 में कादियान विधानसभा सीट से हारे, रेस में सबसे आगे हैं।
जुलाई में जालंधर पश्चिम विधानसभा सीट के उपचुनाव में आप ने पूर्व भाजपा नेता मोहिंदर भगत पर दांव लगाया था, जिन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में जालंधर लोकसभा चुनाव हारने के ठीक एक महीने बाद जीत हासिल की थी।
2022 के विधानसभा चुनावों में आप ने जीती थीं 92 सीटें
2022 के विधानसभा चुनावों में 117 सीटों में से 92 सीटें जीतने वाली AAP ने लोकसभा चुनावों में पांच राज्य कैबिनेट मंत्रियों और तीन मौजूदा विधायकों को मैदान में उतारा था। हेयर एकमात्र मंत्री थे जिन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार को 1.73 लाख वोटों के अंतर से हराकर जीत हासिल की।
चब्बेवाल लोकसभा चुनाव में जीतने वाले एकमात्र अन्य मौजूदा आप विधायक थे। उनके अलावा, AAP ने तब कम से कम दो अन्य दलबदलुओं को मैदान में उतारा था – कांग्रेस से गुरप्रीत सिंह जीपी और शिअद से पवन कुमार टीनू, हालांकि दोनों चुनाव हार गए थे।
पंजाब विधानसभा चुनावों में पार्टियों का सीट शेयर

SAD नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों आप में शामिल
गिद्दड़बाहा से शिरोमणि अकाली दल (SAD) के पूर्व नेता हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों बुधवार को मुक्तसर में एक समारोह में मुख्यमंत्री भगवंत मान की उपस्थिति में आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के पूर्व सहयोगी ढिल्लों ने रविवार को पार्टी छोड़ दी और कहा कि वह आप में शामिल होने के लिए तैयार हैं।
सोमवार को अपने समर्थकों के साथ एक बैठक के बाद ढिल्लों ने कहा कि उनके समर्थक पंजाब के विकास के लिए संघर्षरत निर्वाचन क्षेत्र के व्यापक हित में सत्तारूढ़ दल में शामिल होने के फैसले पर एकमत थे।
ढिल्लों ने उपचुनाव लड़ने की जताई इच्छा
इस दौरान ढिल्लों ने कहा, ““मैं निश्चित रूप से उपचुनाव लड़ने का इच्छुक हूं। यही कारण है कि मैं आम आदमी पार्टी में शामिल होने पर विचार कर रहा हूं। मेरे पास निर्वाचन क्षेत्र के लिए मांगें हैं और अगर मुझे गिद्दड़बाहा के लिए विकास निधि का आश्वासन दिया जाता है तो मैं उसके अनुसार निर्णय लूंगा।”
हरदीप सिंह ने आप में शामिल होने की घोषणा उस दिन की जब सुखबीर ने सार्वजनिक रूप से उनसे पार्टी में फिर से शामिल होने की अपील की। सुखबीर ने कहा कि गिद्दड़बाहा पर कोई भी फैसला लेने से पहले वह ढिल्लों से जवाब पाने के लिए 10 दिन तक इंतजार करेंगे।