जाने-माने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए जो अनुमान लगाया था, वह पूरी तरह गलत साबित हुआ। प्रशांत किशोर ने भविष्यवाणी की थी कि बीजेपी इस बार 2019 में मिली 303 सीटों के आसपास रहेगी या इससे ज्यादा सीटें भी हासिल कर सकती है। लेकिन चुनाव नतीजे आने के बाद उनकी भविष्यवाणी गलत साबित हुई और बीजेपी 240 सीटें ही ला सकी।
बीजेपी ने चुनाव में अकेले दम पर 370 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था लेकिन अब वह एनडीए के सहयोगी दलों के भरोसे ही केंद्र में सरकार चलाने को मजबूर है। एनडीए को इस चुनाव में 293 सीटें मिली हैं जबकि इंडिया गठबंधन को मिली सीटों का आंकड़ा 233 है।
जब प्रशांत किशोर की भविष्यवाणी गलत साबित हुई तो उन्होंने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में कहा कि नंबर्स को छोड़ दें तो उनकी ज्यादातर बातें सही ही साबित हुई हैं। प्रशांत किशोर ने कहा कि वह पहले आंकड़ों में नहीं जाते थे। 2 साल में दो बार ऐसा हुआ जब उन्होंने अनुमान में आंकड़े दे दिए। पहली बार पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दौरान और इस बार 2024 के लोकसभा चुनाव में

पश्चिम बंगाल को लेकर गलत निकला अनुमान
प्रशांत किशोर ने कहा कि पश्चिम बंगाल में लोकसभा चुनाव नतीजे के बारे में उनका अनुमान गलत कैसे हो गया, इस बारे में वह कुछ नहीं कह सकते। उन्होंने कहा कि डेटा पूरी तरह इस बात के पक्ष में था कि पश्चिम बंगाल में भाजपा नंबर एक पार्टी बनेगी। लेकिन, जो नतीजे आए उससे यही लगता है कि भाजपा ने पश्चिम बंगाल में चुनाव का प्रबंधन सही तरह नहीं किया।
प्रशांत ने पवन सिंह का उदाहरण दिया और कहा कि पवन सिंह ने भाजपा का टिकट ठुकरा दिया। भाजपा जैसी पार्टी में ऐसा होना अचंभा है। लेकिन, जब ठुकरा दिया तो करीब एक महीने तक बीजेपी ने वहां उम्मीदवार ही घोषित नहीं किया। यह गलत प्रबंधन नहीं तो और क्या है!
इस इंटरव्यू में प्रशांत किशोर उस तरह आक्रामक नहीं दिखे जैसा चुनाव से पहले दिए गए इंटरव्यू में (खास कर करण थापर के साथ) दिखे थे।
प्रशांत किशोर जिस तरह सवालों के जवाब दे रहे थे, उस पर इंटरव्यू ले रहे राहुल कंवल ने टिप्पणी भी की कि पहले प्रशांत किशोर ने घुमा कर बल्लेबाजी की, अब बच कर खेल रहे हैं।

…कोई भी गलत हो सकता है
अखिल भारतीय स्तर पर चुनाव नतीजों के बारे में प्रशांत किशोर ने कहा कि बीजेपी को लगभग 2019 के बराबर ही वोट मिले हैं। जब नंबर को लेकर पूछा गया तो किशोर बोले- कोई भी गलत हो सकता है। जिन्होंने कहा था कि बीजेपी को 180 सीटें आएंगी, वे भी गलत साबित हुए।
प्रशांत किशोर बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, तृणमूल कांग्रेस सहित कई राजनीतिक दलों के लिए चुनावी रणनीति बना चुके हैं। 2014 में जब नरेंद्र मोदी बीजेपी की ओर से प्रधानमंत्री का चेहरा बने थे तो प्रशांत किशोर की राय पर ही बीजेपी ने चाय पर चर्चा नाम से कार्यक्रम आयोजित कराया था।
प्रशांत किशोर की एक और गलतबयानी!
प्रशांत किशोर अपने एक और हालिया इंटरव्यू के लिए सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने पर हैं। इस इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि अल्पसंख्यकों का वोट कांग्रेस का पुख्ता और एकमुश्त वोट बैंक है, जो करीब 20 प्रतिशत है। इसके अलावा कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में दो-तीन प्रतिशत ही अतिरिक्त वोट मिले हैं।
उनके इस बयान पर पूर्व कांग्रेसी संजय झा ने एक्स पर एक लंबा पोस्ट लिख कर उन्हें जवाब दिया। उन्होंने प्रशांत किशोर पर गलतबयानी करने का आरोप लगाया।

प्रशांत किशोर ने एक जून को एग्जिट पोल के नतीजे आने के बाद एक्स पर की गई पोस्ट में कहा था- अगली बार चुनाव और राजनीति की बात हो तो अपना क़ीमती वक़्त ख़ाली बैठे फ़र्ज़ी पत्रकार, बड़बोले नेताओं और Social Media के स्वयंभू विशेषज्ञों की फ़िज़ूल की बातों और विश्लेषण पर बर्बाद मत करिए।
एग्जिट पोल में बीजेपी और एनडीए के लिए शानदार नतीजों का अनुमान था, जो पूरी तरह गलत साबित हुए।
किस एग्जिट पोल ने किसे दी थी कितनी सीटें
चैनल/एजेंसी | एनडीए | इंडिया | अन्य |
इंडिया टुडे-एक्सिस-माई इंडिया | 361-401 | 131-166 | 8-20 |
एबीपी न्यूज-सी वोटर | 353-383 | 152-182 | 4-12 |
इंडिया टीवी-सीएनएक्स | 371-401 | 109-139 | 28-38 |
रिपब्लिक भारत-मैट्रीज | 353-368 | 118-133 | 43-48 |
न्यूज 24-टुडेज चाणक्या | 400 | 107 | 36 |
जन की बात | 362-392 | 141-161 | 10-20 |
न्यूज नेशन | 342-378 | 153-169 | 21-23 |
रिपब्लिक टीवी-पी मार्क | 359 | 154 | 30 |
इंडिया न्यूज-डी डायनामिक्स | 371 | 125 | 47 |
दैनिक भास्कर (अपने पत्रकारों का अनुमान) | 281-350 | 145-201 | 33-49 |
टाइम्स नाऊ-ईटीजी | 358 | 152 | 33 |
टीवी9 भारतवर्ष-पोलस्ट्रैट | 342 | 166 | 35 |
इंडिया डेली लाइव | 360-406 | 96-116 | 30-60 |
चुनाव परिणाम 2024 में किसे मिली कितनी सीटें
पार्टी | सीटें |
बीजेपी | 240 |
कांग्रेस | 99 |
सपा | 37 |
टीएमसी | 29 |
जेडीयू | 12 |
टीडीपी | 16 |
डीएमके | 22 |
प्रशांत किशोर इन दिनों बिहार में जन सुराज नाम से राजनीतिक अभियान चला रहे हैं और पार्टी बना कर विधानसभा चुनाव में उतरने वाले हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के नतीजे जिस तरह के आए हैं, उनसे विधानसभा चुनाव में उन्हें अपने लिए काफी संभावनाएं दिखाई दे रही हैं।