पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती फाइनल से पहले अयोग्य घोषित होने के बाद पहलवान विनेश फोगाट ने गुरुवार को संन्यास की घोषणा की। ओलंपिक कुश्ती फाइनल के लिए क्वालिफाई करने वाली पहली भारतीय महिला बनने के बाद विनेश का बुधवार की सुबह 100 ग्राम वजन ज्यादा पाया गया। जिसके कारण उन्हें 50 किग्रा वर्ग की स्पर्धा से अयोग्य घोषित कर दिया गया। इसके बाद विनेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर संन्यास का ऐलान किया।
विनेश के ओलंपिक से बाहर होने और संन्यास का ऐलान करने के बाद से भारत में इसे लेकर राजनीति शुरू हो गयी है। कई नेताओं और राजनीतिक दलों ने इसके पीछे साजिश होने की आशंका जताई है। गुरुवार को संसद में भी इसे लेकर हंगामा हुआ।
वहीं, विनेश के गृह राज्य हरियाणा में राजनीतिक दल उनके समर्थन में सामने आए हैं। गुरुवार को हरियाणा के मुख्यमंत्री भाजपा नेता नायब सिंह सैनी ने घोषणा की कि विनेश को कांस्य पदक विजेता के बराबर सम्मानित किया जाएगा और उनकी वापसी पर उनका भव्य स्वागत किया जाएगा।
विनेश को कांस्य पदक विजेता के बराबर सम्मानित करेगी हरियाणा सरकार
सैनी ने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, “हरियाणा की साहसी बेटी विनेश फोगाट ने ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक पहुंची। वह भले ही फाइनल मैच नहीं लड़ पाईं लेकिन वह हम सभी के लिए चैंपियन हैं। हमारी सरकार ने यह निर्णय लिया है कि हम उनका उसी तरह सम्मान और स्वागत करेंगे, जैसे किसी पदक विजेता का करते हैं। हरियाणा सरकार उन्हें कांस्य पदक विजेता के बराबर सम्मान देगी। सरकार कांस्य पदक विजेता को जो भी पुरस्कार और सुविधाएं देगी, वह विनेश फोगाट को कृतज्ञतापूर्वक दी जाएगी। हमें तुम पर गर्व है विनेश।”
हरियाणा में जल्द होंगे विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि हरियाणा में अगले कुछ ही महीनों में विधानसभा चुनाव होंगे। सरकार की खेल नीति के अनुसार, ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेताओं को 6 करोड़ रुपये, रजत पदक विजेताओं को 4 करोड़ रुपये और कांस्य पदक विजेताओं को 2.5 करोड़ रुपये दिए जाते हैं।
कांग्रेस ने की विनेश को राज्यसभा भेजने की मांग
विपक्ष के नेता और पूर्व सीएम भूपिंदर सिंह हुड्डा ने कहा कि सरकार को विनेश को स्वर्ण पदक विजेता के बराबर सम्मान देना चाहिए और उसी के अनुसार पुरस्कार देना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि अगर उनके पास विधानसभा में पर्याप्त संख्या होती तो उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में विनेश फोगाट का राज्यसभा के लिए चुनाव सुनिश्चित किया होता।
कांग्रेस नेता दीपेंद्र हुड्डा द्वारा लोकसभा के लिए चुने जाने के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट के लिए मतदान 3 सितंबर को होगा। वर्तमान में, विधानसभा की ताकत 90 से घटकर 87 हो गई है। जिसमें बीजेपी के 41 विधायक हैं, कांग्रेस के 29, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के 10, पांच निर्दलीय और इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) और हरियाणा लोकहित पार्टी (एचएलपी) के एक-एक विधायक हैं।
विनेश फोगाट के घर पहुंचे भगवंत मान
इस बीच, पंजाब के सीएम भगवंत मान जो आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में हरियाणा में आम आदमी पार्टी के अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं विनेश फोगाट के घर पहुंचे। वह विनेश के ओलंपिक से डिसक्वालिफ़ाई होने के तुरंत बाद वह बुधवार को चरखी दादरी में फोगाट के गांव का दौरा करने वाले पहले नेता थे। मान ने विनेश की अयोग्यता के पीछे एक साजिश का आरोप लगाते हुए भाजपा पर निशाना साधा और सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हस्तक्षेप की मांग की।
दरअसल, भाजपा के पूर्व कुश्ती महासंघ प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ महिला पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान विनेश फोगाट एक प्रमुख चेहरा थीं। ऐसे में कांग्रेस के लिए यह उन मुद्दों में से एक है जिसे वह सत्तारूढ़ दल के खिलाफ विधानसभा चुनाव में इस्तेमाल करना चाह रही है। पिछले साल पहलवानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी, दीपेंद्र हुड्डा और रणदीप सिंह सुरजेवाला सार्वजनिक रूप से उनके साथ खड़े थे।
दो साल पहले पूर्व खेल मंत्री और भारतीय हॉकी टीम के पूर्व कप्तान बीजेपी नेता संदीप सिंह पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने वाली पूर्व महिला कोच मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। पूर्व कोच को पिछले साल तब निलंबित कर दिया गया था जब उन्होंने चंडीगढ़ में तत्कालीन सीएम मनोहर लाल खट्टर को अपने भाषण में उनके खिलाफ अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर विरोध जताया था। बुधवार को पूर्व कोच ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि अगर बीजेपी संदीप सिंह को मैदान में उतारती है तो वह पिहोवा से चुनाव लड़ेगी।
2019 में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में संदीप सिंह के अलावा अंतरराष्ट्रीय पहलवान योगेश्वर दत्त और बबीता फोगाट को मैदान में उतारा था। योगेश्वर अक्टूबर 2019 में बड़ौदा विधानसभा सीट से चुनाव हार गए और फिर नवंबर 2020 में निर्वाचन क्षेत्र में उपचुनाव हार गए। बबीता फोगाट चरखी दादरी से भाजपा के बागी सोमबीर से हार गईं थीं, जिन्होंने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था।
हरियाणा विधानसभा चुनाव
हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों के लिए अक्टूबर-नवंबर 2024 में चुनाव होने हैं। बीजेपी, आप और कांग्रेस के अलावा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बसपा का गठबंधन भी राज्य की सभी 90 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए मैदान में उतर चुका है। साढ़े चार साल तक बीजेपी के साथ मिलकर हरियाणा में सरकार चलाने वाली जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) भी अकेले दम पर ही चुनाव मैदान में उतर रही है। पूर्व सांसद राजकुमार सैनी की लोकतंत्र सुरक्षा पार्टी भी चुनाव लड़ने के लिए तैयार है।
हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 के परिणाम
पिछले विधानसभा चुनाव में हरियाणा की 90 में से 40 सीटों पर बीजेपी और 31 सीटों पर कांग्रेस को जीत मिली थी।
पार्टी | वोट प्रतिशत (%) |
बीजेपी | 36.49 |
कांग्रेस | 28.08 |
आईएनएलडी | 9.71 |
निर्दलीय | 2.44 |
विनेश फोगाट के बाहर होने पर राजनीतिक बयानबाजी
पेरिस ओलंपिक से विनेश फोगाट के बाहर होने पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पूरे प्रकरण की जांच की मांग की। वहीं, आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने इसमें साजिश की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि विनेश इतिहास रचने जा रही थी यह कुछ लोगों को पसंद नहीं था। संजय सिंह ने सरकार से हस्तक्षेप की मांग की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विनेश फोगाट को हौसला देते हुए कहा कि वह भारत का गौरव हैं और उन्हें मजबूती से वापसी करनी है।
वहीं, विनेश के चाचा महावीर फोगाट ने उनके रिटायरमेंट पर कहा है कि वह विनेश को रिटायरमेंट वापस लेने के लिए मनाएंगे। इंडियन एक्सप्रेस को मिली जानकारी के मुताबिक, विनेश फोगाट और भारतीय दल ने खेल पंचाट न्यायालय में भी अपील दायर की है। इसमें विनेश को सिल्वर मेडल दिए जाने की मांग की गई है।