लोकसभा चुनाव 2024 के छठें चरण में दिल्ली की सभी 7 सीटों पर मतदान होगा। भाजपा की ओर से इस सीट पर दिवंगत नेता सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज चुनाव मैदान में हैं। बांसुरी ने आज अपना नामांकन दाखिल किया। वहीं, आम आदमी पार्टी ने उनके खिलाफ सोमनाथ भारती को उतारा है। अपने चुनाव अभियान के दौरान बांसुरी स्वराज मां के नाम पर सुबह से शाम तक वोट मांग रहीं हैं। आइये समां हुसैन की ग्राउंड रिपोर्ट में जानते हैं इस क्षेत्र के मुद्दे क्या हैं और जनता अपने प्रतिनिधि से क्या चाहती है?

40 वर्षीय बांसुरी स्वराज नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से भाजपा के उम्मीदवार के रूप में अपनी पहली चुनावी लड़ाई के लिए प्रचार कर रही हैं। वह हर भाषण में अपनी दिवंगत मां का जिक्र जरूर करती हैं। वह कहती हैं, “मैं सुषमा स्वराज के संस्कारों का प्रतीक हूं, मैं आपको कभी निराश नहीं करूंगी।”

नई द‍िल्‍ली में क‍ितने वोटर्स

मां के लिए लोगों का स्नेह देखकर आभारी- बांसुरी स्वराज

द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए, बांसुरी ने अपने मूल्यों और काम को आकार देने में अपनी मां के प्रभाव को स्वीकार किया। उन्होंने कहा, “मां ने कभी भी उनके साथ राजनीति में प्रवेश के बारे में चर्चा नहीं की। मेरी मां और मैंने राजनीति में मेरे प्रवेश के बारे में कभी चर्चा नहीं की लेकिन हमने कानून में मेरे कैरियर के बारे में बहुत चर्चा की क्योंकि उस समय राजनीति कभी भी क्षितिज पर नहीं थी।”

बांसुरी आगे कहती हैं, “मैं मां के लिए लोगों का स्नेह देखकर बहुत आभारी हूं। यह उनके प्रति लोगों का प्यार है कि जो वे आशीर्वाद के रूप में मुझ पर बरसाते रहते हैं। वह करुणा की प्रतिमूर्ति थीं, उन्होंने विदेशों में कई भारतीयों की मदद की। यहां तक ​​कि 2019 में भी, जब वह सरकार में नहीं थीं, तब भी उन्होंने ऐसा करना जारी रखा। मुझे वास्तव में इस पर गर्व है।”

नई दिल्ली क्षेत्र में जमकर प्रचार कर रहीं बांसुरी

दिल्ली में 25 मई को मतदान होगा। ऐसे में बांसुरी का अभियान हर दिन जल्दी शुरू होता है। वह शाम तक कई रोड शो करती हैं। सब्जी मंडियों और चौपालों से लेकर धोबी घाटों और बस्तियों तक, वह अपने निर्वाचन क्षेत्र में कई बैठकों को संबोधित करती हैं।

हाल ही में उन्होंने “जनसंपर्क यात्रा” के लिए एक मिनी ट्रक पर चढ़कर, मनोहर पार्क से सुभाष चौक तक के इलाकों को कवर किया। उन्होंने आईआईटी-दिल्ली के सामने एसडीए मार्केट में रोड शो भी किया। भीड़ में आईआईटी-दिल्ली का छात्र भी शामिल था जो कह रहा था कि मैं सुषमा स्वराज की बेटी को देखने के लिए उत्सुक था।

बीजेपी से कैसे मिला टिकट?

भाजपा से टिकट मिलने के सवाल पर बांसुरी स्वराज ने कहा, “2 मार्च को जब मैं अपने पिता के साथ टेलीविजन देख रही थी, मुझे अचानक पता चला कि पार्टी ने मुझे नई दिल्ली से उम्मीदवार के रूप में एक नई जिम्मेदारी सौंपी है। मैं वास्तव में दिल्ली के लोगों का उनके प्यार, आशीर्वाद और स्नेह के लिए आभारी हूं। यह मोदी सरकार में उनके अटूट विश्वास को दर्शाता है।”

राजनीति में अपने प्रवेश और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) कार्यकर्ता से अपनी यात्रा के बारे में बात करते हुए, बांसुरी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हालांकि मैं एक भाजपा कार्यकर्ता रही हूं लेकिन मैंने अचानक राजनीति में शामिल होने का फैसला किया। मैं एक वकील के रूप में एक दशक से अधिक समय से पार्टी की सेवा कर रही थी। फिर मुझे पार्टी की दिल्ली इकाई से फोन आया कि वे कानूनी सेल का विस्तार कर रहे हैं और पूछा कि क्या मैं इसमें नेतृत्व की भूमिका निभाना चाहूंगी? बाद में मुझे दिल्ली बीजेपी में सचिव बनने की जिम्मेदारी दी गई।”

नई दिल्ली लोकसभा क्षेत्र में उम्रवार मतदाता

उम्र मतदाताओं की संख्या
18-19 20,673
20-292,26,517
30-393,95,305
40-493,42,227
50-592,56,105
60-691,54,430
70-7982,057
80-8929,147
90-996,169
100+190

मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र करने से नहीं चूकतीं बांसुरी

बांसुरी अपने भाषणों में मोदी सरकार की योजनाओं का जिक्र करती हैं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास सब्जी मंडी में एक भाषण में उन्होंने कहा, “मोदी सरकार की कुछ महत्वपूर्ण योजनाएं हैं जिन्हें माननीय मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली में लागू नहीं होने देते हैं। उदाहरण के लिए, आयुष्मान भारत योजना, जो 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य कवरेज देती है, दिल्ली में लागू नहीं की जा सकती क्योंकि वह इसकी अनुमति नहीं देते हैं। एक चीज जो मैं सुनिश्चित करना चाहूंगी वह यह है कि मोदी प्रशासन की ये सभी योजनाएं लागू की जाएं।”

भाषणों में करती हैं सुषमा स्वराज का जिक्र

मोती नगर में भाजपा के सिख समाज की एक सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने फिर से अपनी दिवंगत मां का जिक्र किया। अपना परिचय “दिल्‍ली की कुड़ी” के रूप में देते हुए बांसुरी ने कहा, “मैंने पिछले जन्म में बहुत अच्छे कर्म किये होंगे तभी मुझे स्वराज कौशल और सुषमा स्वराज माता-पिता के रूप में मिले।” उन्होंने कहा कि उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा भले ही विदेश में हासिल की है लेकिन उनका दिल हिंदुस्तानी है।

भाजपा उम्मीदवार आगे कहती हैं, “आज मैं सिर्फ आपके वोट का आशीर्वाद मांगने नहीं आया हूं। मैं आपके वोट के साथ-साथ आपके प्रभाव की ताकत, आपके प्रसार की ताकत भी मांगना चाहती हूं। यह किसी राजनीतिक स्वार्थ या सत्ता की चाहत के कारण नहीं है। यह हमारे लिए नहीं बल्कि इस युग के व्यक्ति के लिए है, जिसका नाम नरेंद्र मोदी है।”

लोकसभा चुनाव 2019 के परिणाम

बांसुरी ने इस बार भाजपा की दो बार की नई दिल्ली सांसद मीनाक्षी लेखी की जगह ली है। 2019 के चुनावों में, लेखी ने निर्वाचन क्षेत्र में मतदान किए गए 9.19 लाख वोटों में से लगभग 55% (5.04 लाख) वोट हासिल किए थे। उन्होंने कांग्रेस के अजय माकन और AAP के बृजेश गोयल को हराया था। अजय को 2.47 लाख और बृजेश को 1.50 लाख वोट मिले थे।

Source- ECI

लोकसभा चुनाव 2014 के परिणाम

2014 के आम चुनावों में, मीनाक्षी लेखी ने निर्वाचन क्षेत्र में लगभग 47% (4.53 लाख) वोट हासिल किए थे। उन्होंने कांग्रेस के अजय माकन और AAP के आशीष खेतान को हराया था। अजय को 1.82 लाख और आशीष को 2.90 लाख वोट मिले थे।