Bangladesh Hindu Community Attack: बांग्लादेश में पूजा पंडाल पर हमले और मंदिर में हुई चोरी की घटना के बीच बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने शनिवार को ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा किया। ढाकेश्वरी मंदिर सदियों पुराना है और ढाका में स्थित है। बताना होगा कि इससे पहले ढाका स्थित उच्चायोग ने देवी काली के मुकुट की चोरी की घटना को लेकर चिंता जताई थी। इसके बाद शनिवार को विदेश मंत्रालय ने चोरी की इस घटना और ढाका में एक दुर्गा पूजा पंडाल पर हुए “क्रूड बम” हमले पर “गंभीर चिंता” व्यक्त की थी।
ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस ने कहा, “सरकार ऐसा बांग्लादेश बनाना चाहती है जहां हर नागरिक के अधिकार सुनिश्चित हों।” उन्होंने कहा, “दुर्गा पूजा के दौरान, कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने ईमानदारी के साथ सुरक्षा सुनिश्चित करने का काम किया है।”
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख यूनुस इससे पहले भी ढाकेश्वरी मंदिर का दौरा कर चुके हैं और तब उन्होंने हिंदू समुदाय के नेताओं से मुलाकात कर न्याय और समान अधिकार सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया था। उस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया था।
पीएम मोदी ने भेंट किया था मुकुट
यह मुकुट 2021 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा बांग्लादेश के सतखीरा जिले में स्थित जेशोरेश्वरी काली मंदिर को उपहार स्वरूप दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने 27 मार्च, 2021 को बांग्लादेश की अपनी यात्रा के दौरान जेशोरेश्वरी मंदिर का दौरा किया था। हिंदू धर्म के अनुसार इस मंदिर को 52 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है और ऐसा माना जाता है कि इसका निर्माण 12वीं शताब्दी के अंत में हुआ था।
बांग्लादेशी दैनिक प्रथोम आलो की रिपोर्ट के अनुसार, पूजा पंडाल पर हमले की घटना पुराने ढाका के तांती बाजार इलाके में हुई हालांकि इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ।
इन घटनाओं की निंदा करते हुए विदेश मंत्रालय ने बांग्लादेश सरकार से हिंदुओं, अन्य अल्पसंख्यकों और उनके पूजा स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह किया। मंत्रालय ने कहा कि ये घटनाएं बांग्लादेश में मंदिरों और देवताओं के अपमान की योजना का हिस्सा हैं।
8 प्रतिशत हैं हिंदू
बांग्लादेश की लगभग 17 करोड़ की जनसंख्या में में हिंदू 8 प्रतिशत हैं और देश में चल रही राजनीतिक उथल-पुथल के बीच हमलों का सामना कर रहे हैं। पड़ोसी मुल्क में यह उथल-पुथल 5 अगस्त को शेख हसीना के इस्तीफे के बाद से जारी है।
गौरतलब है कि बांग्लादेश में तख्तापलट होने और पूर्व पीएम शेख हसीना के भारत आने के बाद से ही बांग्लादेश में हिंदू पूजा स्थलों पर हमले की खबरें आ रही हैं। 3 अगस्त की ग्राउंड रिपोर्ट में द इंडियन एक्सप्रेस ने बताया था कि 5 अगस्त को शेख हसीना सरकार के गिरने के बाद से 52 जिलों में हिंदू समुदाय के सदस्यों पर हमलों की कम से कम 205 घटनाएं हुई हैं।
भागवत ने दिया बयान
मोहन भागवत ने विजयादशमी के मौके पर नागपुर के रेशम बाग में आरएसएस की ओर से आयोजित शस्त्र पूजन कार्यक्रम में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हिंसा पर बयान दिया। भागवत ने कहा, “अभी-अभी पड़ोस के बांग्लादेश में जो घटित हुआ, वहां तक इस पद्धति को काम करते हुए हमने देखा है। भारत के चारों ओर के विशेषतः सीमावर्ती तथा जनजातीय जनसंख्या वाले प्रदेशों में इसी प्रकार के कुप्रयासों को हम देख रहे हैं। कुछ ताकतें तरह-तरह की चालें चलेंगी।”