लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को 293 और INDIA गठबंधन को 234 सीटों पर जीत मिली है। INDIA गठबंधन ने 2024 के चुनावों में देश भर की 543 लोकसभा सीटों के लिए 737 उम्मीदवार खड़े किए थे और 234 सीटें जीतीं। ऐसे में गठबंधन के सहयोगी दलों की बात की जाये तो डीएमके सबसे सफल पार्टी के रूप में सामने आई जिसका सक्सेस रेट 100% रहा। पार्टी ने लड़ी गई सभी 22 सीटों पर जीत हासिल की।

कम से कम 10 सीटों पर चुनाव लड़ने वाले दलों में, गठबंधन में दूसरा सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरदचंद्र पवार (एनसीपी-एसपी) और टीएमसी का रहा। एनसीपी-एसपी ने जिन 12 सीटों पर चुनाव लड़ा उनमें से 66.7% (8) सीटें जीतीं और टीएमसी ने जिन 48 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे उनमें से 60.4% (29) सीटों पर सफल रही।

नतीजों की घोषणा से पहले 24 पार्टियां इंडिया ब्लॉक का हिस्सा थीं। गठबंधन के दल पश्चिम बंगाल, केरल और पंजाब राज्यों में सीट-बंटवारा करने में फेल रहे थे। गठबंधन में शामिल छोटे दलों ने अन्य राज्यों में भी अपने उम्मीदवार उतारे थे। गठबंधन में कुल मिलाकर 178 सीटों पर अंदर ही खींचतान थी। गठबंधन में शामिल कई दलों ने कई राज्यों में अलग-अलग भी उम्मीदवार उतारे थे।

इंडिया गठबंधन में सबसे सफल कौन?

गठबंधन में शामिल 24 दलों में से 20 इस लोकसभा चुनाव में कम से कम एक सीट जीतने में सफल रहे। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 99 सीटें जीतीं। समाजवादी पार्टी (एसपी), तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) और द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (डीएमके) ने क्रमशः 37, 29 और 22 सीटें जीतीं। गठबंधन में शामिल अन्य 16 पार्टियों ने कुल 47 सीटें जीतीं।

स्ट्राइक रेट (किसी पार्टी द्वारा जीती गई सीटें) से यह पता चलता है कि किस पार्टी ने गठबंधन में सबसे अधिक सफलता हासिल की। समाजवादी पार्टी 50% से अधिक की स्ट्राइक रेट के साथ गठबंधन में एक अन्य दल थी, जिसने 71 लोकसभा सीटों में से 37 में जीत हासिल की। उत्तर प्रदेश में सपा की स्ट्राइक रेट 59.7% रही। पार्टी ने राज्य में 62 सीटों पर चुनाव लड़ा और इसकी सभी 37 जीतें यूपी से ही आईं। कांग्रेस जिसने गठबंधन में सबसे अधिक सीटों (328) पर चुनाव लड़ा और 99 सीटें जीतीं, उसका स्ट्राइक रेट 30.2% रहा। गौरतलब है कि स्ट्राइक रेट से तात्पर्य किसी पार्टी द्वारा चुनाव में लड़ी गई कुल सीटों में से जीती गई सीटों के शेयर से है।

इंडिया गठबंधन के दलों का स्ट्राइक रेट

पार्टी स्ट्राइक रेट (%)
कांग्रेस 30.2
सपा 59.7
डीएमके 100
एनसीपी (एसपी)66.7
टीएमसी 60.4
आरजेडी 16.7
आप 13.6
सीपीआई 6.7
सीपीआई (एम)7.7

दो निर्दलीय पूर्णिया, बिहार में पप्पू यादव और सांगली, महाराष्ट्र में विशाल पाटिल को भी इंडिया गठबंधन का हिस्सा माना जा सकता है। नतीजों की घोषणा से पहले 24 पार्टियां इंडिया गठबंधन का हिस्सा थीं।

कैसी रही NDA के दलों की परफॉरमेंस?

बीजेपी ने इस बार के आम चुनाव में 240 सीटें जीतीं हैं, जो 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में 63 सीटें कम हैं। इस बार पार्टी का स्ट्राइक रेट 54.42% रहा। एनडीए में शामिल एलजेपी (रामविलास) का स्ट्राइक रेट 100% रहा, पार्टी ने बिहार से लोकसभा चुनाव में लड़ी गई सभी 5 सीटों पर जीत हासिल की।

पार्टी स्ट्राइक रेट (%)
बीजेपी 54.42
टीडीपी 94.12
जेडीयू 75
एलजेपी 100

2024 के चुनाव में अन्य बड़े दलों का प्रदर्शन

टीडीपी– चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व वाली तेलुगु देशम पार्टी ने आंध्र प्रदेश की कुल 25 में से 16 लोकसभा सीटें जीती हैं जबकि भाजपा ने तीन और जनसेना ने दो सीटें हासिल की हैं। 2024 में टीडीपी का स्ट्राइक रेट 94.12% रहा। वहीं, जनसेना ने जिन दो सीटों पर चुनाव लड़ा था, दोनों पर जीत हासिल की और पार्टी का स्ट्राइक रेट 100% रहा।

जद (यू) नीतीश कुमार की पार्टी ने 2024 में जिन 16 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 12 पर जीत हासिल की। पार्टी का स्ट्राइक रेट 75% रहा। बिहार में बीजेपी ने 12 सीटें जीतीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में जेडीयू ने बिहार में उन सभी 16 सीटों पर जीत हासिल की जिन पर उसने चुनाव लड़ा था।

टीएमसी– ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी ने 60.42% की स्ट्राइक रेट के साथ कुल 42 में से 29 लोकसभा सीटें जीतीं। टीएमसी का वोट शेयर 43.3% से बढ़कर 45.76% हो गया जबकि बीजेपी का वोट शेयर 40.25% से गिरकर 38.73% हो गया।

एनसीपी (शरदचंद्र पवार) का रहा 80% का स्ट्राइक रेट

शिव सेना और शिव सेना (यूबीटी)- उद्धव ठाकरे के गुट ने जिन 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था उनमें से नौ पर जीत हासिल की और उनका स्ट्राइक रेट 42.8% रहा। एकनाथ सिंधे की शिवसेना ने 15 लोकसभा सीटों में से 7 सीटों पर जीत हासिल की, उसका 46.6% का स्ट्राइक रेट रहा। महाराष्ट्र में बीजेपी और उसके सहयोगियों को कुल 17 सीटें मिलीं। महा विकास अघाड़ी (एमवीए) ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 30 सीटें हासिल कीं।

एनसीपी (शरद पवार) बनाम अजित पवार– शरद पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी गुट ने जिन 10 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से 8 पर जीत हासिल की और पार्टी का स्ट्राइक रेट 80% रहा। अजित पवार के नेतृत्व वाले एनसीपी ने जिन 4 सीटों पर चुनाव लड़ा था, उनमें से केवल 1 पर जीत हासिल की और स्ट्राइक रेट 25% रहा।

DMK– एमके स्टालिन के नेतृत्व वाली पार्टी ने 56.4% की स्ट्राइक रेट के साथ तमिलनाडु की कुल 39 लोकसभा सीटों में से 22 सीटें जीतीं। कांग्रेस को 9 सीटों पर जीत मिली। बाकी 8 सीटें अन्य पार्टियों ने जीतीं। 2019 के लोकसभा चुनाव में गठबंधन ने राज्य की 38 सीटों पर जीत हासिल की थी।

पिछले चुनाव में बीजेपी का प्रदर्शन

2019 के चुनाव में बीजेपी ने 68.7% के स्ट्राइक रेट के साथ 257 सीटें जीतीं। वहीं, कांग्रेस का स्ट्राइक रेट 2019 में 8.3% रहा था और उसके खाते में केवल 31 सीटें थीं। 2014 के लोकसभा चुनाव में, कुल वोट शेयर 31% होने के बावजूद बीजेपी का स्ट्राइक रेट काफी ज्यादा था। पार्टी ने हिंदी क्षेत्र के 10 राज्यों की 225 सीटों में से 190 सीटें हासिल कीं, जो 85% की स्ट्राइक रेट है। वहीं, 2014 के चुनाव में कांग्रेस ने 9.7% की स्ट्राइक रेट के साथ 36 सीटें जीतीं थी।