लोकसभा चुनाव 2024 के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक बयान पर कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कटाक्ष किया और चुनाव आयोग को भी घसीट लिया।
शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘परमात्मा द्वारा भेजे जाने’ वाली टिप्पणी को लेकर X पर एक पोस्ट में तिरुवनंतपुरम के सांसद ने चुनाव आयोग से सवाल किया, “क्या कोई दैवी प्राणी भारत में नागरिकता के लिए पात्र हो सकता है और अगर नहीं तो क्या उसे वोट देने या चुनाव लड़ने का अधिकार है? क्या ECI चुनावी मैदान में भाग लेने वाले स्वघोषित देवता पर गौर करेगा?”
दरअसल, News18 के साथ एक इंटरव्यू में, जब उनसे मौजूदा चुनावों में उनकी व्यस्त चुनावी गतिविधियों और दिनचर्या के बारे में पूछा गया, तो पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा था, “पहले जब तक मां जिंदा थी मुझे लगता था कि शायद मुझे बायोलॉजिकली जन्म दिया गया है। मां के जाने के बाद सारे अनुभव को मैं जोड़ कर देखता हूं तो मैं कन्विंस हो चूका हूं कि परमात्मा ने मुझे भेजा है।”
उन्होंने आगे कहा, “ये ऊर्जा बायोलॉजिकल शरीर से नहीं मिली है, ये ऊर्जा ईश्वर को मुझसे कुछ काम लेना है इसलिए मुझे विधा भी दी है, सामर्थ्य भी दिया है, नेक दिल भी दिया है और प्रेरणा भी वही दे रहा है। वह पुरुषार्थ करने का सामर्थ्य भी दे रहा है है। मैं कुछ नहीं हूं, मैं एक यंत्र हूं और इसलिए मैं जब भी कुछ करता हूं तो मैं मानता हूं शायद ईश्वर मुझसे करवाना चाहता है।”
इसी बयान पर कटाक्ष करते हुए थरूर ने यह ट्वीट किया
पीएम के बयान पर क्या बोले राहुल गांधी?
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक चुनावी रैली में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा था, “देश के प्रधानमंत्री चमचों के सामने, साक्षात्कार में खुल के कहते हैं कि मैं बायोलॉजिकल नहीं हूं, मुझे परमात्मा ने मिशन के लिए भेजा है।” राहुल गांधी ने आगे कहा कि अगर कोई आम व्यक्ति यही कहता तो उसे सीधे मनोचिकित्सक के पास ले जाया जाता। पर, उनके चमचे क्या कहते हैं? वाह वाह वाह क्या बात बोली, प्रधानमंत्री को परमात्मा ने भेजा है।
भाजपा को सभी मंदिरों में नमो लल्लाओं का अभिषेक करना चाहिए- महुआ मोइत्रा
पश्चिम बंगाल से तृणमूल कांग्रेस की लोकसभा उम्मीदवार महुआ मोइत्रा ने भी X पर लिखा, “अभी-अभी नरेंद्र मोदी की एक क्लिप देखी, जिसमें वे हमें बता रहे हैं कि अब जब उनकी मां नहीं रहीं तो उन्हें विश्वास है कि उनका जन्म मानव नहीं बल्कि दैवीय रूप से हुआ था, हम सभी को मुक्ति दिलाने के लिए उन्हें धरती पर भेजा गया था। राम लला ही क्यों, भाजपा को सभी मंदिरों में नमो लल्लाओं का अभिषेक करना चाहिए।”
कांग्रेस ने पीएम के बयान को बताया अहंकार
कांग्रेस मीडिया प्रमुख सांसद जयराम रमेश ने पीएम मोदी के दावे को भ्रम और अहंकार के अभूतपूर्व स्तर को प्रतिबिंबित करते हुए इसे आने वाली हार का संकेत बताया। उन्होंने कहा, “ऐसा लगता है कि निवर्तमान प्रधानमंत्री ख़ुद को भगवान मानते हैं। यह भ्रम और अहंकार का अभूतपूर्व स्तर है। दरअसल संबित पात्रा जो कह रहे हैं, वो बात है नहीं – उन्होंने ज़ुबान फिसलने की वज़ह से अपमानजनक बयान नहीं दिया बल्कि उन्होंने आत्म-भ्रमित व्यक्ति के लिए अंधभक्ति में वह बात कही थी। जब चुनाव हारने के पहले ही वे बेकाबू होकर ऐसी बातें कर रहे हैं, तब हम सोच भी नहीं सकते कि 4 जून को उनका हाल क्या होगा।”
इसके बाद 22 मई को उत्तर प्रदेश के बस्ती में भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रचार अभियान के दौरान नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर ईश्वर के साथ संबंध स्थापित करने की कोशिश की जब उन्होंने कहा, “जो लोग मुझे वोट देंगे उन्हें मेरे किए गए अच्छे कामों का पुण्य मिलेगा।”
पीएम मोदी के भक्त हैं भगवान जगन्नाथ
हाल ही में पुरी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार संबित पात्रा की भगवान जगन्नाथ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लेकर की गयी एक टिप्पणी पर विवाद खड़ा हो गया था। दरअसल, संबित ने कहा था कि भगवान जगन्नाथ पीएम मोदी के भक्त हैं। हालांकि, विवाद बढ़ने पर संबित ने माफी मांग ली थी और कहा था कि उनकी जुबान फिसलने के कारण वह ऐसा बोल गए। बीजेपी प्रवक्ता ने सफाई दी कि वह यह कहना चाहते थे कि प्रधानमंत्री भगवान जगन्नाथ के परम भक्त हैं।
