लोकसभा चुनाव 2024 में बेरोजगारी के मुद्दे पर एक अलग नजरिये से चर्चा हो रही है। विपक्ष जहां जनता से वादे में पक्की/सरकारी नौकरी देने की बात कह रहा है (राजद ने घोषणापत्र में एक करोड़ सरकारी नौकरियों का वादा कर लिया है, कांग्रेस ने केंद्र सरकार की नौकरियों के 30 लाख पद भरने की गारंटी दी है।), वहीं सत्ताधारी पार्टी रोजगार के अवसर पैदा करने की बात कह कर जनता के सामने जा रही है और बेरोजगारी के मुद्दे पर विपक्ष को जवाब दे रहा है।
दूसरी बार सांसद बनने की कोशिश में लगे भाजपा नेता और भोजपुरी एक्टर दिनेश प्रसाद यादव उर्फ निरहुआ ने सरकारी नौकरी की कमी और बेरोजगारी के मसले पर पत्रकारों के सवाल का जवाब भी इसी नैरेटिव के साथ दिया। उन्होंने इसमें अपनी ओर से एक और नैरेटिव जोड़ दिया। बेरोजगारी को जनसंख्या वृद्धि से जोड़ कर ‘बच्चे पर बच्चे पैदा करने वालों पर’ इसकी जिम्मेदारी मढ़ दी। उन्होंने इस संदर्भ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ को भी घसीट लिया। निरहुआ ने क्या कहा, सुनिए
बीजेपी की ओर से पहले इस वीडियो को फर्जी व छेड़छाड़ करके बनाया गया बताया गया, लेकिन बाद में यह दावा गलत निकला। बाद में वीडियो का लंबा वर्जन भी सोशल मीडिया पर आया
निरहुआ 2022 में पहली बार आजमगढ़ से उपचुनाव जीते
निरहुआ 2022 में पहली बार बिना किसी मजबूत राजनीतिक पृष्ठभूमि के आजमगढ़ से भाजपा के उम्मीदवार बने और उपचुनाव जीत कर लोकसभा पहुंचे। तब उन्होंने कहा था, मुझे हराने वाला कोई पैदा नहीं हुआ और मैं ईश्वर के लिखे को भी बदल सकता हूं…मोदी जी भले ऐसा न कहते हों, मैं कहता हूं..सुनिए
निरहुआ का दावा, आंकड़ों से उलट
निरहुआ की 17वीं लोकसभा में 90 फीसदी हाजिरी रही है। इस दौरान उन्होंने तीन बहस में हिस्सा लिया और 36 सवाल पूछे (राष्ट्रीय औसत 63)। दूसरी बार सांसद बनने की कोशिश के दौरान उनके जिस बयान पर ताजा विवाद हुआ, उसमें वह कह रहे हैं कि योगी-मोदी जी तो बेरोजगारी रोक दिए… लेकिन CMIE का आंकड़ा बताता है कि 2014 में जब नरेंद्र मोदी पहली बार प्रधानमंत्री बने थे तो बेरोजगारी दर 5.44 प्रतिशत थी, जो जनवरी 2024 में 6.57 फीसदी बताई गई।
Unemployment Data: 2008 से 2024 तक, बीते 16 साल में देश में बेरोजगारी दर का आंकड़ा ये है:
साल | बेरोजगारी दर (प्रतिशत) |
---|---|
2024 | 6.57 (जनवरी 2024) |
2023 | 8.003 |
2022 | 7.33 |
2021 | 5.98 |
2020 | 8.00 |
2019 | 5.27 |
2018 | 5.33 |
2017 | 5.36 |
2016 | 5.42 |
2015 | 5.44 |
2014 | 5.44 |
2013 | 5.42 |
2012 | 5.41 |
2011 | 5.43 |
2010 | 5.55 |
2009 | 5.54 |
2008 | 5.41 |
2017 से 2022 के बीच देश के तमाम एम्प्लॉयमेंट एक्सचेंज में दर्ज आंकड़ों के नजरिए से बेरोजगारी की तस्वीर ये रही
