लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण के लिए 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों की 49 सीटों पर मतदान जारी है। जिन 8 राज्यों में वोटिंग हैं, उनमें झारखंड की 3 सीटें,ओडिशा की 5, उत्तर प्रदेश की 14, बिहार की 5, महाराष्ट्र की 13, पश्चिम बंगाल की 7 और लद्दाख सीट शामिल है। दिलचस्प बात यह है कि पांचवे चरण में मैदान में उतरे 695 कैंडिडेट्स में से 227 करोड़पति हैं।
ADR द्वारा पांचवे चरण के मैदान में उतरे 695 उम्मीदवारों के चुनावी हलफनामे का विश्लेषण करने पर सामने आया कि टॉप 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों में से 3 भिवंडी से चुनाव लड़ रहे हैं। सभी उम्मीदवारों की औसत संपत्ति 4 करोड़ है तो वहीं, 3 कैंडिडेट्स के पास कोई संपत्ति नहीं है। वहीं, टॉप 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों के पास के पास 900 करोड़ की दौलत है। आइये जानते हैं पांचवे चरण के चुनाव मैदान के 10 सबसे अमीर उम्मीदवारों के बारे में।
प्रत्याशी | निर्वाचन क्षेत्र | पार्टी | कुल संपत्ति (करोड़ में) |
अनुराग शर्मा | झांसी | बीजेपी | 212.1 |
नीलेश भगवान सांबरे | भिवंडी | निर्दलीय | 116.1 |
पीयूष गोयल | मुंबई उत्तर | बीजेपी | 111.0 |
सुरेश म्हात्रे | भिवंडी | NCP (SP) | 107.6 |
कृष्णा नंद त्रिपाठी | चतरा | कांग्रेस | 70.9 |
संगीता कुमारी सिंह | बोलांगीर | बीजेपी | 67.3 |
रवींद्र दत्ताराम | मुंबई उत्तर-पश्चिम | शिवसेना | 54.5 |
कपिल मोरेश्वर | भिवंडी | बीजेपी | 49.8 |
करन भूषण सिंह | कैसरगंज | बीजेपी | 49.6 |
संजय मफतलाल | मुंबई उत्तर | निर्दलीय | 48.4 |
अनुराग शर्मा- उत्तर प्रदेश के झांसी लोकसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार अनुराग शर्मा आम चुनाव के पांचवें चरण में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, उनके पास 212 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें 95.2 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 116.8 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है।
नीलेश भगवान सांबरे– महाराष्ट्र की भिवंडी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार नीलेश भगवान सांबरे 116 करोड़ रुपये की संपत्ति के साथ लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में सबसे अमीर उम्मीदवारों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। उम्मीदवार के हलफनामे से पता चलता है कि उनके पास 32.7 करोड़ रुपये की चल संपत्ति है जबकि अचल संपत्ति 83.3 करोड़ रुपये की है।

पीयूष गोयल- महाराष्ट्र की मुंबई उत्तर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे भाजपा नेता और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने 110 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जिसमें 89.8 करोड़ रुपये की चल और 21 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। वह पांचवे चरण के अमीर उम्मीदवारों की लिस्ट में तीसरे नंबर पर हैं।
औसत संपत्ति | उम्मीदवारों की संख्या |
100 करोड़ से ज्यादा | 4 |
50-100 करोड़ | 3 |
20-50 करोड़ | 24 |
1-20 करोड़ | 195 |
50 लाख- 1 करोड़ | 95 |
20-50 लाख | 119 |
10-20 लाख | 56 |
1-10 लाख | 129 |
1 लाख से कम | 70 |
सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे- महाराष्ट्र की भिवंडी लोकसभा सीट से एनसीपी (शरदचंद्र) उम्मीदवार सुरेश गोपीनाथ म्हात्रे उर्फ बाल्या मामा के पास 107 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें 60.9 करोड़ रुपये की चल और 46.6 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
कृष्णा नंद त्रिपाठी- झारखंड की चतरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता कृष्णा नंद त्रिपाठी पांचवें चरण के चुनाव में पांचवें सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उन्होंने 70 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की है, जिसमें 1.19 करोड़ रुपये की चल और 69.7 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है।
पांचवे चरण के प्रत्याशियों का लेखा-जोखा
कुल प्रत्याशी | 695 | प्रतिशत |
महिला प्रत्याशी | 82 | 12% |
करोड़पति उम्मीदवार | 227 | 33% |
जिन उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले | 159 | 23% |
ग्रेजुएट या उससे ज्यादा पढ़े उम्मीदवार | 377 | 54% |
पांचवे चरण में इन बड़े नेताओं की किस्मत है दांव पर
राजनाथ सिंह- रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इस बार लखनऊ से हैट-ट्रिक की उम्मीद में हैं। वाजपेयी ने 1991 से 2004 के बीच लखनऊ सीट लगातार जीती। लखनऊ में उनके खासमखास लालजी टंडन ने 2009 में वाजपेयी की ‘खड़ाऊ’ लेकर यह सीट जीती। 2009 में गाजियाबाद से लोकसभा में पदार्पण करने के बाद राजनाथ सिंह लखनऊ की तरफ शिफ्ट हो गए। वाजपेयी के सक्रिय राजनीति से बाहर होने के दो दशक बाद भी राजनाथ उनकी विरासत का आह्वान करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। राजनाथ के खिलाफ सपा के रविदास मेहरोत्रा एक स्ट्रीट फाइटर हैं, वह पहली बार 1989 में विधायक बने थे।
पीयूष गोयल- अब तक राज्यसभा सदस्य रहे, केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल मुंबई नॉर्थ से अपनी लोकसभा पारी की शुरुआत कर रहे हैं, जिस शहर में वे बड़े हुए हैं। गुजराती और मिडिल क्लास महाराष्ट्रीयन आबादी के साथ यह सीट भाजपा का गढ़ मानी जाती रही है। अभिनेता गोविंदा ने 2004 में राम नाइक को करारी हार दी थी। 2019 में एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने कांग्रेस के टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा लेकिन बीजेपी के गोपाल शेट्टी से बुरी तरह हार गईं। इस बार कांग्रेस ने यह सीट उद्धव की सेना को दे दी है, जिसने अपेक्षाकृत कम प्रोफ़ाइल वाले भूषण पाटिल को मैदान में उतारा है।

उमर अब्दुल्ला- उमर इस बार बारामूला से चुनाव मैदान में हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर को पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने की वकालत कर रहे हैं और उन्होंने अनुच्छेद 370 हटाने को अस्तित्व संबंधी चुनौती बताया है। उनका कहना है कि प्रतिद्वंद्वी सज्जाद लोन ‘बीजेपी की बी-टीम’ हैं जबकि सज्जाद उमर को बारामूला में एक वंशवादी, बाहरी और पर्यटक कहते हैं।
राहुल गांधी- राहुल गांधी ने इस बार के आम चुनाव में वायनाड के साथ-साथ अपनी मां की सीट रायबरेली को चुना। वह 2019 में गांधी परिवार के गढ़ अमेठी से भाजपा की स्मृति ईरानी के खिलाफ मामूली अंतर से हार गए थे। रायबरेली को गांधी परिवार के लिए सुरक्षित सीट माना जाता है। रायबरेली से पहली बार 1952 में राहुल के दादा फिरोज गांधी लोकसभा के लिए चुने गए थे। उनकी दादी इंदिरा गांधी ने 1967 से 1985 के बीच इसका प्रतिनिधित्व किया (1977 में राज नारायण से हार को छोड़कर) जबकि राहुल की मां सोनिया 2004 से 2019 तक रायबरेली से सांसद थीं।
स्मृति ईरानी- उत्तर प्रदेश की अमेठी सीट से एक बार फिर भाजपा ने स्मृति ईरानी को उतारा है। स्मृति ने पिछले आम चुनाव में यहां से राहुल गांधी को बड़े अंतर से हराया था। सोनिया गांधी ने 1999 में रायबरेली से लोकसभा में पदार्पण किया। वह 2004 में रायबरेली चली गईं और अमेठी राहुल को सौंप दिया, जिन्होंने 2019 में स्मृति ईरानी से करारी हार से पहले तीन बार सीट जीती।