लोकसभा चुनाव 2024 के चुनाव प्रचार के दौरान तमाम राजनीतिक दलों के नेताओं को जिन मुद्दों पर बात करनी चाहिए, उन मुद्दों पर वे बात करते हुए नहीं दिख रहे हैं। इसमें सभी राजनीतिक दलों के बड़े नेता शामिल हैं। चाहे बीजेपी हो, कांग्रेस हो, आम आदमी पार्टी हो, सपा हो, राष्ट्रीय जनता दल या फिर कोई और अन्य पार्टी।
उदाहरण के लिए दिल्ली में सरकार चला रही आम आदमी पार्टी की ओर से इन दिनों मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल पार्टी प्रत्याशियों के पक्ष में रोड शो कर रही हैं। चूंकि लोकसभा के चुनाव हो रहे हैं, इसलिए बात चुनाव में मुद्दों पर होनी चाहिए लेकिन चाहे सुनीता केजरीवाल हों या आम आदमी पार्टी के अन्य नेता, वे चुनाव प्रचार के दौरान अधिकतर केजरीवाल के जेल में होने पर बात करते हैं। उनका कहना है कि केंद्र की बीजेपी सरकार केजरीवाल को परेशान कर रही है और उन्हें बिना कसूर के जेल में डाला हुआ है। पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल्स पर भी केजरीवाल के जेल में होने का मुद्दा छाया हुआ है।
सुनिए, रोड शो के दौरान सुनीता केजरीवाल ने क्या कहा।
दूसरी ओर दिल्ली लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान बीजेपी के तमाम प्रत्याशी मोदी फैक्टर और केजरीवाल को भ्रष्टाचारी साबित करने के आसपास अपना चुनाव प्रचार केंद्रित रखते हैं। लेकिन दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान बात होनी चाहिए- पानी, बिजली, सड़क, परिवहन, स्कूल पर लेकिन बीजेपी और आप के नेताओं के चुनाव प्रचार के दौरान ऐसा नहीं दिखाई देता।
Modi 2.0 Government: पीएम मोदी और बीजेपी के अन्य बड़े नेता भी अलग नहीं
लगातार 10 साल तक केंद्र में सरकार चलाने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उनके मंत्री और भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सहित तमाम नेता अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने के साथ-साथ ज्यादातर जोर विपक्ष की खामियां गिनाने और लोगों की भावनाओं से संबंध रखने वाले मुद्दों पर ही जोर दे रहे हैं। बीजेपी आरोप लगा रही है कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि आम लोगों से संपत्ति को छीन कर मुसलमानों को बांट दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस के घोषणा पत्र को लेकर बीते दिनों जबरदस्त हमला बोल दिया। उन्होंने चुनाव प्रचार के दौरान मंगलसूत्र, संपत्ति के बंटवारे और आरक्षण के मुद्दे को केंद्र में रखा।
इसी तरह बीजेपी के नेता और गृह मंत्री अमित शाह ने एक चुनावी जनसभा में महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना उन पर निशाना साधा। शाह ने कहा कि निमंत्रण के बावजूद राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा में नहीं गए शिवसेना के नकली अध्यक्ष। सुनिए, शाह ने क्या कहा-
ऐसी ही बयानबाजी बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी की है। पार्टी अध्यक्ष होने के नाते उन्हें अपनी सरकार के कामकाज को आगे रखना चाहिए था लेकिन उन्होंने एक चुनावी रैली में कहा कि विपक्षी नेता सर्जिकल स्ट्राइक का प्रमाण मांगते हैं और सोनिया गांधी आतंकवादियों, अपराधियों के एनकाउंटर पर रोती हैं। जबकि, ज्यादा जोर इस बात पर होना चाहिए था कि बीजेपी सरकार तीसरी बार आई तो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए क्या करेगी और विपक्ष के इस आरोप का जवाब भी कि चीन लगातार भारतीय सीमा में घुसपैठ कर रहा है। सुनिए, जेपी नड्डा का बयान-
Yogi Adityanath Government: कांग्रेस पर हमलावर हैं योगी
उत्तर प्रदेश में पिछले सात साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाल रहे योगी आदित्यनाथ भी चुनाव प्रचार के दौरान कह रहे हैं कि कांग्रेस की नजर आपकी संपत्ति पर है और कांग्रेस इस देश में शरिया कानून को लागू करवा देगी। जबकि उनके भाषण में अपने कार्यकाल के दौरान जनता के लिए किए गए कामों का जिक्र ज्यादा होना चाहिए था। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस मुसलमानों को गोमांस खाने की आजादी देना चाहती है।
Muslim reservation 2024: आरक्षण के मुद्दे पर है बड़े नेताओं का जोर
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के भाषणों में इन दिनों आरक्षण ही मुख्य मुद्दे के रूप में दिखाई देता है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक चुनावी रैली में कहा कि कांग्रेस के घोषणापत्र में सरकारी नौकरियों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण का संकेत दिया गया है, यदि इसे लागू किया गया तो Armed Forces को भी इसके दायरे में लिया जा सकता है। सुनिए, रक्षा मंत्री का बयान-
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी अपनी चुनावी जनसभाओं में कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी आरक्षण खत्म करो गैंग का अड्डा है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसके सरगना हैं। राहुल गांधी ने क्या कहा, सुनिए-
अखिलेश यादव ने चुनाव में कहा कि 2024 का चुनाव संविधान मंथन का भी है। एक तरफ वो लोग हैं जो संविधान की रक्षा करना चाहते हैं, दूसरी तरफ वो लोग हैं जो संविधान के भक्षक हैं।
तेजस्वी यादव के चुनावी भाषण अधिकतर संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने जैसे मुद्दों पर ही घूमते हैं। तेजस्वी का कहना है कि बीजेपी संविधान बदलना चाहती है और संविधान बदलने पर ये वंचित, उपेक्षित, उत्पीड़ित और गरीब वर्ग के लोगों का आरक्षण छीन लेंगे। तेजस्वी का यह बयान वीडियो में सुनिए-
बिलकुल यही लाइन आम आदमी पार्टी के बड़े चेहरे और राज्यसभा के सांसद संजय सिंह की है। संजय सिंह अपनी चुनावी रैलियों में कह रहे हैं कि बीजेपी बाबा साहेब डॉक्टर आंबेडकर द्वारा लिखे गये संविधान को खत्म कर देगी। संजय सिंह ने क्या कहा, नीचे एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में सुनिए-
नेताओं के इस तरह की तमाम बयानबाजियों के बीच सबसे बड़ी चिंता जनता के असल मुद्दों को लेकर सामने आती है। CSDS-Lokniti 2024 Pre-Poll Survey के हालिया सर्वे में यह सामने आया है कि चुनाव में तीन सबसे बड़े मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई और विकास हैं। जबकि राम मंदिर और हिंंदुत्व जैसे मुद्दे बहुत अहमियत वाले नहीं हैं।

चुनाव आयोग की कोई परवाह नहीं
यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि हर बार चुनाव की घोषणा से पहले चुनाव आयोग नेताओं को इस बात की सख्त हिदायत देता है कि वे चुनाव प्रचार में किसी भी तरह की गलत बयानबाजी से दूर रहें और धर्म, जाति, भाषा, क्षेत्र जैसे संवेदनशील मुद्दों पर किसी तरह का भड़काऊ बयान नहीं दें। लेकिन नेता चुनाव आयोग की हिदायतों का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते।
तमाम नेताओं के भाषणों को देखने के बाद यह बात समझ में आती है कि जिन मुद्दों पर चुनाव लड़ा जाना चाहिए उन मुद्दों पर चुनाव नहीं लड़ा जा रहा है। चुनाव में जनता के जो मुद्दे जरूरी हैं, उन पर बात नहीं हो रही है।
जैसे- युवाओं के लिए रोजगार चुनाव में एक बड़ा मुद्दा होना चाहिए। लेकिन इस पर ज्यादा बात होती नहीं दिखती। हाल ही में आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार के द्वारा 5 साल में स्किल इंडिया मिशन के लिए 15 हजार करोड़ के बजट का आवंटन करने के बाद भी 83% युवा काम की तलाश में हैं। हालात यह हैं कि 75% युवा अटैचमेंट के साथ ईमेल नहीं भेज पाते।

भले ही चुनाव प्रचार के दौरान नेता बेरोजगारी के मुद्दे पर बात करने से बच रहें हो लेकिन हाल ही में आई ILO की Report में कहा गया है कि दस साल में शिक्षित बेरोजगार छह प्रतिशत बढ़ गए हैं। रिपोर्ट बताती है कि भारत में बेरोजगारी की समस्या युवाओं, ख़ासकर शिक्षित युवाओं और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं में तेज़ी से बढ़ रही है।
