केरल के तिरुवनंतपुरम से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर पर अपने चुनावी हलफनामे में आय की गलत जानकारी देने का आरोप लगा है। चुनाव आयोग ने CBDT (Central Board of Direct Taxes) को चंद्रशेखर के हलफनामे को वेरीफाई करने के लिए कहा है।
चंद्रशेखर के हलफनामे में क्या है?
4 अप्रैल, 2024 को दाखिल किए गए अपने हलफनामे में चंद्रशेखर ने वित्त वर्ष 2021-22 में कर लगाने योग्य आय (Taxable Income) ₹680 घोषित किया है। यह तब है जब वित्त वर्ष 23 में उनकी आय ₹5.59 लाख और वित्त वर्ष 20 में ₹17.5 लाख बताई गई है। वित्त वर्ष 19 में यह ₹10.83 करोड़ थी।
कांग्रेस की शिकायत क्या है?
सोमवार (8 अप्रैल) को कांग्रेस ने चंद्रशेखर पर चुनावी हलफनामे में वित्तीय स्थिति के बारे में कथित रूप से गलत जानकारी देने की शिकायत चुनाव आयोग (EC) से की थी। संपत्ति, निवेश और आय के मूल्यों में खामी होने का आरोप लगाते हुए पार्टी ने कहा कि यह जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951 और भारतीय दंड संहिता का उल्लंघन है।
चुनाव आयोग ने क्या किया है?
चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, EC ने CBDT से चंद्रशेखर के हलफनामे में किए गए दावे को उनके रिकॉर्ड से वेरीफाई करने को कहा है। नियमों के अनुसार, उम्मीदवारों को अपनी कर योग्य आय, चल और अचल संपत्ति और देनदारियों का विवरण प्रस्तुत करना आवश्यक होता है। साथी ही अपने जीवनसाथी की फाइनेंसियल डिटेल्स भी शेयर करनी होती है। इस पूरे मामले पर अब तक चंद्रशेखर ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
राजीव चंद्रशेखर पांच साल में हुए 193 गुना ‘गरीब’, पत्नी की आय 53 गुना बढ़ी
केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार राजीव चंद्रशेखर की आय पांच साल 193 गुना कम हो गई है। वहीं इसी अवधि में उनकी पत्नी अंजू चंद्रशेखर की आय 53 गुना बढ़ गई है। वित्त वर्ष 2018-19 में इनकम टैक्स रिटर्न भरते हुए राजीव चंद्रशेखर ने अपनी कुल आय 10.83 करोड़ रुपये दिखाई थी, जो 2022-23 में घटकर 5.59 लाख रुपये रह गई थी। इसी अवधि में पत्नी की आय 2.50 लाख से बढ़कर 1.32 करोड़ हो गई है।

सात साल में राजीव चंद्रशेखर की कुल आय 100% घटी, पत्नी की 500% से ज्यादा बढ़ी
केरल से चलने वाली न्यूज वेबसाइट ‘ONMANORAMA’ ने आकलन किया है कि राजीव चंद्रशेखर की कुल सालाना आय सात वर्षों (2016-17 से 2022-23) में करीब 100 प्रतिशत तक कम हो गई है। वहीं इसी अवधि में उनकी पत्नी अंजू की कुल सालाना आय 500 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ गई है। ये जानकारी राजीव चंद्रशेखर द्वारा चुनाव आयोग के समक्ष दाखिल किए दो चुनावी हलफनामे से मिलती है।
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए हलफनामा दाखिल करने से पहले राजीव चंद्रशेखर ने साल 2018 में राज्यसभा चुनाव के दौरान एफिडेविट जमा किया है। 2018 और 2024 के बीच चंद्रशेखर की चल संपत्तियों की वैल्यू 66 प्रतिशत घटकर ₹27.98 करोड़ से ₹9.25 करोड़ हो गई है। इसी अवधि में उनकी देनदारियां शून्य से ₹19.41 करोड़ तक पहुंच गई हैं।

दोनों हलफनामे में दर्शाए आयकर रिटर्न के विवरणों से पता चलता है कि सात वित्तीय वर्षों में चंद्रशेखर की आय 28 करोड़ रुपये से घटकर 5.5 लाख रुपये हो गई, जबकि उनकी पत्नी की कुल आय 21.44 लाख रुपये से बढ़कर 1.32 करोड़ रुपये हो गई।


चंद्रशेखर की कमाई का जरिया
चंद्रशेखर ने अपनी आय का जरिया मुख्य रूप से जुपिटर कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड से वेतन, बेंगलुरु के कोरमंगला में एक संपत्ति से किराया, व्यापार से लाभ का हिस्सा, राज्यसभा सांसद के रूप में वेतन, निर्वाचन क्षेत्र भत्ता, कार्यालय व्यय भत्ता, दैनिक भत्ता, डिविडेंड इनकम, कर-मुक्त बांड से ब्याज, निवेश फंड की इकाइयों से ब्याज, बैंकों में बचत और फिक्स डिपॉजिट के ब्याज से होने वाले आय शामिल थी।
चंद्रशेखर की पत्नी की कमाई जरिया
चंद्रशेखर की पत्नी अंजू की कमाई का मुख्य जरिया म्यूचुअल फंड है। इसके अलावा VIRTUAL PROPERTIES & ESTATES PRIVATE LIMITED और बैंकों में बचत उनकी आय का स्रोत हैं।
तिरुवनंतपुरम का मुकाबला
केरल के तिरुवनंतपुरम लोकसभा सीट से राजीव चंद्रशेखर का मुकाबला कांग्रेस के शशि थरूर से है, जो इस सीट से लगातार 2009 से सांसद चुने जा रहा है। सीपीआई ने पन्न्यन रवीन्द्रन को टिकट दिया है।
| उम्मीदवार | पार्टी | वोट शेयर |
| शशि थरूर | कांग्रेस | 41.19% |
| कुम्मनम राजशेखरन | भाजपा | 31.3% |
| सी. दिवाकरन | सीपीआई | 25.6% |
तिरुवनंतपुरम कांग्रेस और सीपीआई का गढ़ माना जाता है। आजादी के बाद से अब तक इस सीट पर चार बार सीपीआई और नौ बार कांग्रेस को जीत मिली है।
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