लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो मिला, जिसे बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की हाल ही में हुई रैली का बताकर शेयर किया जा रहा है।

जांच के दौरान हमने पाया कि यह वीडियो बांग्लादेश में अवामी लीग के समर्थकों की रैली का है। वायरल दावा भ्रामक है।

क्या है दावा?

X यूजर Mr Tyagi ने भ्रामक दावे के साथ वीडियो को साझा किया।

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन देखें।

https://archive.ph/UzNQF

अन्य उपयोगकर्ता भी इसी दावे के साथ वीडियो शेयर कर रहे हैं।

जांच पड़ताल:

हमने वीडियो से प्राप्त कीफ्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च चलाकर जांच शुरू की।

हमें यूट्यूब चैनल, SM मीडिया हाउस20 पर अपलोड किया गया एक वीडियो मिला।

वीडियो का शीर्षक था (अनुवाद): गोपालगंज के निवासियों के हाथों को देखिए, एक भयानक हमला || गोपालगंज|| बांग्ला समाचार

फिर हमने बांग्लादेश के एक वरिष्ठ फैक्ट चेकर तनवीर महताब अबीर से संपर्क किया, जिन्होंने मूल वीडियो तक पहुँचने वाले कुछ और लिंक साझा किए। उन्होंने हमें यह भी बताया कि यह एक राजनीतिक रैली थी।

चैनल 21 न्यूज़ के फेसबुक पेज ने वीडियो को कैप्शन के साथ साझा किया था (अनुवादित): गोपालगंज के लोग लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। आज काठी काजुलिया मझिगती संघ के लोग एकजुट हैं।#channnel21 #NewsUpdate #Channel21News #Gopalganj #Protest #AwameeLeague #Kajulia

फेसबुक पेज खोमेनी एहसान ने भी वीडियो को कैप्शन के साथ शेयर किया है: बांग्लादेश के लिए खूनी दिन। गोपालगंज अवामी लीग।

हमें यह वीडियो बांग्लादेश अवामी लीग के समर्थकों के फेसबुक ग्रुप पर भी मिला।

वीडियो का शीर्षक था (अनुवाद): आज दो यूनियन के लोग इकट्ठे हुए। कैथी काजुलिया उदारवादी हैं 11/08/2024।

वीडियो में तारीख 11 अगस्त, 2024 बताई गई है।

निष्कर्ष: बांग्लादेश की अवामी लीग के समर्थकों द्वारा निकाली गई रैली को बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों द्वारा निकाली गई रैली के रूप में शेयर किया जा रहा है। वायरल दावा भ्रामक है।