महाराष्ट्र की ट्रेनी IAS ऑफिसर पूजा खेडकर इन दिनों काफी चर्चा में हैं। द इंडियन एक्सप्रेस की एक जांच में पता चला है कि पूजा का परिवार उनके रिश्तेदारों और उनके जानने वाले अन्य लोगों से जुड़ी आठ कंपनियों से जुड़ा हुआ है। रिकॉर्ड बताते हैं कि इनमें से पांच कंपनियां खेडकर के माता-पिता, दिलीप और मनोरमा से जुड़े पुणे के एड्रेस से चलती हैं। कुल मिलाकर आठ कंपनियों में से सात का गठन डिलिजेंस ग्रुप की छत्रछाया में किया गया था, आठवीं है पूजा ऑटोमोबाइल्स, वह कंपनी जिसमें मनोरमा अपने पति के बहनोई के साथ साझीदार हैं।

पूजा की बुआ भी हैं शेयर होल्डर

डिलिजेंस कंपनियों में थर्मोवेरिटा इंजीनियरिंग शामिल है। रिकॉर्ड के मुताबिक, इसके शेयरधारकों में लता बांगर, जो पूजा के पिता दिलीप की बहन हैं और उनके पति महादेव बांगर शामिल हैं। कंपनी का पता पुणे के तलवड़े में एक कमर्शियल लैंड से जुड़ा है जिसका स्वामित्व उनकी मां मनोरमा के पास है। इस पते का उपयोग पूजा ने अपने विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए राशन कार्ड प्राप्त करने के लिए भी किया था।

अन्य डिलिजेंस कंपनियों में दो चीनी और कृषि कंपनियां शामिल हैं । इन सभी में खेडकर या उनके करीबी रिश्तेदार और उनसे जुड़े अन्य लोग निदेशक या शेयरधारक हैं। इंडियन एक्सप्रेस ने डिलिजेंस ग्रुप की कंपनियों और ऑटोमोबाइल फर्म से जुड़े रिकॉर्ड को ट्रैक किया और खेडकरों के कुछ रिश्तेदारों और इन कंपनियों में नामित अन्य लोगों से बात की जिससे कुछ जानकारी सामने आई।

मां मनोरमा इन कंपनियों में हैं शेयरधारक

डिलिजेंस समूह की कंपनियों में से पूजा के पास 2018 में डिलिजेंस इंफ्राप्रोजेक्ट्स में 20% हिस्सेदारी थी। उनके भाई पीयूष के पास 2022 में ओम डीप शुगर एंड एग्रो में 50% हिस्सेदारी थी। उनकी मां मनोरमा साल 2018 तक इन तीन कंपनियों- डिलिजेंस शुगर एंड एग्रो, डिलिजेंस (इंडिया) कॉर्पोरेशन और डिलिजेंस इंफ्राप्रोजेक्ट्स में में शेयरधारक थीं।

ओम दीप शुगर एंड एग्रो को छोड़कर डिलिजेंस ग्रुप की अन्य छह कंपनियों में से किसी ने भी 2019 के बाद अपना वार्षिक रिटर्न दाखिल नहीं किया है।

इन कंपनियों से भी जुड़े हैं रिश्तेदार

दिलीप के जीजा (brother-in-law) महादेव रिकॉर्ड में चार डिलिजेंस कंपनियों से जुड़े हुए हैं। महादेव महाराष्ट्र के अहमदनगर में मनोरमा द्वारा संचालित ट्रैक्टर डीलरशिप पूजा ऑटोमोबाइल्स में भी भागीदार हैं। इंडियन एक्सप्रेस से फोन पर बात करते हुए महादेव ने दावा किया कि वह इन कंपनियों के कामकाज में शामिल नहीं थे। उन्होंने कहा, “हम भागीदार हैं लेकिन कंपनियां अब बंद हो गई हैं। इसमें अन्य लोग भी शामिल थे। मुझे इन बिजनेस के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। खेडकर हमारे रिश्तेदार हैं। लता दिलीप खेडकर की बहन हैं।”

पूजा के कज़िन संचित चार डिलिजेंस कंपनियों से जुड़े हैं

पूजा के कज़िन संचित हांगे चार डिलिजेंस कंपनियों से जुड़े हैं। पुणे के इंदापुर तालुका में रहने वाले संचित के पिता तानाजीराव हांगे खुद को किसान और कांग्रेस के पूर्व तालुका पदाधिकारी बताते हैं। यह पूछे जाने पर कि खेडकर उस कंपनी के स्वामित्व वाली कारों का उपयोग क्यों कर रहे थे जिसमें उनका बेटा निदेशक है, तानाजीराव ने कहा, “संचित पेशे से किसान है और मुझे कंपनियों में उनकी भागीदारी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। पूजा की मां मनोरमा मेरी पत्नी की छोटी बहन हैं। तानाजीराव ने यह भी दावा किया कि संचित यात्रा कर रहे थे और उनसे संपर्क नहीं किया जा सका।

पुणे के पते पर रजिस्टर्ड हैं इतनी कंपनियां

कविता बेंडेले और उनके बेटे आकाश थर्मोवेरिटा सहित पांच डिलिजेंस कंपनियों में शामिल है। जब इंडियन एक्सप्रेस ने बेंडेले के पुणे स्थित आवास का दौरा किया, तो उन्होंने खेडकरों को बस परिचित बताया। उन्होंने कहा, “हम साधारण, मध्यमवर्गीय लोग हैं। हम कंपनियों के बारे में तो जानते हैं लेकिन उनके कामकाज या वित्तीय स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हम खेडकरों को बस सामान्य रूप से जानते हैं। हमारे नाम वहां कंपनियों में हैं क्योंकि उन्होंने हमसे अनुरोध किया था।”

कविता का बेटा आकाश ओम दीप शुगर एंड एग्रो प्राइवेट लिमिटेड में शेयरधारक है। यह कंपनी पुणे के सदानंद अपार्टमेंट में रजिस्टर्ड है जिसका स्वामित्व मनोरमा के नाम पर है। इस पते पर दो अन्य डिलिजेंस कंपनियां भी पंजीकृत थीं। चौथी डिलिजेंस कंपनी में पुणे के चंद्रलोक अपार्टमेंट में मनोरमा के स्वामित्व वाली दुकान के पते का इस्तेमाल किया गया है।

क्यों चर्चा में हैं पूजा खेडकर?

2023-बैच की ट्रेनी आईएएस अधिकारी पूजा पर फर्जी दिव्यांगता और ओबीसी सर्टिफिकेट के आधार पर सिविल सर्विस में चयनित होने के आरोप हैं। जिसके बाद उन्हें लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी वापस बुला लिया गया और उनके जिला प्रशिक्षण कार्यक्रम को भी रोक दिया गया। संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने कदाचार के आरोपों की जांच के बाद पूजा खेडकर के खिलाफ “गलत बयानी और गलत तथ्य पेश करने” के लिए एक आपराधिक मामला दर्ज किया।

आयोग ने एक बयान में कहा कि खेडकर ने कथित तौर पर सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए अपनी पहचान में हेरफेर किया और स्वीकार्य प्रयासों से अधिक प्रयास किए। बयान में कहा गया है कि यूपीएससी ने 2022 की परीक्षा के लिए उनकी उम्मीदवारी रद्द करने के संबंध में एक कारण बताओ नोटिस भी जारी किया है और उन्हें आगे की परीक्षाओं से प्रतिबंधित करने पर विचार कर रहा है।