हरियाणा की फरीदाबाद लोकसभा सीट पर जातीय समीकरणों के लिहाज से जाट मतदाता सबसे ज्यादा हैं लेकिन 1999 से यहां से कोई भी जाट नेता लोकसभा में नहीं पहुंचा है। 1996, 1998 और 1999 में लगातार तीन बार जाट नेता रामचंद्र बैंदा फरीदाबाद से लोकसभा का चुनाव जीते थे। लेकिन उसके बाद यहां से लगातार गुर्जर नेता ही लोकसभा पहुंचते रहे हैं।
यह भी हैरानी की बात है कि जाट मतदाता ज्यादा होने के बावजूद बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने ही यहां से किसी भी जाट नेता को टिकट नहीं दिया। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी ऐसा ही हुआ था।
जबकि जाट समुदाय से आने वाले और पांच बार विधायक रहे करण सिंह दलाल इस बार जोर-शोर से कांग्रेस से टिकट की दावेदारी कर रहे थे लेकिन कांग्रेस ने यहां से गुर्जर बिरादरी से आने वाले महेंद्र प्रताप सिंह को प्रत्याशी बनाया है। बीजेपी की ओर से एक बार फिर केंद्रीय मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर चुनाव मैदान में हैं।
हालांकि इनेलो और जेजेपी ने इस समुदाय के नेताओं को प्रत्याशी बनाया है। इनेलो ने सुनील तेवतिया और जेजेपी ने नलिन हुड्डा को टिकट दिया है।
| साल | कौन बने सांसद |
| 1996 | रामचंद्र बैंदा |
| 1998 | रामचंद्र बैंदा |
| 1999 | रामचंद्र बैंदा |
| 2004 | अवतार सिंह भड़ाना |
| 2009 | अवतार सिंह भड़ाना |
| 2014 | कृष्ण पाल गुर्जर |
| 2019 | कृष्ण पाल गुर्जर |
Krishan Pal Gurjar Faridabad: 6.45 लाख वोटों से जीते थे कृष्ण पाल गुर्जर
पिछले दो चुनावों में भाजपा प्रत्याशी कृष्ण पाल गुर्जर ने बड़ी जीत हासिल की है। 2014 के लोकसभा चुनाव में कृष्ण पाल गुर्जर ने कांग्रेस के उम्मीदवार अवतार सिंह भडाना को 4.67 लाख मतों के अंतर से हराया था जबकि 2019 में उनकी जीत का आंकड़ा 6.45 लाख वोटों का रहा था। कृष्ण पाल गुर्जर को फिर से टिकट मिलने की वजह उनकी बड़ी जीत ही रही है।

2019 Haryana Assembly Election: बीजेपी के पास हैं सात सीटें
फरीदाबाद लोकसभा सीट में 9 विधानसभा सीटें आती हैं। इन सीटों के नाम बड़खल, एनआईटी, तिगांव, फरीदाबाद, पृथला और बल्लभगढ़ सीटें फरीबाद जिले में हैं जबकि पलवल, हथीन और होडल पलवल जिले में आती हैं। इनमें से 2019 के विधानसभा चुनाव में सात विधानसभा सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी जबकि एक सीट पर कांग्रेस और एक सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीते थे। इससे पता चलता है कि विधानसभा सीटों के लिहाज से भी बीजेपी यहां काफी मजबूत है।
Faridabad Lok Sabha Seat: फरीदाबाद में हैं 24 लाख से ज्यादा मतदाता
राजनीतिक दलों से मिले आंकड़ों के मुताबिक, फरीदाबाद में 24 लाख 17 हजार मतदाता हैं। इस सीट पर सबसे ज्यादा जाट बिरादरी के 4.20 हजार मतदाता हैं। इसके बाद अनुसूचित जाति के 3.65 लाख, गुर्जर 3.50 लाख, ओबीसी 3.10 लाख, ब्राह्मण 2.40 लाख, मुस्लिम 2.35 लाख और बाकी अन्य समुदाय के मतदाता हैं।

Haryana Jat Politics: जाटों को टिकट देने में कंजूसी
कांग्रेस में टिकट बंटवारे में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष उदयभान की चली है जबकि बीजेपी ने सोशल इंजीनियरिंग का ध्यान रखते हुए हरियाणा में टिकटों का बंटवारा किया है। लेकिन हरियाणा की सबसे बड़ी आबादी होने के बाद भी जाट समुदाय को बीजेपी और कांग्रेस की ओर से सिर्फ दो-दो टिकट ही दिए गए हैं।
नाराज नेता बिगाड़ सकते हैं समीकरण
पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल कांग्रेस से नाराजगी जता रहे हैं। दलाल का कहना है कि कांग्रेस का टिकट उन्हें ही दिया जाना चाहिए था। हालांकि कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने उन्हें मनाने की पूरी कोशिश की है। इसी तरह बीजेपी भी फरीदाबाद में नाराज नेताओं को मनाने में जुटी है। पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद फरीदाबाद में पूर्व विधायक नागेंद्र भड़ाना को मनाने के लिए उनके घर पहुंचे।
हरियाणा में लोकसभा की 10 सीटें हैं और यहां सभी सीटों पर छठे चरण में (25 मई) को वोटिंग होगी।

