हरियाणा में विधानसभा चुनाव की तैयारी कर रही बीजेपी के लिए उसके अपने ही नेता मुसीबत खड़ी करते दिख रहे हैं। केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से भाजपा के सांसद राव इंद्रजीत सिंह ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर भ्रष्टाचार करने का शक जताया है और सीबीआई जांच की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री नायब सिंंह सैनी को पत्र लिखा है।
राव इंद्रजीत सिंंह ने यह मांग ऐसे समय की है जब हरियाणा के मुख्यमंत्री सैनी कांग्रेस को भ्रष्टाचार की जननी बता रहे हैं और कह रहे हैं कि 2014 से पहले हरियाणा में भ्रष्टाचार का बोलबाला था। उधर, राज्य में ‘हरियाणा मांगे हिसाब’ नाम से अपना चुनावी अभियान चला रही कांग्रेस ने राव इंद्रजीत सिंंह के कदम पर चुटकी ली है।
किस बात पर राव इंद्रजीत सिंंह ने की सीबीआई जांच की मांग
राव इंद्रजीत सिंंह ने गुरुग्राम की इको ग्रीन कंपनी को लेकर मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पत्र लिखा है। पत्र में राव इंद्रजीत सिंह ने कहा है कि इको ग्रीन कंपनी के कारण गुरुग्राम के लोगों को कई सालों तक मुश्किलें हुई। राज्य सरकार के तमाम निर्देशों के बावजूद कंपनी के कामकाज में किसी तरह का कोई सुधार नहीं हुआ।
इको ग्रीन कंपनी की जिम्मेदारी गुरुग्राम नगर निगम के अंतर्गत आने वाले हर घर से कूड़ा इकट्ठा करने की थी। हालांकि कंपनी के खिलाफ शिकायतें मिलने के बाद हाल ही में इस कंपनी की जगह कूड़ा उठाने का काम दूसरी कंपनी को दे दिया गया था।

राव इंद्रजीत सिंह ने अपने पत्र में कहा है कि इस कंपनी को साढ़े तीन सौ करोड़ रुपए दिए गए जबकि कंपनी ने टेंडर में जो शर्तें थी, उनका पालन नहीं किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस मामले में सीबीआई से जांच कराने की मांग की है।
पहले भी लगा चुके हैं आरोप
राव इंद्रजीत सिंह दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव होने की बात राज्य में बीजेपी की सरकार होने के दौरान कई बार कह चुके हैं। मोदी सरकार 3.0 में केंद्रीय राज्य मंत्री बनाए जाने के बाद से राव इंद्रजीत सिंह काफी नाराज हैं और वह खुलकर कह चुके हैं कि उन्हें इस बार भी मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री नहीं बनाया गया। विधानसभा चुनाव में वह इस बार अपनी बेटी आरती सिंंह राव को भी लॉन्च करने की तैयारी में हैं।
कांग्रेस ने उछाला मुद्दा
रोहतक के सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने राव इंद्रजीत सिंह के द्वारा मुख्यमंत्री सैनी को लिखे गए पत्र को लेकर अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर टिप्पणी की है। हुड्डा इन दिनों हरियाणा मांगे हिसाब अभियान के तहत प्रदेश का दौरा कर रहे हैं। वह आने वाले दिनों में बीजेपी के नेताओं के बयानों को चुनाव में मुद्दा बना सकते हैं।

तीन गुना ज्यादा भुगतान करने का आरोप
मुख्यमंत्री सैनी को लिखे गए अपने पत्र में राव इंद्रजीत सिंह ने इस मामले में गुरुग्राम नगर निगम के कई पार्षदों की शिकायत का भी जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि इको ग्रीन कंपनी को एग्रीमेंट से तीन गुना ज्यादा भुगतान किया गया और ऐसा 2019 से 2023 तक किया गया।
दक्षिणी हरियाणा के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह ने अपने पत्र में कहा है इस कंपनी को 350 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया जबकि कंपनी ने कोई काम नहीं किया। राव ने लिखा है कि इससे पता चलता है कि सरकार, अफसरों और इको ग्रीन कंपनी के बीच जबरदस्त मिलीभगत है।
राव इंद्रजीत सिंह इससे पहले भी सफाई के मामले में राज्य सरकार के विफल होने की बात कह चुके हैं। राव ने पत्र में इस बात पर जोर दिया है कि जो लोग गंदगी की समस्या से कई सालों से परेशान हैं, उन्होंने लोकसभा के चुनाव में अपना गुस्सा दिखाया है और उनकी इस समस्या को हल किया जाना चाहिए।
पिछले महीने ही मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राज्य सरकार के अफसरों को निर्देश दिए थे कि गुरुग्राम की सफाई व्यवस्था में किसी तरह की कमी नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि वह गुरुग्राम आकर खुद इस बात को परखेंगे कि शहर की सफाई व्यवस्था का क्या हाल है।

6 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं राव इंद्रजीत सिंह
राव इंद्रजीत सिंह सिर्फ दक्षिणी हरियाणा (अहीरवाल) के ही नहीं पूरे हरियाणा के बड़े नेताओं में शुमार हैं। वह 6 बार सांसद का चुनाव जीत चुके हैं। इनमें से 4 बार वह गुरुग्राम से जीते हैं जबकि दो बार भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट से। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर में 11 बार चुनाव लड़ा है और इसमें उन्हें सिर्फ एक बार हार का सामना करना पड़ा है।
सरकारी दफ्तरों में भ्रष्टाचार का बोलबाला: राव नरबीर सिंह
बीते रविवार को ही हरियाणा सरकार के पूर्व मंत्री राव नरबीर सिंह ने खुलकर अपनी सरकार को निशाने पर लिया था। राव नरबीर सिंह ने कहा था कि हरियाणा में अधिकारियों ने लूट मचा रखी है। विशेषकर गुरुग्राम में हर काम के लिए अफसर आम लोगों से मोटा पैसा ले रहे हैं। उन्होंने कहा था कि अफसर बेलगाम हो चुके हैं। सड़कों पर चालान काटकर लूट की जा रही है और तहसील हो या कोई भी सरकारी दफ्तर, सभी जगह भ्रष्टाचार का बोलबाला है।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले बीजेपी के नेताओं द्वारा अपनी ही सरकार पर इतने गंभीर आरोप लगाने से कांग्रेस को बीजेपी सरकार के खिलाफ एक बड़ा मुद्दा मिल गया है।

मिलेनियम सिटी है गुरुग्राम
गुरुग्राम को मिलेनियम सिटी भी कहा जाता है। पिछले कुछ सालों में यह शहर हिंदुस्तान के नक्शे में एक चमकते शहर के रूप में उभरा है। 2023 में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से मिले आंकड़ों के मुताबिक, गुरुग्राम भारतीय शहरों में इनकम टैक्स देने वाला 9 वां सबसे बड़ा शहर है। गुरुग्राम लगभग 10000 करोड़ रुपए का टैक्स देता है और इसका एक चौथाई- आईटी कंपनियों, कंसलटेंसी फर्म आदि से आता है। गुरुग्राम रियल एस्टेट क्षेत्र में भी बड़ी पहचान बना चुका है।
पंजाब से ज्यादा था अकेले गुरुग्राम का जीएसटी कलेक्शन
साल 2023 में जीएसटी कलेक्शन में गुरुग्राम हरियाणा में पहले नंबर पर रहा था। हरियाणा के कुल जीएसटी कलेक्शन में अकेले गुरुग्राम का हिस्सा 40 फीसदी से ज्यादा था। 2023 में हरियाणा का जीएसटी कलेक्शन 10035 करोड़ रुपये था और इसमें गुरुग्राम का हिस्सा 4500 करोड़ से ज्यादा रहा था जबकि पंजाब का कुल जीएसटी कलेक्शन 2,316 करोड़ था।