हरियाणा में बीजेपी को विधानसभा चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी करने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। कई जगह पर पार्टी के संभावित उम्मीदवारों का विरोध होना शुरू हो गया है। पहले यह कहा जा रहा था कि बीजेपी शुक्रवार शाम तक उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर देगी लेकिन पार्टी ने विरोध की खबरों को देखते हुए अपने पैर पीछे खींच लिए। दूसरी ओर, कांग्रेस भी उम्मीदवारों के चयन में जुटी हुई है।
हरियाणा में लोकसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत लगाने के बाद भी बीजेपी का प्रदर्शन खराब रहा था। लोकसभा चुनाव के नतीजे के बाद से ही बीजेपी हाईकमान लगातार हरियाणा पर नजर रख रहा है।
हाईकमान ने पार्टी नेताओं को एकजुट होकर चुनाव में जाने के लिए कहा है। हालांकि बीजेपी में कांग्रेस की तरह मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कोई लड़ाई नहीं दिखाई देती लेकिन फिर भी पार्टी को टिकटों का बंटवारा बहुत सोच-समझकर करना होगा वरना उसके लिए सत्ता में वापसी करना मुश्किल हो सकता है।
लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी को हुआ नुकसान
राजनीतिक दल | विधानसभा चुनाव 2014 में मिली सीट | लोकसभा चुनाव 2014 में मिली सीट | विधानसभा चुनाव 2019 में मिली सीट | लोकसभा चुनाव 2019 में मिली सीट | लोकसभा चुनाव 2024 में मिली सीट |
कांग्रेस | 15 | 1 | 31 | 0 | 5 |
बीजेपी | 47 | 7 | 40 | 10 | 5 |
लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर बढ़ा, बीजेपी का घटा
राजनीतिक दल | लोकसभा चुनाव 2019 में मिले वोट (प्रतिशत में) | लोकसभा चुनाव 2024 में मिले वोट (प्रतिशत में) |
कांग्रेस | 28.51 | 43.67 |
बीजेपी | 58.21 | 46.11 |
एक-तिहाई विधायकों के टिकट काट सकती है पार्टी
बीजेपी हरियाणा में अपने एक-तिहाई विधायकों के टिकट काट सकती है। इनमें कुछ मंत्री भी शामिल हैं। कांग्रेस की ओर से विनेश फोगाट को चुनाव में उम्मीदवार बनाए जाने की चर्चा के बीच बीजेपी भी कुछ बड़े खिलाड़ियों को चुनाव मैदान में उतारने पर विचार कर रही है। इनमें दीपक हुड्डा, उनकी पत्नी स्वीटी बूरा, पहलवान योगेश्वर दत्त के अलावा बॉक्सर विजेंदर सिंह का नाम शामिल है। दीपक हुड्डा महम सीट से, योगेश्वर दत्त गोहाना से स्वीटी बूरा बरवाला से टिकट मांग रहे हैं।

सीएम की सीट को लेकर अटकलें जारी
बीजेपी में अभी तक यह भी तय नहीं हो पाया है कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी कहां से चुनाव लड़ेंगे। मुख्यमंत्री सैनी ने मीडिया से बातचीत में कहा है कि वह करनाल से चुनाव लड़ेंगे जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बड़ौली का कहना है कि मुख्यमंत्री लाडवा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। इसे लेकर भी सोशल मीडिया, अखबारों और टीवी में तमाम तरह की चर्चाएं हैं। बीजेपी सैनी को मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित कर चुकी है।
प्रदेश अध्यक्ष नहीं लड़ेंगे चुनाव
बीजेपी ने साफ किया है कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मोहन लाल बड़ौली चुनाव नहीं लड़ेंगे। पार्टी की यह रणनीति है कि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव प्रचार के दौरान हर विधानसभा सीट पर अपना पूरा वक्त दें।
शर्मा, दुग्गल के नाम पर चर्चा, विरोध में उतरे कार्यकर्ता
शुक्रवार शाम को जब इस बात की चर्चा हुई कि भाजपा पूर्व सांसद डॉक्टर अरविंद शर्मा को गोहाना और पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को रतिया सीट से चुनाव लड़ा सकती है तो इसे लेकर कई स्थानीय नेता विरोध में उत्तर आए।
लोकसभा चुनाव में डॉक्टर अरविंद शर्मा रोहतक सीट से चुनाव हारे थे। उन्हें दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने 3,45,000 वोटों के अंतर से हराया था। गोहाना की सीट से पूर्व ओलंपियन पहलवान योगेश्वर दत्त चुनाव लड़ना चाहते हैं। अरविंद शर्मा को टिकट मिलने की चर्चाओं के बाद योगेश्वर दत्त दिल्ली आए और उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की।
योगेश्वर दत्त दो बार बीजेपी के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं लेकिन तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।

लोकसभा चुनाव में काट दिया था दुग्गल का टिकट
रतिया सीट से पार्टी के विधायक लक्ष्मण नापा और जिला अध्यक्ष बलदेव ग्रोहा ने स्पष्ट रूप से कहा है कि रतिया से किसी स्थानीय किसी नेता को ही चुनाव मैदान में उतारा जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो इसका विरोध किया जाएगा। सुनीता दुग्गल ने 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी के टिकट पर सिरसा सीट से जीता था लेकिन इस बार पार्टी ने उनका टिकट काट दिया था।
इसके अलावा अहीरवाल की सीटों पर टिकट बांटने में भी बीजेपी को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। यहां केंद्रीय मंत्री और गुरुग्राम से सांसद राव इंद्रजीत सिंह की बेटी आरती राव को अटेली से टिकट मिलना लगभग तय है। इसके अलावा तीन और सीटों पर राव के समर्थकों को पार्टी टिकट दे सकती है।

65 सीटों पर उम्मीदवार तय
लंबी चुनावी कसरत के बाद बीजेपी ने विधानसभा की सभी 90 सीटों को लेकर एक दौर की चर्चा कर ली है। खबरों के मुताबिक 65 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम पार्टी फाइनल कर चुकी है। बची हुई सीटों पर तमाम राजनीतिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए उम्मीदवारों का चयन किया जाएगा।
हरियाणा में 5 सितंबर से नामांकन शुरू होने वाले हैं और ऐसा माना जा रहा है कि पार्टी किसी बड़ी बगावत से बचने के लिए सूची जारी करने में देर कर रही है क्योंकि पार्टी को डर है कि जो नेता टिकट मिलने से वंचित रह जाएंगे, वे पार्टी का चुनावी समीकरण बिगाड़ सकते हैं। बताया जा रहा है कि बीजेपी तीन चरणों में अपने उम्मीदवारों का ऐलान करेगी।
पिछले विधानसभा चुनाव में हार का सामना करने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री रामबिलास शर्मा, कैप्टन अभिमन्यु, ओपी धनखड़, कविता जैन को भी चुनाव मैदान में उतार सकती है। हरियाणा के पूर्व गृहमंत्री अनिल विज को उनकी पुरानी सीट अंबाला कैंट से चुनाव लड़ाने के लिए भी पार्टी तैयार है।