26 अप्रैल, 2024 को दूसरे चरण के चुनाव शुरू होने के साथ ही लाइटहाउस जर्नलिज्म को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक वीडियो खूब शेयर होता हुआ मिला। वीडियो में एक व्यक्ति मतदान प्रक्रिया के दौरान मशीन को नुक्सान पहुंचाता हुआ दिखाई दे रहा है। जांच के दौरान हमने पाया कि वायरल हो रहा दावा फर्जी है। हाल ही का बताकर वायरल किया जा रहा वीडियो पुराना है।

क्या है दावा?

X यूजर Megh Updates  वायरल वीडियो अपने प्रोफ़ाइल पर साझा किया.

इस पोस्ट का आर्काइव वर्जन यह देखे।

अन्य उपयोगकर्ता भी इसी दावे के साथ वीडियो साझा कर रहे हैं कि वीडियो हाल ही का है।

जांच पड़ताल:

हमने अपनी जांच की शुरुआत इनविड टूल में वीडियो अपलोड करके प्राप्त कीफ्रेम्स पर रिवर्स इमेज सर्च करके की।

हमें साक्षी टीवी के यूट्यूब चैनल पर अपलोड की गई घटना के बारे में एक वीडियो न्यूज़ रिपोर्ट मिली।

ग्यारा महीने पहले अपलोड किये इस वीडियो का शीर्षक था: Man Breaks EVM Machine | Karnataka Elections | Garam Garam Varthalu @SakshiTVWatch

हमें द हिन्दू के वेबसाइट पर भी इस घटना के बारे में खबर मिली। इस रिपोर्ट को १२ मई, २०२३ को अपलोड किया गया था.

‘मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति द्वारा ईवीएम नियंत्रण इकाई को क्षतिग्रस्त किया गया’ इस शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया था, “उल्लिखित घटना मैसूर के चामुंडेश्वरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत हूटागली मतदान केंद्र पर हुई।”

अधिकारियों ने बताया कि व्यक्ति की पहचान 48 वर्षीय शिवमूर्ति के रूप में हुई है। उस व्यक्ति पर भारतीय दंड संहिता की धारा 84 के तहत मामला दर्ज किया गया है।

हमें starofmysore.com इस वेबसाइट पर भी ये दावा मिला.

One arrested for destroying ballot control unit at Hootagalli polling booth

रिपोर्ट में उल्लेख किया गया: बाद में, क्षतिग्रस्त बैलेट कंट्रोल यूनिट को बदल दिया गया और मतदान प्रक्रिया सुचारू रूप से चली। इस बीच, विजयनगर पुलिस ने उस व्यक्ति को हिरासत में लिया, जिसने कहा कि वह मानसिक रूप से परेशान था और पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया।

निष्कर्ष: 2023 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव का पुराना वीडियो जिसमें मानसिक रूप से परेशान व्यक्ति ईवीएम को नष्ट कर रहा था, उसे हाल ही में चल रहे  लोकसभा चुनाव, 2024 का बताकर वायरल किया जा रहा है। वायरल दावा झूठा है।