बिहार का सीवान लोकसभा क्षेत्र प्रथम राष्ट्रपति डॉ.राजेंद्र प्रसाद, मौलाना मजहरुल हक और डॉ. सैय्यद मोहम्मद के नाम से प्रसिद्ध है। हालांकि, ऐसा नहीं है कि यहां सिर्फ प्रसिद्ध हस्तियां ही पैदा हुई हैं। सीवान कुछ कुख्यात लोगों के नाम से भी जाना जाता है। बंगरा गांव में जन्मे मिथिलेश श्रीवास्तव उर्फ नटवरलाल का नाम भी ठगी विद्या में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। वहीं, गैंगस्टर मो. शहाबुद्दीन को भी आतंक का पर्याय बनते सीवान ने ही देखा है। इस बार यहां से शहाबुद्दीन की पत्नी हिना निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं। आइये जानते हैं सीवान लोकसभा क्षेत्र के बारे में और कौन-कौन है यहां के चुनाव मैदान में।
कैसे आतंक का पर्याय बना ‘साहब’?
प्रतापपुर गांव के मो. शहाबुद्दीन 1990 में जीरादेई से निर्दलीय विधायक चुने गए थे। जिसके बाद 1995 में विधायक का चुनाव लालू प्रसाद की पार्टी से जीते। शहाबुद्दीन ने 1996 में पहली बार लोकसभा का चुनाव जनता दल से लड़ा और भाजपा के जनार्दन तिवारी को हराकर सीट जीती। शहाबुद्दीन 1998 और 1999 में भी जीते। वह 2004 के चुनाव में जेल में रहकर भी चुनाव लड़े और जीते। 1990 के बाद ही सीवान में मो. शहाबुद्दीन को ‘साहब’ कहा जाने लगा और यह आदर नहीं आतंक का प्रतीक बन गया। शहाबुद्दीन सीवान से 1996 से 2004 तक लगातार चार चुनाव जीते।
31 मार्च, 1997 को सीवान के जेपी चौक पर जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कामरेड चंद्रशेखर एक नुक्कड़ सभा कर रहे थे, उसी समय कामरेड चंद्रशेखर की हत्या कर दी गई। पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या, सीवान के कारोबारी चंदा बाबू के दो बेटों गिरीश और सतीश को 2015 में तेजाब से नहला कर उनकी हत्या से ‘साहब’ शहाबुद्दीन का सीवान, अपराध की राजधानी बन चुका था। कोर्ट द्वारा सजायाफ्ता घोषित किए जाने के बाद 2009 में शहाबुद्दीन ने पत्नी हिना शहाब को चुनावी मैदान में उतारा जो निर्दलीय ओमप्रकाश यादव से हार गईं।
हिना शहाब बिहार की एकमात्र मुस्लिम महिला कैंडिडेट हैं
सीवान से 2014 का लोकसभा चुनाव ओमप्रकाश यादव ने भाजपा के टिकट पर जीता। वहीं, 2019 में अजय सिंह की पत्नी कविता सिंह ने यहां हिना शहाब को मात दी। शहाबुद्दीन की पत्नी हिना शहाब 2009, 2014, 2019 में चुनाव लड़ी लेकिन तीनों ही बार हार गईं। 2024 के चुनाव में वह निर्दलीय सीवान के चुनाव मैदान में उतरीं हिना बिहार की एकमात्र मुस्लिम महिला कैंडिडेट हैं। हिना बुर्का पहनकर चुनाव प्रचार करती हैं पर वह महेंद्र नाथ मंदिर के नजदीक कन्या पूजन और श्री राम शोभा यात्रा में भी शरीक होती हैं।

‘साहब, बीवी और गैंगस्टर रिटर्न्स’ इन सीवान
2021 में शहाबुद्दीन की कोविड से मौत के बाद लालू यादव परिवार ने शहाबुद्दीन की पत्नी से दूरी बनानी शुरू कर दी थी। हिना पहले भी कई बार ये आरोप लगा चुकी हैं। लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें राजद द्वारा मनाने की कोशिश की गई थी लेकिन जिद पर अड़ी हिना ने निर्दलीय नामांकन दाखिल कर दिया है। AIMIM ने उन्हें समर्थन देने का ऐलान किया है।
जेडीयू ने बाहुबली अजय सिंह की पत्नी और मौजूदा सांसद कविता सिंह की जगह विजयलक्ष्मी कुशवाहा को टिकट दिया है। विजयलक्ष्मी जदयू के पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा की पत्नी हैं। राजद ने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। वहीं, हिना शहाब की एंट्री से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
कौन-कौन है सीवान के चुनाव मैदान में?
बिहार की 40 सीटों में से एक सीवान लोकसभा सीट पर चुनाव के छठे चरण के तहत 25 मई 2024 को मतदान होगा। इस सीट से जेडीयू ने विजयालक्ष्मी देवी और आरजेडी ने अवध बिहारी चौधरी को मैदान में उतारा है। वहीं, हिना शहाब निर्दलीय चुनाव मैदान में हैं।

सीवान लोकसभा क्षेत्र का इतिहास
सीवान लोकसभा में 6 विधानसभा सीटें आती हैं। आजादी के बाद 1957 में हुए चुनाव में राजेंद्र प्रसाद के निकटवर्ती वकील झूलन सिन्हा सीवान से जीते थे। 1962, 1967, 1971 और 1980 में कांग्रेस के मोहम्मद युसूफ चुने गए। वहीं, इमरजेंसी के बाद 1977 में हुए चुनाव में मो. युसूफ को हार का सामना करना पड़ा और जनता पार्टी के मृत्युंजय प्रसाद सांसद बने। 1984 में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल गफूर सीवान से जीते। वहीं, सीवान में जनसंघ का बीज बोने वाले जनार्दन तिवारी ने 1989 के चुनाव में जीतकर भाजपा का खाता खोला।
सीवान लोकसभा चुनाव 2019 परिणाम
पिछला चुनाव यहां से जेडीयू की कविता सिंह ने जीता था, जिन्होंने आरजेडी की हिना शहाब को हराया था। कविता को 4.48 लाख और हिना को 3.31 लाख वोट मिले थे।
पार्टी | कैंडिडेट | वोट प्रतिशत |
जेडीयू | कविता सिंह | 45.54 |
आरजेडी | हिना साहब | 33.66 |
सीपीआई (एम) एल | अमर नाथ यादव | 7.58 |
सीवान लोकसभा चुनाव 2014 परिणाम
लोकसभा चुनाव 2014 में यहां से बीजेपी के ओम प्रकाश यादव ने जीत हासिल की थी। उन्होंने आरजेडी की हिना शहाब को हराया था। ओम प्रकाश को 3.72 लाख और हिना को 2.58 लाख वोट मिले थे।
पार्टी | कैंडिडेट | वोट प्रतिशत |
बीजेपी | ओम प्रकाश यादव | 42.16 |
आरजेडी | हिना साहब | 29.29 |
सीपीआई (एम) एल | अमर नाथ यादव | 9.16 |