न्यूयॉर्क के मैडम तुसाद म्यूजियम में योग गुरु बाबा रामदेव का पुतला लगाया जाएगा। बाबा राम के मोम के पुतले का अनावरण दिल्ली के एक समारोह में किया गया। खुद बाबा रामदेव ने अपने पुतले पर तिलक लगाया और उसके साथ सेम टू सेम योग मुद्रा में पोज दिए।
मैडम तुसाद म्यूजियम में किसी पहले सन्यासी की लगेगी प्रतिकृति
बता दें कि ऐसा पहली बार होगा कि किसी सन्यासी का पुतला मैडम तुसाद म्यूजियम में लग रहा है। इस दौरान बाबा रामदेव ने अपना पुतला लगाए जाने की कहानी बताई। उन्होंने पुतले की बारियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि पैर के नाखून तक भी सेम टू सेम लग रहे हैं। उन्होंने बताया कि कैसे पुतले के लिए उनके शरीर का नाप लिया गया और किस तरह 600 से अधिक कलाकारों ने मिलकर उनके पुतले को तैयार किया। इस दौरान वे काफी उत्साहित नजर आए।
असली बाबा रामदेव और उनकी मूर्ति में फर्क करना मुश्किल
जब रामदेव ने अपनी मोम की मूर्ति का अनारण किया तो वहां मौजूग लोग हैरान रह गए। असली राम देव और मोम की मूर्ति वाले रामदेव में अंतर खोज पाना मुश्किल है। जब योग गुरु अपनी मोम की प्रतिकृति के बगल में खड़े हुए तो दोनों सेम टू सेम लग रहे थे।
समारोह के बाद न्यूयॉर्क भेजी जाएगी मूर्ति
रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में अनावरण के बाद योग गुरु के मोम की प्रतिकृति न्यूयॉर्क के मैडम तुसाद म्यूजियम भेजी जाएगी। पतंजलि योगपीठ के केंद्रीय प्रवक्ता एसके तिजारावाला ने कहा कि यह भारतीय संस्कृति, संन्यास और सनातन योग परंपरा की वैश्विक प्रतिष्ठा का ऐतिहासिक अवसर है। इस समारोह में पतंजलि योगपीठ के सह संस्थापक आचार्य बालकृष्ण और पतंजलि योगपीठ (यूके) ट्रस्ट की संस्थापक ट्रस्टी सुनीता पोद्दार भी मौजूद थे।