चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा नाराज होकर नेपाल की अपनी पहली यात्रा रद्द किये जाने से जुड़ी खबरों के बीच बीजिंग ने सोमवार (12 सितंबर) को कहा कि दोनों देशों के बीच इस मुद्दे पर ‘करीबी वार्ता’ चल रही है और चीन नेपाल की नयी सरकार को महत्व देता है।शी की यात्रा रद्द होने से जुड़ी खबरों को लेकर एक संवाददाता सम्मेलन में जवाब देते हुए चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनिंग ने कहा, ‘‘आपने कहा कि यात्रा रद्द हो गयी है। ऐसा कहना उचित नहीं है।’’हुआ ने कहा, ‘‘चीन और नेपाल के बीच उच्च स्तर पर करीबी वार्ता हो रही है। चीन नेपाल की नयी सरकार को महत्व देता है और हम नेपाल के साथ द्विपक्षीय रिश्तों में हुई नयी प्रगति को बढ़ावा देना चाहेंगे।’’
उन्होंने विवरण के बारे में जोर देकर पूछे जाने पर कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि यह कहना उचित होगा कि यात्रा रद्द हो गयी है क्योंकि दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय वार्ता चल रही है।’’
हुआ ने कहा, ‘‘हम ये कह सकते हैं कि संबंधित मुद्दे पर नेपाल के साथ करीबी बातचीत चल रही है और तय समय पर हम लोग इस बाबत सूचित करेंगे।’’शी को अगले महीने नेपाल की यात्रा पर जाना था।हालांकि काठमांडो से आ रही खबरों में कहा गया है कि चीन प्रचंड की अगुवाई वाली नेपाल की नयी सरकार से नाराज है, जिन्हें अपने पूववर्ती के पी शर्मा ओली की चीन समर्थित नीति के कारण भारत के साथ संबंधों में आयी खटास को दूर करने के प्रयासों के तहत अगले सप्ताह भारत की यात्रा पर जाना है। खबरों के मुताबिक चीन शी की यात्रा को लेकर तैयारी में कमी समेत कई मुद्दों को लेकर नेपाल से नाखुश है। नेपाल सरकार ने भी शी की यात्रा के रद्द होने से जुड़ी खबरों का यह कहते हुए खंडन किया है कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। नेपाल के विदेश मंत्री प्रकाश शरन महत ने कहा था, ‘‘हम चीनी राष्ट्रपति की यात्रा की उम्मीद लगाए हैं, हालांकि यात्रा की तारीख अभी तय नहीं है।’’