Bangladesh News: दुनिया के सुपर पावर मुल्क यानी अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव संपन्न हो गए हैं और नतीजों में 295 इलेक्टोरल वोट्स के साथ रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप ने एक बड़ी जीत दर्ज की है। अमेरिकी चुनावों पर दुनियाभर की नजर थी। इसकी वजह यह है कि अमेरिका के हर छोटे-बड़े फैसले का असर दुनिया पर पड़ सकता है।
वहीं ट्रंप की जीत के बाद दुनियाभर से उन्हें बधाई के संदेश आ रहे हैं, इसमें बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस का नाम भी है। दिलचस्प बात यह है कि दूसरी ओर बांग्लादेश में तख्तापलट के पहले रहीं पीएम शेख हसीना ने भी ट्रंप को बधाई दी है।

ट्रंप के लिए मोहम्मद यूनुस का संदेश
डोनाल्ड ट्रंप को भेजे अपने बधाई संदेश में बांग्लादेश की सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने कहा किआपको दूसरे कार्यकाल के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में चुनना दर्शाता है कि आपका नेतृत्व और दृष्टिकोण संयुक्त राज्य अमेरिका के लोगों के साथ प्रतिध्वनित हुआ है।
मोहम्मद यूनुिस ने कहा कि मुझे विश्वास है कि आपके नेतृत्व में, संयुक्त राज्य अमेरिका फलता-फूलता रहेगा और दुनिया भर में दूसरों को प्रेरित करता रहेगा। इसके साथ ही यूनुस ने ट्रंप को बांग्लादेश और अमेरिका के बीच मौजूदा संबंधों से भी रूबरू कराया।
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शेख हसीना ने भी भेजा संदेश
अब दिलचस्प बात यह है कि एक तरफ जहां मोहम्मद यूनुस ने बधाई दी है, तो दूसरी ओर बांग्लादेश अवामी लीग की अध्यक्ष और बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना ने डोनाल्ड ट्रंप को शुभकामनाएं भेज दी है। अवामी लीग के वेरिफाइड फेसबुक पेज पर एक पोस्ट के माध्यम से बधाई संदेश जारी किया गया।
पार्टी नेता बिप्लब बरुआ द्वारा हस्ताक्षरित एक आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में उन्होंने कहा कि उनकी शानदार चुनावी जीत उनके असाधारण नेतृत्व गुणों और अमेरिकी लोगों द्वारा उन पर दिए गए अपार विश्वास का प्रमाण है। शेख हसीना ने प्रधानमंत्री के रूप में डोनाल्ड जे ट्रंप और मेलानिया ट्रंप के साथ उनकी पहली अध्यक्षता के दौरान हुई कई बैठकों और बातचीत को याद किया।
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बांग्लादेश में सबसे ज्यादा समय तक पीएम रहीं हैं शेख हसीना
शेख हसीना ने उम्मीद जताई कि उनके दूसरे राष्ट्रपति कार्यकाल के तहत बांग्लादेश और अमेरिका के मित्र देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे। अवामी लीग की अध्यक्ष ने दोनों देशों के द्विपक्षीय और बहुपक्षीय हितों को आगे बढ़ाने के लिए फिर से साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। बता दें कि शेख हसीना बांग्लादेश की सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाली प्रधानमंत्री हैं। 5 अगस्त को बांग्लादेश में हुए जन-विद्रोह के चलते वह बांग्लादेश छोड़ आनन-फानन में भारत आ गई थीं।
मोहम्मद यूनुस कहलाए थे डेमोक्रेट्स के ‘खास’
बांग्लादेश में पिछले तीन-चार महीनों में जो कुछ भी तख्तापलट और विद्रोह का खेल हुआ है, उसमें कथित तौर पर अमेरिका के डीप स्टेट की अहम भूमिका मानी जाती है। यह भी दावा किया जाता है कि यह सबकुछ डेमोक्रेटिक पार्टी द्वारा किया गया, और अमेरिका ने एक रणनीति के तहत मोहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का मुखिया बनाया है।
बांग्लादेश में तख्तापलट और अंतरिम सरकार बनने के बाद जब मोहम्मद यूनुस अमेरिका दौरे पर गए थे, तो राष्ट्रपति जो बाइडेन ने उनका बाहें फैलाकर स्वागत किया था और खुलकर यह बयान दिया था कि अमेरिका की तरफ बांग्लादेश को करोड़ों डॉलर्स की मदद की जाएगी। मोहम्मद यूनुस ने जो बाइडेन के अलावा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से भी मुलाकात की थी।
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मोहम्मद यूनुस को पसंद नहीं करते हैं डोनाल्ड ट्रंप
अब मोहम्मद यूनुस और बांग्लादेश के लिए दिक्कत की बात यह है कि अमेरिका में सरकार बदल गई है। राष्ट्रपति चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने वाले डोनाल्ड ट्रंप को मोहम्मद यूनुस का विरोधी माना जाता है। वहीं मोहम्मद यूनुस घोषित तौर पर डेमोक्रेटिक पार्टी के समर्थक हैं। कई राष्ट्रपति चुनावों के दौरान उन्होंने डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए कैंपेन किया है। जब डोनाल्ड ट्रंप पहली बार अमेरिका के राष्ट्रपति बने थे, तो उस दौरान मोहम्मद यूनुस ने ट्रंप को लेकर पहले विवादित बयान भी दिए थे।
ट्रंप ने हिंदुओं को लेकर जाहिर की थी चिंता
बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद वहां लगातार हिंदुओं पर हमले हो रहे हैं। इसको लेकर पीएम मोदी लगातार सख्त आपत्ति जताते रहे हैं। वहीं ट्रंप ने भी बांग्लादेश में हिंदुओं के हालात पर सख्त नाराजगी जताई थी। उन्होंने दिवाली की शुभकामनाएं देते हुए सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘एक्स’ पर लिखा था कि मैं बांग्लादेश में हिंदुओं, ईसाइयों और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ़ बर्बर हिंसा की कड़ी निंदा करता हूं। भीड़ उन पर हमला कर रही है, लूटपाट कर रही है जो कि पूरी तरह से अराजकता की स्थिति है।
उस दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने यह भी लिखा कि मेरे कार्यकाल में ऐसा कभी नहीं हुआ होता। कमला और जो बाइडन ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया में हिंदुओं की अनदेखी की है। वे इजरायल से लेकर यूक्रेन और हमारी अपनी दक्षिणी सीमा तक तबाही मचा चुके हैं, लेकिन हम अमेरिका को फिर से मज़बूत बनाएंगे और ताकत के ज़रिए शांति वापस लाएंगे।
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सुधर सकते हैं भारत-बांग्लादेश रिश्ते
माना जा रहा है कि ट्रंप की व्हाइट हाउस वापसी के चलते भारत और बांग्लादेश के रिश्ते जो पिछले 6 महीनों से ठंडे बस्ते में चले गए थे, वे एक बार फिर मजबूती की ओर बढ़ सकते हैं। वहीं अगर शेख हसीना वापस बांग्लादेश में जाकर पीएम की कुर्सी पर दिखाई दें, तो वह भी कोई बड़े आश्चर्य की बात नहीं होगी।
अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति में अमेरिका को भारत का समर्थन मिलता रहा है। ऐसे में यह भी देखना होगा कि क्या भारत और अमेरिका के मजबूत रिश्तों के बीच बांग्लादेश अमेरिका से किनारा करते हुए चीन से अपने संबंधों को मजबूती देने के प्रयास करता है या अमेरिका से ही रिश्तों को मजबूत करने की पहल करता है।