US Trade Deal: सैन फ्रांसिसको स्थित रक्षा और अंतरिक्ष निर्माण कंपनी थिसियस के सीईओ इयान लैफ़ी ने अपने हालिया सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए भारत के प्रति अपनी नफरत जाहिर की है। उन्होंने भारत के साथ किसी भी संभावित औपचारिक साझेदारी से लंबे समय से इनकार किया है। अमेरिकी सीईओ के इस कबूलनामे की वजह से इंटरनेट पर नए सिरे से चर्चा शुरू हो गई है।
खास बात यह है कि अमेरिकी कंपनी ने के प्रमुख ने भारत विरोधी बयान ऐसे वक्त में दिया जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन दौरे में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की थी। अमेरिकी सीईओ ने भारतीय ड्रोन कंपनियों को नजरंदाज करने को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की और कहा कि वे लगातार अमेरिकी स्टार्टअप्स को नजरंदाज करते रहे हैं।ॉ
अमेरिकी कंपनी के सीईओ की टिप्पणी पर फूटा लोगों का गुस्सा
थिसियस के कार्यकारी प्रमुख ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “यही वजह है कि मैं उन 10,000 भारतीय ड्रोन कंपनियों के संदेशों का जवाब नहीं देता जो मुझे संदेश भेजती हैं।” लिखते समय, एक्स पर उनके पोस्ट को सिर्फ़ 1,00,000 से ज़्यादा बार देखा गया था। उनके पोस्ट पर रीच बढ़ने के साथ ही भारतीयों ने गुस्सा जाहिर किया, जिसके चलते उनके ट्वीट पर सैकड़ों कमेंट्स देखने को मिले।
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सोशल मीडिया यूजर्स ने उड़ाई धज्जियां
उनके इस ट्वीट को लेकर कई एक्स यूज़र्स ने लैफ़ी को पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के संबंधों की याद दिलाई। @RationalistHindu नाम के यूज़र ने लिखा, “अमेरिकी ड्रोन कंपनियों का क्या?” एक और संभवतः भारतीय मूल के व्यक्ति ने व्यंग्यात्मक लहजे में कहा, “पुतिन लोकतंत्रों से प्यार करते हैं!” एक तीसरे व्यक्ति ने उन्हें घसीटते हुए कहा, “भारत अपनी तकनीक खुद बनाएगा और एक बार डी-डॉलराइज़ेशन हो जाने पर आपको इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।”
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म्यूट करने पड़े पोस्ट
अमेरिकी सीईओ के खिलाफ लोगों का गुस्सा फूटा तो लैफ़ी को अपनी मूल पोस्ट म्यूट करनी पड़ी। उन्होंने एक और संदेश में लिखा, “इसे म्यूट कर रहा हूँ। भारतीय राष्ट्रवाद एक अलग ही स्तर पर है।”
उन्होंने आगे कहा कि हालाँकि वे “अनगिनत अद्भुत और प्रतिभाशाली भारतीय इंजीनियरों को जानते हैं, लेकिन वे नहीं चाहते कि उनका काम तानाशाहों या उनके समर्थकों के हाथों में जाए। लैफ़ी ने यह भी कहा कि वे यूक्रेनी संप्रभुता और संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए काम करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।
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