Donald Trump Threat BRICS: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से ब्रिक्स देशों पर टैरिफ लगाने की वॉर्निंग दी है। ट्रंप ने धमकी भरे लहजे में कहा कि ब्रिक्स के देश इस बात को सही तरीके से समझ लें कि वह अमेरिकी डॉलर को रिप्लेस नहीं कर सकते। अगर ऐसा करन की कोशिश की गई तो अमेरिका इन देशों पर 100 फीसदी टैरिफ लगाएगा। भारत भी ब्रिक्स देश का हिस्सा है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ पर पोस्ट कर लिखा कि ब्रिक्स के देशों से यह भरोसा चाहिए कि वे ना तो नई ब्रिक्स करेंसी बनाएंगे और ना ही किसी अन्य करेंसी को सपोर्ट करेंगे। अगर उन्होंने ऐसा किया तो उन्हें 100 फीसदी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उनके लिए अमेरिका के बाजार के रास्ते बंद हो जाएंगे। वे अपने लिए किसी दूसरे बेवकूफ देश को ढूंढ सकते हैं। इस बात के कोई भी आसार नहीं है कि ब्रिक्स इंटरनेशनल मार्केट में या कहीं और अमेरिकी डॉलर की जगह ले लेगा और जो भी देश कोशिश करेगा उसे टैरिफ को नमस्ते कहना चाहिए और अमेरिका को अलविदा कहना चाहिए।
चीन अमेरिकी बाजार का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर
दुनिया की कुछ सबसे बड़ी उभरती अर्थव्यवस्थाओं का नेतृत्व करने वाले ब्रिक्स देश पहले ही वैश्विक लेनदेन में अमेरिकी डॉलर पर अपनी निर्भरता कम करने में रुचि दिखाई है। इससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि समूह साझा मुद्रा बनाने या द्विपक्षीय व्यापार में राष्ट्रीय मुद्राओं के इस्तेमाल को बढ़ाने की कोशिश कर सकता है। इस तरह के कदम डॉलर को कमजोर कर सकते हैं। कई ब्रिक्स देश खास तौर पर चीन अमेरिकी बाजार के खास एक्सपोर्टर्स हैं। 2022 में अमेरिका ने चीन से 536.8 बिलियन डॉलर का सामान आयात किया, जिससे यह दुनिया के सबसे बड़े व्यापारिक संबंधों में से एक बन गया। ट्रंप की भारी टैरिफ लगाने की धमकियों से इन आर्थिक संबंधों में दरार पड़ सकती है।
अमेरिकी इतिहास के सबसे विवादास्पद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
दबदबा कायम रखना चाहते हैं ट्रंप
ट्रंप की धमकियां ऐसे वक्त में आई हैं जब वे इसके दबदबे को कायम रखना चाहते हैं। टैरिफ का इस्तेमाल करना उनके लिए कोई नई बात नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ब्रिक्स के खिलाफ धमकियां हाल ही में अमेरिका के सबसे बड़े व्यापारिक साझेदारों मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ लगाने के उनके प्रयास के बाद आई हैं। ट्रंप ने तर्क दिया है कि अमेरिका में इलिगल इमिग्रेशन और नशीली दवाओं की तस्करी, खास तौर से फेंटेनाइल से निपटने के लिए ऐसे टैरिफ जरूरी हैं। ट्रंप के नए आदेशों से अमेरिका की सेना में क्या बड़े बदलाव होंगे पढ़ें पूरी खबर…