S. Jaishankar Marco Rubio bilateral meeting: अमेरिका और भारत के बीच द्विपक्षीय संबंधों को गहरा करने के उद्देश्य से भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने वाशिंगटन डीसी में अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात की। यह बैठक अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट का कार्यभार संभालने के बाद रुबियो की पहली द्विपक्षीय बातचीत थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया और साझेदारी को और मजबूती देने की प्रतिबद्धता दोहराई।

रुबियो ने बताई ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकता

बैठक के दौरान रक्षा, ऊर्जा, उभरती तकनीकों और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया गया। रुबियो ने भारत के साथ आर्थिक संबंधों को विस्तार देने और अनियमित प्रवास से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकता का उल्लेख किया। जयशंकर ने बैठक के बाद अपने बयान में इसे सकारात्मक और भविष्य की दिशा में बढ़ने वाला करार दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका-भारत की साझेदारी को गहराई देने के लिए वे रुबियो के साथ मिलकर काम करने को लेकर आशान्वित हैं।

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इस मुलाकात ने दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग को एक नई दिशा दी है। हाल के वर्षों में, अमेरिका और भारत ने रक्षा क्षेत्र में साझा रणनीतिक लक्ष्यों पर काम किया है। दोनों देशों के बीच व्यापार और उभरती प्रौद्योगिकियों पर भी साझेदारी मजबूत हुई है। रुबियो ने बैठक में नवाचार और सुरक्षा ढांचे को बढ़ावा देने वाले क्षेत्रों में सहयोग को महत्वपूर्ण करार दिया।

भारतीय-अमेरिकी समुदाय भी इन रिश्तों को मजबूती देने में अहम भूमिका निभा रहा है। अमेरिका में 4.4 मिलियन भारतीय मूल के लोग बसे हैं, जो राजनीति, व्यापार, विज्ञान और अन्य क्षेत्रों में अपनी पहचान बना रहे हैं। इस समुदाय ने दोनों देशों के रिश्तों को गहराई और मजबूती देने में उल्लेखनीय योगदान दिया है। वर्तमान में, अमेरिकी कांग्रेस में पांच भारतीय मूल के सदस्य हैं, जो इस समुदाय की प्रभावशाली उपस्थिति को दर्शाता है।

यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है, जब इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में शक्ति संतुलन बनाए रखने और नई तकनीकों में सहयोग को लेकर दोनों देशों की प्रतिबद्धता महत्वपूर्ण है। अमेरिका-भारत साझेदारी न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूती दे रही है, बल्कि वैश्विक मंच पर साझा रणनीतिक लक्ष्यों को पूरा करने में भी सहयोगी बन रही है।