अमेरिकी चुनाव में कमला हैरिस बनाम डोनाल्ड ट्रंप की पहली सियासी बहस चर्चा का विषय बन गई है। इस डिबेट को काफी जोरदार तो माना ही गया है, साथ ही साथ दावा हुआ है कि इसका सीधा असर आगामी चुनाव पर भी पड़ने वाला है। कुछ जानकारों का मानना है कि इस पहली डिबेट में कमला हैरिस ने कई मोर्चों पर डोनाल्ड ट्रंप को बैकफुट पर धकेलने का काम किया। कई ऐसे मुद्दे सामने आए जिन पर ट्रंप ने कुछ नहीं बोला और हैरिस ने सीधा वार किया।
बाइडेन का बदला कमला ने लिया?
बड़ी बात यह है कि इससे पहले जब डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन के बीच में बहस हुई थी, तब अमेरिकी राष्ट्रपति काफी पिछड़ते दिखाई दे गए थे। कई मुद्दों पर उनकी पॉलिसी स्पष्ट नहीं थी, कई ट्रंप के हमलों का बाइडेन के पास कोई जवाब नहीं था। उस वजह से ही डेमोक्रेट पार्टी के अंदर ही जो बाइडेन के खिलाफ माहौल बनना शुरू हो चुका था और उन पर दबाव था कि वे राष्ट्रपति चुनाव से पीछे हट जाएं। अब उस दबाव का असर तो हुआ और कमला हैरिस ने बाइडेन की जगह ले ली।
कमला दिखीं आक्रामक, ट्रंप के पास नहीं जवाब
अब कमला हैरिस ने राष्ट्रपति उम्मीदवार बनते ही आक्रामक तेवर अपना रखे हैं। वे ट्रंप को उन्हीं के अंदाज में जवाब दे रही हैं, उन मुद्दों को उठा रही हैं जिन पर शायद ट्रंप भी बोलने से बचते दिखते हैं। ऐसा ही हाल इस डिबेट में भी देखने को मिला जिसमें कमला हैरिस के कई हमलों का ट्रंप के पास कोई सीधा जवाब नहीं था, कई मुद्दों पर उन्हें बचते भी देखा गया।
अपनी सियासी पहचान को लेकर कमला की दो टूक
गर्भपात पर आर-पार वाली बहस
उदाहरण के लिए जब गर्भपात के मुद्दे पर बहस छिड़ी तो कमला हैरिस ने ट्रंप को दो टूक बोल दिया महिला को अपने शरीर के साथ क्या करना है, यह ट्रंप को बताने की जरूरत नहीं है। इसके ऊपर कमला हैरिस ने यहां तक कहा कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति बने तो रेप पीड़िता को भी गर्भपात करने की इजाजत नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि ट्रंप का एक ही मकसद है कि अबॉर्शन पर बैन लगा दिया जाए। इस पर डोनाल्ड ट्रंप सिर्फ इतना बोल पाए कि वे कोई बैन नहीं लगाने वाले हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने अब फैसला लेने की ताकत राज्यों को दे दी है।
हेल्थ केयर को लेकर कमला का ट्रंप पर वार
इसके बाद ओबामा की शुरू की गई हेल्थ केयर स्कीम को लेकर भी जोरदार बहस देखने को मिली। कमला हैरिस ने कहा कि वे अगर राष्ट्रपति बनती हैं तो ओबामा के समय शुरू हुए Affordable Care Act को जारी रखेंगी। वहीं कमला ने दावा किया कि ट्रंप के पास हेल्थ केयर के लिए कोई प्लान नहीं है, कोई विजन नहीं है। बड़ी बात यह रही कि डोनाल्ड ट्रंप ने खुद इस बात को स्वीकार कर लिया कि वर्तमान में उनके पास कोई प्लान नहीं है। उन्होंने कहा कि मैं Affordable Care Act की आलोचना करता हूं। लेकिन मैं इसे खत्म तभी करूंगा जब मेरे पास कोई दूसरा प्लान तैयार रहेगा जो ज्यादा सस्ता और बेहतर होगा। लेकिन अभी हमारे पास प्लान नहीं है, अभी मैं कोई राष्ट्रपति नहीं हूं।
ट्रंप के निजी हमले, कमला ने बताया फ्लूचर प्लान
इसके ऊपर जब डिबेट खत्म होने का समय आया, क्लोजिंग स्टेटमेंट में एक तरफ डोनाल्ड ट्रंप ने तो कमला पर निजी हमला किया, दूसरी तरफ हैरिस ने अपना आगे का रोडमैप बताया। डोनाल्ड ट्रंप ने आखिर में बोला कि उप राष्ट्रपति रहते हुए कमला हैरिस ने कोई काम क्यों नहीं किया। साढ़े तीन साल से वे भी पद पर थीं। इतने साल सीमा विवाद सुलझाने के। इतने साल मिले नौकरियां देने के लिए। मैं मानता हूं कि बाइडेन के रूप में देश को सबसे खराब राष्ट्रपति मिला और उप राष्ट्रपति के रूप में कमला हैरिस मिलीं।
कमला ने बताया, कैसी राष्ट्रपति बनेंगी
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कमला हैरिस ने एक सधा हुआ जवाब दिया। उन्होंने कहा कि इस समय अमेरिका किसी ऐसे राष्ट्रपति को नहीं चाहता जो सबसे पहले खुद को रखे, इस समय ऐसे नेता की जरूरत है जो जनता का ध्यान रख सके, उनकी भावनाओं को समझ सके। कमला ने यहां तक कहा कि वे एक ऐसी राष्ट्रपति बनेंगी जो संविधानिक अधिकारों की रक्षा करेंगी, ऐसे अधिकार देंगी जिससे महिला अपने शरीर से जुड़े फैसलों को खुद ले सके।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर कमला का ट्रंप पर अटैक
वैसे रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर भी जिस तरह से बहस होती दिखी, जानकार मानते हैं कि कमला हैरिस का अटैक ज्यादा असरदार रहा। असल में ट्रंप ने जोर देकर बोला कि हर कीमत पर रूस-यूक्रेन युद्ध अब रुक जाना चाहिए। बातचीत कर कोई डील होनी चाहिए। लेकिन कमला हैरिस ने उन्हीं पर पलटवार करते हुए कह दिया कि अगर ट्रंप राष्ट्रपति होते तो पुतिन रूस नहीं कीव में बैठे होते। यानी कि कमला ने साफ कर दिया कि ट्रंप अगर सत्ता में होते तो काफी पहले ही यूक्रेन पर रूस का कब्जा हो जाता।