अंडरवर्ल्ड गैंगस्टर छोटा शकील के भाई अनवर बाबू शेख उर्फ शिवा (46) को शुक्रवार (14 दिसंबर) को अबुधाबी एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया। टीओआई ने मुंबई पुलिस सूत्रों के हवाले से लिखी खबर में बताया कि अनवर को फर्जी पाकिस्तानी पासपोर्ट के सहारे यात्रा करने के संदेह में जब हिरासत लिया गया, तब उसने करांची के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरी थी। यह तीसरी बार है जब अनवर को यूएई में हिरासत में लिया गया है।

वर्ष 2000 में अनवर भारत से भाग गया था। इसके बाद इंटरपोल के द्वारा रेड नोटिस जारी किया गया था, जिसमें यह बताया गया था कि उसके खिलाफ भारत के विरुद्ध युद्ध के लिए हथियार जमा करने और साजिश रचने जैसे अपराधिक मामले दर्ज हैं। फिलहाल पाकिस्तान के आईएसआई की मदद से अनवर करांची के क्लिफटाॅन क्षेत्र में रह रहा है। सूत्रों के अनुसार, अनवर गुजरात के भाजपा नेता हरेण पांड्या की हत्या मामले में भी वांटेड है।

अफवाह यह भी उड़ी की शकील का भरोसेमंद अहमद उर्फ मचमच को भी अनवर के साथ हिरासत में लिया गया, लेकिन अधिकारियों ने इस बात से इंकार किया है। सूत्रों के अनुसार, शकील ने दुबई लाॅ फॉर्म के दो वकीलों को अनवर की जमानत के लिए नियुक्त किया। मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ आईपीएस ऑफिसर ने बताया, “हमें उम्मीद है कि अनवर के हिरासत के मामले को लेकर इंटरपोल और सीबीआई यूएई के अधिकारियों के साथ संपर्क में हैं। एक बार पुष्टि हो जाने के बाद हम अनवर से जुड़े मामलों की फाइल को रिकॉर्ड से निकालेंगे।” अनवर मुंबई में जबरन वसूली और हत्या की कोशिश के करीब 15 मामलों में वांटेड है। इसमें कथित तौर पर शकील 2016 में पैसे की लेन-देन को लेकर हुए विवाद में एक इवेंट मैंनेजर की हत्या की साजिश रचने का मामला भी शामिल है।

रिपोर्ट में एक क्राइम ब्रांच के अधिकारी के हवाले से यह भी बताया गया है कि अनवर को भारत लाने की कोशिश तेज हो गई है। 2008 में जब उसे ड्रग केस में दुबई में हिरासत में लिया गया था, तब वह बच निकला था, लेकिन अब चीजें काफी बदल चुकी है। हाल ही में अगस्टा वेस्टलैंड स्कैम के बिचौलिए क्रिस्टीयन माइकल को दुबई से भारत लाया गया।

मुंबई में 1993 सीरियल ब्लास्ट में अपने भाई छोटा शकील का नाम आने से पहले अनवर इस्टेट एजेंट के रूप में काम करता था। इसके बाद वह मुंबई में अपने भाई के पैसों के कारोबार को देखने लगा लेकिन मुंबई पुलिस के रडार पर आने के बाद वह दुबई भाग गया। 2003 में वह दुबई से पाकिस्तान चला आया और यहीं रहने लगा। शकील के अंडर में काम करने के साथ ही उसने अपना खुद का गैंग बनाने की भी कोशिश की थी। अनवर ने कुछ समय के लिए अबू सलेम के साथ भी काम किया। जब 1997 में गुलशन कुमार हत्याकांड मामले में इंटरपोल द्वारा दुबई में सलेम को गिरफ्तार किया गया तो अनवर को भी शारजाह पुलिस द्वारा सम्मन जारी किया गया था।