Pakistan : शनिवार को (6 मई) को तालिबान चीन और पाकिस्तान के साथ अफगानिस्तान में बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव का विस्तार करने के लिए सहमत हो गया है। इस्लामाबाद में हुई त्रिपक्षीय वार्ता में पाकिस्तान और चीन ने अफगानिस्तान को उनके सहयोग का आश्वासन दिया है और कहा है कि इससे लंबे संघर्ष से जूझ रहे देश को राहत मिलेगी।
शनिवार को हुई विदेश मंत्रियों की इस वार्ता में चीन के विदेश मंत्री किन गैंग, पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी और अफगानिस्तान की ओर से मौलवी अमीर खान मुत्तकी शामिल थे। बैठक में राजनीतिक जुड़ाव, आतंकवाद का मुकाबला, व्यापार और कनेक्टिविटी सहित पारस्परिक हित के मामलों पर चर्चा हुई है।
पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने जारी किया बयान
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि “दोनों पक्ष अफगान लोगों के लिए अपनी मानवीय और आर्थिक सहायता जारी रखने और अफगानिस्तान में सीपीईसी के विस्तार के माध्यम से विकास सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए है।
चीनी और पाकिस्तानी अधिकारियों ने लगभग एक दशक पहले शुरू हुई राष्ट्रपति शी जिनपिंग की प्रमुख बेल्ट एंड रोड पहल के तहत निर्मित परियोजना को अफगानिस्तान तक विस्तारित करने पर चर्चा की थी। नकदी संकट से जूझ रही तालिबान सरकार ने इस परियोजना में भाग लेने और बहुत जरूरी बुनियादी ढांचा निवेश प्राप्त करने की संभावना व्यक्त की है।
तालिबान ने भी चीन से देश के समृद्ध संसाधनों में निवेश को बढ़ावा देने की उम्मीद जताई है, जिसका अनुमान 1 ट्रिलियन डॉलर है। सरकार ने उत्तरी अमु दरिया बेसिन से तेल निकालने के लिए चाइना नेशनल पेट्रोलियम कॉरपोरेशन की सहायक कंपनी के साथ जनवरी में अपना पहला अनुबंध किया था।
क्या बोले बिलावल भुट्टो जरदारी
पाकिस्तानी विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने रणनीतिक वार्ता के बाद चीनी विदेश मंत्री के साथ संयुक्त हिस्सेदारी पर बात करते हुए जोर देकर कहा कि अफगानिस्तान में शांति और स्थिरता क्षेत्र के सामाजिक आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी और समृद्धि के लिए महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा, “हम शांतिपूर्ण, स्थिर, समृद्ध और अखंड अफगानिस्तान के लिए सभी हितधारकों के साथ मिलकर काम करना जारी रखेंगे।”