उत्तर कोरिया ने ऑस्ट्रेलिया को परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां मुहैया कराने के अमेरिका के फैसले की आलोचना की और इस समझौते द्वारा उत्तर कोरिया की सुरक्षा प्रभावित होने की स्थिति में जवाबी कार्रवाई की चेतावनी भी दी। सरकारी मीडिया ने सोमवार को उत्तर कोरिया विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी के हवाले से यह बात कही, जिसने अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया के बीच इस समझौते को ‘‘ बेहद खतरनाक कार्रवाई’’ करार दिया, जो एशिया-प्रशांत में सुरक्षा संतुलन को बिगाड़ देगा और ‘‘हथियारों की पाने की हौड़’’ को बढ़ावा देगा।

अधिकारी ने बताया कि उत्तर कोरिया समझौते पर करीबी नजर बनाए है और ‘‘अगर इसका हमारे देश की सुरक्षा पर मामूली असर भी पड़ा तो हम’’ जवाबी कार्रवाई करेंगे। गौरतलब है कि ब्रिटेन, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया ने हिंद-प्रशांत में चीन के बढ़ते प्रभाव के बीच, रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र के लिए एक नए त्रिपक्षीय सुरक्षा गठबंधन ‘ऑकस’ (एयूकेयूएस) की पिछले सप्ताह घोषणा की थी, ताकि वे अपने साझा हितों की रक्षा कर सकें और परमाणु ऊर्जा से संचालित पनडुब्बियां हासिल करने में ऑस्ट्रेलिया की मदद करने समेत रक्षा क्षमताओं को बेहतर तरीके से साझा कर सकें।

इस महत्वाकांक्षी सुरक्षा पहल की घोषणा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन और ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने एक संयुक्त बयान में की।

UN चीफ ने चीन, US को नए शीत युद्ध पर किया सचेतः संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुतारेस ने नए शीत युद्ध की आशंकाओं के प्रति सचेत करते हुए चीन और अमेरिका से आग्रह किया कि इन दोनों बड़े एवं प्रभावशाली देशों के बीच की समस्याओं का प्रभाव दुनिया के अन्य देशों पर भी पड़ने से पहले ही वे अपने संबंधों को ठीक कर लें।

संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने विश्व के नेताओं की वार्षिक संयुक्त राष्ट्र सभा से पहले इस सप्ताहांत ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ (एपी) के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि मानवाधिकारों, अर्थव्यवस्था, ऑनलाइन सुरक्षा और दक्षिण चीन सागर में संप्रभुता को लेकर राजनीतिक दरारों के बावजूद दो बड़ी आर्थिक शक्तियों को जलवायु परिवर्तन से निपटने के मामले पर सहयोग करना चाहिए और व्यापार एवं प्रौद्योगिकी पर बातचीत बढ़ानी चाहिए।

हैती के शरणार्थियों को रोकने को US ने सीमा का कुछ हिस्सा किया बंदः अमेरिका ने टेक्सास में शरणार्थियों के प्रवेश को रोकने के लिए रविवार को कड़ा कदम उठाते हुए मेक्सिको की सीमा से लगते एक शहर को बंद कर दिया है, जहां हैती के हजारों शरणार्थियों ने शिविर लगा रखा है। अमेरिकी अधिकारियों ने हैती के कुछ नागरिकों को उनके देश लौटा दिया।