घातक कोरोनावायरस महामारी के प्रसार को रोकने के प्रयास में सऊदी अरब ने मंगलवार को भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित 20 देशों से आगमन पर प्रतिबंध लगा दिया। जबकि मध्य पूर्वी देश ने पिछले साल सितंबर में ही भारत से हवाई यात्रा को निलंबित कर दिया था, प्रतिबंधित देशों की सूची अब काफी लंबी हो गई है।

एएफपी ने बताया कि “अस्थायी निलंबन”, जो बुधवार से शुरू हो गया है, राजनयिकों, सऊदी नागरिकों, चिकित्सा विशेषज्ञों और उनके परिवारों पर लागू नहीं होगा, लेकिन इसमें सऊदी अरब के पड़ोसी देश – मिस्र और संयुक्त अरब अमीरात शामिल हैं। प्रतिबंध में लेबनान, तुर्की, आयरलैंड, इटली, पुर्तगाल, स्वीडन और स्विट्जरलैंड भी शामिल हैं। अमेरिका और भारत के अलावा, अर्जेंटीना, ब्राजील, इंडोनेशिया, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के यात्रियों को भी देश में प्रवेश करने से रोक दिया गया है।

सऊदी अरब ने भारत सहित अपनी कोविड-19 ‘लाल सूची’ में शामिल देशों की यात्रा करने वाले नागरिकों पर तीन साल के लिए यात्रा प्रतिबंध लगाया है। इसका उल्लंघन करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने की भी घोषणा की है।

सूत्र ने कहा, “जो लोग यात्रा प्रतिबंध का उल्लंघन करेंगे, उन्हें इसके लिए जवाबदेह ठहराया जाएगा और उन पर भारी जुर्माना लगाया जाएगा। जो लोग निर्देशों का उल्लंघन करने में संलिप्त पाए जाएंगे, उनके तीन साल विदेश यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया जाएगा।”

मंत्रालय ने नागरिकों को लाल सूची वाले देशों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष यात्रा करने के खिलाफ आगाह किया है। मंगलवार को सऊदी अरब में कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या बढ़ कर 5,20,774 पहुंच गई, जिनमें 11,136 उपचाराधीन मरीज शामिल हैं। संक्रमण से अब तक 8,189 लोगों की मौत हो चुकी है।

सऊदी अरब के आंतरिक मंत्रालय ने कहा कि अस्थायी प्रतिबंध उन यात्रियों पर भी लागू होगा जो प्रतिबंध लागू होने से पहले के 14 दिनों के दौरान 20 प्रतिबंधित देशों से गुजरे हैं।

इसी तरह का प्रतिबंध देश में पिछली बार दिसंबर में लगाया गया था, जब यूके में कोरोनावायरस के एक नए और अधिक वायरल स्ट्रेन का पता चला था। देश ने अंतरराष्ट्रीय उड़ानें फिर से शुरू कीं और 3 जनवरी, 2021 को अपने बंदरगाहों को फिर से खोल दिया।