रूस के साथ भारत की दोस्ती अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रास नहीं आ रही है। बीते महीने डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और रूस की इकोनॉमी को डेड इकोनॉमी करार दिया था। भारत ने तो जवाब दिया ही था, लेकिन अब रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बिना नाम लिए ट्रंप को करारा जवाब दिया है। भारत को इकोनॉमिक जायंट (बड़ी अर्थव्यवस्था) बताते हुए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को कहा कि मल्टीपोलर वर्ल्ड में किसी का कोई वर्चस्व नहीं है और सभी के समान अधिकार हैं।

ब्रिक्स जैसे समूह विश्व पर दबदबे की बात नहीं करते- पुतिन

पुतिन ने कहा कि भारत और चीन जैसे आर्थिक दिग्गजों के सदस्य होने के बावजूद ब्रिक्स जैसे समूह विश्व पर दबदबे की बात नहीं करते। पुतिन ने शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के लिए बीजिंग की अपनी यात्रा के अंत में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “मल्टीपोलर वर्ल्ड में किसी का कोई वर्चस्व नहीं है, सभी के समान अधिकार हैं। भारत और चीन जैसे आर्थिक दिग्गजों के सदस्य होने के बावजूद ब्रिक्स जैसे समूह राजनीति या वैश्विक सुरक्षा पर प्रभुत्व के विचार पर बात नहीं करते।” इस शिखर सम्मेलन में उन्होंने मेजबान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बातचीत की।

पुतिन की यह टिप्पणी भारत और अमेरिका के बीच टैरिफ विवाद पर बढ़ते तनाव के बीच आई है। ट्रंप प्रशासन ने भारतीय वस्तुओं पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। रूस से तेल खरीदने को लेकर अमेरिका ने भारत पर 25 फीसदी अतिरिक्त टैरिफ लगाया था।

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EU पर पुतिन ने कसा तंज

पुतिन ने कहा कि चीनी नेताओं के साथ उनकी औपचारिक और अनौपचारिक वार्ताएं उपयोगी रहीं और उनके सकारात्मक परिणाम रहे। उन्होंने कहा, “यूरोपीय संघ (EU) की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं मंदी की चपेट में हैं, वैश्विक अर्थव्यवस्थाएं, खासकर एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं। चीन के नेताओं के साथ औपचारिक और अनौपचारिक वार्ताएं उपयोगी रहीं और उनके सकारात्मक परिणाम रहे।”

इस बीच भारतीय अर्थव्यवस्था इस वित्त वर्ष की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में अपेक्षा से कहीं अधिक 7.8 प्रतिशत की दर से बढ़ी है। हालांकि ये आंकड़ें ट्रंप द्वारा टैरिफ लगाए जाने से पहले के हैं। ट्रंप के टैरिफ कपड़ा जैसे प्रमुख निर्यातों के लिए ख़तरा बन सकते हैं।