पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में पाकिस्तान की सरकार के खिलाफ विरोध बढ़ता ही जा रहा है। बता दें कि पीओके में विरोध प्रदर्शन की खबरें आए दिन आती रहती हैं। ऐसे ही एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन मंगलवार को भी किया गया था। लेकिन इस दौरान पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने लाठीचार्ज कर दी, जिसमें दो प्रदर्शनकारियों की मौत की खबर है। गौरतलब है कि आज 22 अक्टूबर है और 22 अक्टूबर 1947 को ही पाकिस्तान की कबिलाई सेना ने कश्मीर पर हमला कर पीओके पर कब्जा कर लिया था। इस घटना के विरोध में ही पीओके में आज विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया था।

खबर के अनुसार, पीओके की राजधानी मुजफ्फराबाद में ऑल इंडीपेंडेंट पार्टीज अलायंस (AIPA) के बैनर तले कई राजनैतिक पार्टियों ने एक जनसभा का आयोजन किया था। जनसभा ने ही विरोध प्रदर्शन का रुप ले लिया। हालांकि यह प्रदर्शन शांतिपूर्ण था, लेकिन इसे काबू करने के लिए पाकिस्तानी सुरक्षाबलों ने लाठियां बरसा दीं। सुरक्षाबलों की पिटाई से दो लोगों की मौत की खबर हैं, वहीं कई लोग घायल भी हुए हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस के साथ ही पाकिस्तानी सेना ने भी लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। भीड़ पर लाठीचार्ज का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें दिखाई दे रहा है कि सुरक्षाबलों द्वारा लाठीचार्ज करने से भगदड़ मच गई।

बता दें कि भारत सरकार ने बीती 5 अगस्त को जम्मू कश्मीर के विशेष प्रावधान को खत्म करते हुए आर्टिकल 370 के कई प्रावधान हटा दिए थे। इस दौरान पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर के मुद्दे को वैश्विक पटल पर उठाने की खूब कोशिश की, लेकिन चीन, तुर्की और मलेशिया को छोड़कर किसी भी देश ने पाकिस्तान का समर्थन नहीं किया। वहीं पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में भी हाल के दिनों में कई बार विरोध प्रदर्शन हुए हैं। जिसके बाद पाकिस्तान अपने घर में ही घिरता नजर आ रहा है।

वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को अपने ही देश में भारी विरोध झेलना पड़ रहा है। दरअसल आम जनता सरकार की नीतियों से खुश नहीं है और वहां की विपक्षी पार्टियां भी इमरान सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आयी हैं। पाकिस्तान पीपल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी का कहना है कि इमरान खान सरकार अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाएगी।