India Reply on Bilawal Bhutto: पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी (Pakistan Foreign Minister Bilawal Bhutto Zardari) ने ‘9/11 के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन (Osama Bin Laden) को पनाह देने वाले देश’ पर भारत की टिप्पणी के जवाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पर निजी टिप्पणी की। बिलावल भुट्टो ने कहा कि मैं भारत को बताना चाहता हूं कि ओसामा बिन लादेन मर चुका है, लेकिन गुजरात (Gujarat) का कसाई जिंदा है और वह भारत का प्रधानमंत्री है। भुट्टो के इस बयान पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि पाकिस्तान आज की तारीख (16 दिसंबर) को नहीं भूले। आपको बता दें कि साल 1971 में इंदिरा गांधी के आदेश पर भारतीय सेना ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त देते हुए उनके 90 हजार से भी ज्यादा सैनिकों को बंदी बना लिया था। इतना ही नहीं उसी समय पूर्वी पाकिस्तान को बांग्लादेश के नाम पर एक नए देश में बांट दिया था। ब‍िलावल के बयान के व‍िरोध में भाजपा समर्थकों ने नई द‍िल्‍ली में पाक‍िस्‍तानी उच्‍चायोग के बाहर प्रदर्शन भी क‍िया।

Bilawal Bhutto का बयान असभ्य और निम्न स्तर का

पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो जरदारी के पीएम मोदी पर कमेंट के बाद विदेश मंत्रालय ने उन्हें जमकर लताड़ लगाई है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बिलावल भुट्टो के बयान को पाकिस्तान के लिए असभ्य और निम्न स्तर का बताया। इतना ही नहीं बागची ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री को 1971 के इस दिन की याद दिलाते कहा शायद इस दिन को वो स्पष्ट रूप से भूल गए हैं। इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान का व्यवहार अपने अल्पसंख्यकों के साथ बिलकुल भी नहीं बदला है। आपको बता दें कि इसके पहले संयुक्त राष्ट्र की बैठक में बिलावल भुट्टो ने कहा था कि ‘ओसामा बिन लादेन मर चुका है लेकिन गुजरात का कसाई अभी भी जिंदा है।’इसके पहले भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 9/11 के मास्टर माइंड ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान में शरण देने की बात कही थी।

बिलावल भुट्टो ने पीएम मोदी और आरएसएस पर साधा निशाना

बिलावल भुट्टो संयुक्त राष्ट्र की बैठकों में भाग लेने के लिए न्यूयॉर्क में हैं। उन्होंने कहा, “प्रधान मंत्री (पीएम मोदी) बनने तक इस देश में प्रवेश करने पर
उन पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। ये आरएसएस के प्रधानमंत्री (Prime Minister of the RSS) और आरएसएस के विदेश मंत्री (Foreign Minister of the RSS) हैं। आरएसएस क्या है? आरएसएस हिटलर (Hitler) के ‘SS’ से प्रेरणा लेता है।”

बीजेपी कार्यकर्ताओं का पाक उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन

वहीं बिलावल भुट्टों के बयान के विरोध में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में पाक उच्चायोग के सामने विरोध प्रदर्शन किया। भारी संख्या में प्रदर्शन के लिए बीजेपी कार्यकर्ता पाक उच्चायोग पहुंचे थे।

बता दें कि बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UN Security Council) में बोलते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर (External Affairs Minister S Jaishankar) ने परिषद में कश्मीर मुद्दे को उठाने के लिए पाकिस्तान को फटकार लगाई थी। जयशंकर ने कहा था कि जिस देश ने अल-कायदा नेता ओसामा बिन लादेन की मेजबानी की और पड़ोसी संसद पर हमला किया, उसके पास उपदेश देने के लिए साख नहीं है।” बता दें कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि दुनिया पाकिस्तान को आतंकवाद के एपीसेंटर के रूप में देखती है।

आतंकवाद को स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए- जयशंकर

जयशंकर ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की विश्वसनीयता हमारे समय की प्रमुख चुनौतियों पर प्रभावी प्रतिक्रिया पर निर्भर करती है, चाहे वह महामारी हो, जलवायु परिवर्तन हो, संघर्ष हो या आतंकवाद हो और “the normalisation of such threats” कभी भी स्वीकार नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “दुनिया जिसे अस्वीकार्य मानती है, उसे सही ठहराने का सवाल ही नहीं उठना चाहिए। यह निश्चित रूप से सीमा पार आतंकवाद के State Sponsorship पर लागू होता है।ओसामा बिन लादेन की मेजबानी करना और पड़ोसी संसद पर हमला करना इस परिषद के सामने उपदेश देने के लिए काम नहीं कर सकता है।”

बिलावल भुट्टो ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में ‘Maintenance of International Peace and Security: New Orientation for Reformed Multilateralism’ पर खुली बहस में कश्मीर मुद्दा उठाया था, जो 15 नेशन काउंसिल में भारत की अध्यक्षता में आयोजित एक हस्ताक्षर कार्यक्रम था।