पाकिस्तान ने भारत में एक ‘‘कट्टरपंथी संगठन’’ द्वारा दिग्गज पाकिस्तानी हस्तियों के खिलाफ चलाई जा रही मुहिम पर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा नहीं हों।

पाकिस्तान की प्रतिक्रिया ऐसे समय पर आई है जब एक दिन पहले शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन (ओआरएफ) प्रमुख सुधींद्र कुलकर्णी के मुंह पर कालिख पोत दी थी। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन के लिए मुंबई में आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रम को रद्द करने से कुलकर्णी ने इनकार कर दिया था जिसके बाद शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने ऐसा किया।

इससे पहले शिवसेना ने पाकिस्तानी गजल गायक गुलाम अली के संगीत समारोह को बाधित करने की धमकी दी थी जिसके बाद मुंबई एवं पुणे में उनके समारोह रद्द कर दिए गए थे।

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने सोमवार रात एक बयान में कहा, ‘‘भारत की यात्रा पर गईं जानी मानी पाकिस्तानी हस्तियों के सम्मान में आयोजित समारोहों को बाधित करने की कोशिश हमारे ध्यान में आई है और हम इसे लेकर चिंतित है।’’

प्रवक्ता ने ‘‘एक कट्टरपंथी संगठन की धमकियों के कारण’’ गुलाम अली का संगीत समारोह रद्द किए जाने और खुर्शीद महमूद कसूरी के पुस्तक विमोचन समारोह को बाधित करने की कोशिशों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘‘यह सुनिश्चित किए जाने की आवश्यकता है कि इस प्रकार की घटनाएं दोबारा नहीं हों।’’

विदेशी नीति के थिंक टैंक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन समेत आयोजकों ने हिंसक विरोध के बावजूद सोमवार को मुंबई में पुस्तक विमोचन समारोह आयोजित किया। यह समारोह शिवसेना द्वारा समारोह बाधित करने की धमकियों के बीच कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच आयोजित किया गया।