Pakistan Political Crisis: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ मौजूदा पीएम शहबाज शरीफ ने सख्त एक्शन की तैयारी कर ली है। मौजूदा हालात को देखते हुए शहबाज शरीफ ने दोपहर 3.30 बजे राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई है। इसमें मौजूद चीफ जस्टिस के इस्तीफे की मांग की गई है। लाहौर में अगले 7 दिनों के लिए धारा-144 लागू कर दी गई है। नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता राजा रियाज अहमद खान (Raja Riaz Ahmad Khan) ने इमरान को यहूदी एजेंट बता दिया है। इमरान खान और उनके समर्थकों के खिलाफ आर्मी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। इससे इमरान खान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं।

आर्मी एक्ट के तहत चलेगा मुकदमा

इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद पाकिस्तान में जमकर आगजनी और हिंसा हुई थी। इस दौरान लाहौर में कोर कमांडर के अलावा गवर्नर के घर पर प्रदर्शनकारियों ने हमला बोला था। कई संस्थानों और संवेदनशील सैन्य भवनों पर पीटीआई समर्थकों ने हमले भी किए। इसी को देखते हुए सेना आर्मी एक्ट के तहत इमरान पर केस चलाना चाहती है। सेना ने अब इमरान खान समेत ऐसी हिंसा फैलाने के आरोपियों को न छोड़ने का फैसला किया है। आर्मी एक्ट और ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत सेना के इस फैसला में सजा के गंभीर प्रावधान है। इसके तहत इमरान खान, उनकी पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर गंभीर आरोप लगाए जा सकते हैं। इसमें इमरान और उनके समर्थकों पर उम्रकैद से लेकर फांसी तक की सजा दी जा सकती है।

सरकार और न्यायपालिका में बढ़ा टकराव

पाकिस्तान में मौजूदा सरकार और न्यायपालिका में टकराव बढ़ गया है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने चीफ जस्टिस पर इमरान खान का समर्थन करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में सुप्रीम कोर्ट ने इमारन खान को छूट दे दी है। अगर वह किसी की हत्या भी कर दें तो उनके खिलाफ पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकती है। सुप्रीम कोर्ट पूरी तरह से इमरान खान के साथ है। भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान में ऐसे हालात इससे पहले कभी नहीं देखे गए हैं।

क्यों गिरफ्तार हुए इमरान?

इमरान को अल कादिर ट्रस्ट मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन्हें नेशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो (एनएबी) और पाक रेंजर्स ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट के बाहर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी से सरकार के खिलाफ गुस्सा जाहिर होना चाहिए था, लेकिन पीटीआई समर्थकों ने ठीक इसके उलट सेना को निशाना बनाना शुरू कर दिया। इमरान खान की गिरफ्तारी के विरोध में देशभर में हिंसक प्रदर्शन हो गए थे। बड़ी संख्या में लोग सड़क पर उतर आए थे। बताया गया है कि इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने करीब 25 करोड़ रुपये की संपत्ति का नुकसान पहुंचाया है।