पाकिस्तान के साथ बातचीत के अवसर धीरे धीरे खत्म होने की भारत के रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की टिप्पणी के जवाब में पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने कहा है कि उनका मुल्क भारत के साथ वार्ता बहाल करने के लिए व्याकुल नहीं है, जिसने उसके साथ बातचीत और अपनाइयत के लिए मौकों का रास्ता कभी खोला ही नहीं है। अजीज ने रविवार (5 जून) को जियो टीवी से कहा, ‘यह कहना बहुत हैरत की बात है क्योंकि यहां नौ दिसंबर को फैसला किया गया कि वार्ता बहाल होगी लेकिन फिर पठानकोट घटना हुई और हर चीज हवा हो गई।’

पाकिस्तान के साथ वार्ता के दरवाजे धीरे-धीरे बंद होने संबंधी भारतीय रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर के बयान की प्रतिक्रिया में उनकी टिप्पणी आई है। डॉन की खबर के मुताबिक अजीज ने कहा कि यदि भारत वार्ता की मेज पर आते ही आतंकवाद का पुराना आरोप दोहराना जारी रखेगा तो उन्हें अवश्य याद रखना चाहिए कि पाकिस्तान ने जिस समग्र वार्ता की पेशकश की है उसमें आतंकवाद भी शामिल है।

अजीज ने कहा, ‘वे कहते हैं कि वे बात करेंगे, बशर्ते कि हम (पाकिस्तान) आतंकवाद पर कुछ आगे बढ़ें लेकिन हमारा कहना है कि उन्हें (भारत को) कश्मीर सहित सभी मुद्दे पर बात करनी चाहिए।’ उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान वार्ता के लिए व्याकुल नहीं है और वार्ता के लिए पाकिस्तान में कोई बेचैनी भी नहीं है। उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया सहमत है कि भारत और पाकिस्तान को समग्र वार्ता करनी चाहिए। यदि क्षेत्र को शांति देखनी है तो इसे पहले तालमेल देखना होगा।

अजीज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि पाकिस्तान कश्मीर का एकीकरण करने और इसकी जनसांख्यिकी बदलने की भारतीय कोशिशों से अनजान नहीं है तथा भारत की ऐसी कोशिशें कामयाब नहीं होंगी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीरी अवाम को नैतिक और लोकतांत्रिक रूप से समर्थन कर रहा है तथा संयुक्त राष्ट्र महासभा, मानवाधिकार परिषद तथा सुरक्षा परिषद के स्थायी सदस्यों के साथ इस मुद्दे को उठाएगा।