Pakistani Media on Jammu Kashmir: जम्मू कश्मीर से आर्टिकल 370 का प्रावधान खत्म किए जाने के बाद से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तानकी बौखलाहट एक बार फिर से सामने आई है। दरअसल पाकिस्तान भारत का नाम बदनाम करने के लिए कश्मीर में हिंसा की झूठी खबरें फैला रहा है। फेसबुक पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक वीडियो को कश्मीर में हिंसा का वीडियो बताया गया है। इस वीडियो में पाकिस्तान की एक न्यूज एंकर इस वीडियो को कश्मीर में हिंसा का वीडियो बता रही है। दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तानी एंकर जिस वीडियो को कश्मीरियों पर जुल्म का वीडियो बता रही है वह वीडियो कश्मीर का है ही नहीं। पाकिस्तान की इस हरकत को लेकर सोशल मीडिया पर लोग ट्रोल कर रहे हैं।
वायरल किया जा रहा वीडियो दरअसल दंतेवाड़ा नक्सली हमले का वीडियो है। ये नक्सली हमला साल 2010 में हुआ था। यह हमला दंतेवाड़ा के ताड़मेटला में हुआ था। इस नक्सली हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के 76 जवान शहीद हो गए थे। नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों का शव अलग- अलग स्थानों से उठाकर सम्मानपूर्वक एक कतार में रखा गया था।
पाकिस्तानी मीडिया इन शहीद जवानों के शवों को भगवाधारी गुंडा बता रही है। जबकि यह वीडियो शहीद जवानों का है। पाकिस्तानी मीडिया इस वीडियो को दिखाकर दावा कर रही है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर इन जवानों को कश्मीर भेजा गया है। इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर इस वीडियो को लेकर झूठा दावा यह किया जा रहा है कि कश्मीर में महिलाओं के साथ दुराचार करने की नियत से गए थे। वीडियो में कहा जा रहा है कि तीन लाख भगवा गुंडे कश्मीर में घूम रहे हैं।
पाकिस्तानी मीडिया दावा कर रही है कि हिंदूवादी ताकतों को वर्दी में मार गिया गया है। गौरतलब है कि बस्तर के ताड़मेटला में 6 अप्रैल 2010 को सीआरपीएफ जवान गश्त पर निकले थे। इस दौरान माओवादियों ने बारुदी सुरंग के जरिए 76 जवानों को मार डाला था।
