सोमवार (14 नवंबर) को पाकिस्तान ने बताया कि नियंत्रण रेखा पर बिना किसी उकसावे के भारतीय सैनिकों द्वारा की गयी गोलीबारी में उसके सात सैनिक मारे गए है। इसके बाद पाकिस्तान में सैनिकों के मरने पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। इसक खबर के बाद प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने कहा कि उनका देश अपनी सरजमीं का किसी भी आक्रामक कार्रवाई से रक्षा करने में पूरी तरह समर्थ है। सेना के एक बयान के अनुसार रविवार (13 नवंबर) देर रात भिम्बर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय सैनिकों के कथित संघर्षविराम उल्लंघन में सात पाकिस्तानी सैनिक मारे गए। सेना ने कहा कि पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के भारतीय सैनिकों द्वारा की गयी गोलीबारी का जवाब दिया और भारतीय चौकियों को प्रभावी तरीके से निशाना बनाया।

पाकिस्तान में सोशल मीडिया और मीडिया दोनों में ही ये सात सैनिकों की शहादत छाई हुई है। पाकिस्तान के एक मीडिया चैनल में चर्चा के दौरान पाकिस्तान पैनल ने कहा है कि मोदी के रहते भारत और पाकिस्तान में संबंध सुधरने के सकेंत नहीं दिख रहे हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत के लिए गरीबी एक बड़ा मुद्दा है। अलगाववाद वहां एक बड़ा मुद्दा है और अगर वो अपने किसी हमसाए के साथ युद्ध छेड़ते हैं तो भारत को इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। भारत के टुकड़े भी हो सकते हैं।

इससे पहले पाकिस्तान आर्मी प्रमुख जनरल राहिल शरीफ ने आज (सोमवार को) अपने सैनिकों से कहा है कि सीमा पार से होनेवाली फायरिंग का मुंहतोड़ जबाव भारत को दो। पाक सेना के प्रवक्ता के मुताबिक राहिल शरीफ आज रावलपिंडी के नजदीक झेलम में मारे गए सैनिकों के अंतिम संस्कार में शरीक होने आए थे। जहां उन्हें सेना के सीनियर कमांडर्स ने एलओसी पर के मौजूदा हालात की जानकारी दी। इस दौरान राहिल शरीफ ने कहा कि पाक सेना सीमा पार से हो रहे हर हमले का माकूल जबाव देगी। शरीफ ने सैनिकों को ललकारते हुए कहा कि पाकिस्तान की रक्षा में एक भी पत्थर पीछे छूट न जाय। इस बीच पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि भारतीय सैनिकों के हमले का हमने भी मुंहतोड़ जवाब दिया है। आसिफ ने कहा कि हमारे सैनिकों ने भी भारतीय सैनिकों को मार गिराया है लेकिन भारत उसे छुपा रहा है।