प्रभावशाली अमेरिकी सीनेटर जॉन मैक्केन ने पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति एवं पीपीपी के सह अध्यक्ष आसिफ अली जरदारी को फोन किया तथा इस्लामाबाद और नई दिल्ली के बीच तनाव सहित द्विपक्षीय एवं क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा की। पूर्व राष्ट्रपति के प्रवक्ता फरहतुल्ला बाबर ने शनिवार (24 सितंबर) को कहा, ‘कल शुक्रवार, (23 सितंबर) शाम हुई इस बातचीत में युद्ध की भाषा और पाकिस्तान के खिलाफ भारत के दुष्प्रचार से उत्पन्न मौजूदा स्थिति से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा हुई।’

जरदारी ने अमेरिकी सीनेटर से कहा कि पाकिस्तान ने कभी भी आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया तथा उनकी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) तथा सभी पाकिस्तानियों ने हमेशा आतंकवादियों की निन्दा की है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘भारत इस तरह का दुष्प्रचार कर निर्दोष कश्मीरियों पर की गई अपनी ज्यादतियों को छिपाना चाहता है।’ पूर्व राष्ट्रपति ने कहा कि ‘पाकिस्तान वार्ता के जरिए तथा कश्मीर के लोगों की भावनाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है।’ जरदारी ने मैक्केन से कहा, ‘वार्ता ही आगे का एकमात्र रास्ता है।’