पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार (5 अगस्त) को ऐलान किया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) सांसदों के इस्तीफा देने के बाद खाली हुई 9 सीटों पर वह खुद चुनाव लड़ेंगे। दरअसल, 11 अप्रैल 2022 को इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था और वह सत्ता से बाहर हो गए थे। इसके दो दिन बाद पीटीआई के कम से कम 124 सांसदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया था।

स्पीकर ने 28 जुलाई को उनमें से केवल 11 का इस्तीफा स्वीकार किया था, जिसके बाद पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने घोषणा की थी कि 9 सीट पर उपचुनाव होगा। वहीं, दूसरी ओर इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने लोकसभा के लिए होने वाले उपचुनाव में 9 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है। हैरानी की बात ये है कि इन सभी 9 सीटों पर पार्टी की तरफ से इमरान खान ही लड़ेंगे।

कितनी भी सीटों पर लड़ सकते हैं चुनाव: दरअसल, इमरान खान के सांसदों के इस्तीफे के बाद 11 सीटें खाली हो गईं थीं। इनमें से 2 सीटों पर अप्रत्यक्ष रूप से सांसद चुने जा चुके हैं। अब 9 सीटों के लिए 25 सितंबर 2022 को चुनाव होगा। गौरतलब है कि पाकिस्तान में एक व्यक्ति कितनी भी सीटों पर चुनाव लड़ सकता है, इसे लेकर कोई कानूनी रोक नहीं है। हालांकि, चुनाव के बाद निर्वाचित व्यक्ति केवल एक सीट बरकरार रख सकता है और फिर चुनाव आयोग 60 दिनों के भीतर उन सीटों पर दोबारा चुनाव कराएगा।

इमरान खान के चुनाव लड़ने के बारे में जानकारी देते हुए पीटीआई नेता फवाद चौधरी ने कहा कि पार्टी अगले 48 घंटों के भीतर इस्लामाबाद में एक रैली करेगी और यह सरकार को विधानसभाओं को भंग करने और नए चुनाव कराने की समय सीमा देगी। फवाद चौधरी ने कहा, “हम समय सीमा देंगे और अगर सरकार उस अवधि के भीतर विधानसभाओं को भंग करने से इनकार करती है, तो हम आगे की कार्रवाई की घोषणा करेंगे।” उन्होंने कहा कि समय सीमा के रूप में अधिकतम एक महीने का समय दिया जाएगा।

इमरान खान की मुश्किलें: 2 अगस्त 2022 को पाकिस्तान चुनाव आयोग ने फैसला सुनाया कि इमरान खान की पार्टी को प्रतिबंधित फंडिंग हुई है। चुनाव आयोग ने बताया था कि पीटीआई ने 34 विदेशों से भी चंदे लिए हैं। ये चंदे अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और यूएई से लिए गए। इतना ही नहीं पीटीआई ने अमेरिकी उद्योगपति से भी फंड लिया। इसके अलावा दुबई में रहने वाले पाकिस्तानी उद्योगपति आरिफ नकवी से भी फंड मिला और 13 अकाउंट्स की जानकारी छिपायी गयी।