पाकिस्तान में अंतर्राष्ट्रीय एयरलाइनंस का एक पीके-8303 विमान 22 मई को कराची एयरपोर्ट के पास हादसे का शिकार हो गया था। हादसे के वक्त विमान में 99 यात्री सवार थे, जिनमें से 97 लोगों की मौत हो गई। कुदरत के चमत्कार से इस भयंकर हादसे में दो यात्रियों की जान बच गई थी। अब हादसे की जांच कर रहे अधिकारियों को विमान के मलबे से 30 मिलियन यानी 3 करोड़ रुपए की नकदी मिली है।

मामले में एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि विमान के मलबे से जांचकर्ता और बचाव अधिकारियों ने विभिन्न देशों की मुद्राएं बरामद की हैं जिनकी कीमत करीब तीन करोड़ रुपए है। अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में जांच के आदेश दिए गए हैं कि इतनी बड़ी मात्रा में नकद राशि एयरपोर्ट की सुरक्षा और सामान जांच तंत्र से कैसे पास हो गई। उन्होंने कहा कि यह रकम दो थैलों में पड़ी मिली है।

अधिकारी ने आगे बताया कि शवों और सामान की पहचान की प्रक्रिया चल रही है ताकि इसे उनके परिजन को सौंपा जा सके। इस दुर्घटना में चालक दल के सदस्यों समेत 97 लोगों की मौत हो गई। यह पाकिस्तान के इतिहास में अब तक की बड़ी विमान दुर्घटनाओं में से एक है। गुरुवार को एक अधिकारी ने बताया कि 47 शवों की पहचान कर ली गई है और अब तक 43 शवों को अंतिम संस्कार के लिए परिवार वालों को सौंप दिया गया है।

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बता दें कि लाहौर से आ रहा विमान पीके-8303 कराची के जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर उतरने से कुछ मिनट पहले मालिर में मॉडल कॉलोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस दौरान जमीन पर मौजूद 11 लोग भी घायल हो गए थे।

विमान हादसे पर प्रारंभिक जांच रिपोर्ट 22 जून को संसद में पेश की जाएगी। देश के उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने यह जानकारी दी। इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने जांच में विलंब को लेकर नाराजगी जाहिर की थी। उड्डयन मंत्री खान ने यहां पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री खान ने एक बैठक के दौरान इस तरह की जांच में विलंब को लेकर नाराजगी जताई है और जांच शीघ्र करने और इसके निष्कर्षों को लोगों से साझा करने के आदेश दिए हैं।

मंत्री ने कहा कि हमने फैसला किया है कि प्रारंभिक रिपोर्ट 22 जून को संसद के समक्ष पेश की जाएगी। उन्होंने कहा कि जांच ‘स्वतंत्र एवं निष्पक्ष’ ढंग से होगी और कुछ भी गोपनीय नहीं रखा जाएगा। जो भी दोषी पाया जाएगा उसे जवाबदेह ठहराया जाएगा। (एजेंसी इनपुट)