पाकिस्तानी सेना के प्रमुख राहिल शरीफ ने दस आतंकियों की मौत की सजा की पुष्टि की है जिन्हें नागरिकों, पोलियो कार्यकर्ताओं और सशस्त्र बल कर्मियों की हत्याओं में शामिल होने के लिए सैन्य अदालतों ने यह सजा सुनायी थी। ये सभी आतंकवादी प्रतिबंधित आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के सदस्य हैं। सैन्य अदालतों ने त्वरित सुनवाई कर उन्हें दोषी ठहराया। सेना ने कहा, ‘ये आतंकी बेगुनाह नागरिकों, पोलियो कार्यकर्ताओं, एनजीओ कर्मचारियों, पुलिस अधिकारियों और सशस्त्र बल कर्मियों की हत्याओं सहित आतंकवाद से संबंधित नृशंस अपराधों में शामिल थे।’
उनके पास से आग्नेयास्त्र और विस्फोटक भी बरामद हुए थे। दिसंबर, 2014 में पेशावर में सेना द्वारा संचालित एक स्कूल में तालिबान द्वारा किए गए नरसंहार के बाद उनकी सुनवाई की प्रक्रिया तेज करने के लिए पाकिस्तान में सैन्य अदालतें गठित की गयी थीं। पेशावर के स्कूल में हुए नृशंस आतंकी हमले में 150 से अधिक लोग मारे गए थे जिनमें अधिकतर बच्चे थे।