फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह के गृहयुद्ध वाले बयान पर पाकिस्तान सक्रिय हो गया है। बता दें कि नसीरुद्दीन शाह ने धर्म संसद को लेकर अपने बयान में कहा था कि जो लोग मुसलमानों के नरसंहार की बात कर रहे हैं दरअसल वो देश में गृहयुद्ध का आह्वान कर रहे हैं। गौरतलब है कि इस बयान को पाकिस्तान में हाथों हाथ लिया जा रहा है।
पाकिस्तान के सरकारी ब्रॉडकास्टर रेडियो पाकिस्तान ने फिल्म अभिनेता शाह के बयान पर कहा कि भारत की मोदी सरकार फासीवादी है। रेडियो पाकिस्तान के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा गया है कि प्रसिद्ध भारतीय अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने फासीवादी मोदी के नेतृत्व वाली सरकार से मुसलमानों के नरसंहार को रोकने के लिए कहा है और चेतावनी दी है कि इस उत्पीड़न की वजह देश में गृहयुद्ध की स्थिति हो सकती है।
नसीरुद्दीन के बयान पर पाकिस्तान के सरकारी टीवी चैनल पीटीवी न्यूज ने भी अपने ट्वीट में लिखा कि अभिनेता नसीरुद्दीन शाह ने कहा कि “भारत में मुसलमानों को दोयम दर्जे का नागरिक बनाया जा रहा है। ऐसा हर क्षेत्र में हो रहा है।”
इसके अलावा पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक जफर हिलाली ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए एक ट्वीट में कहा कि अंतत: एक प्रमुख भारतीय शख्सियत नसीरुद्दीन शाह ने गृहयुद्ध की चेतावनी दी है जो टाला नहीं जा सकता। इसमें कोई दो राय नहीं है कि पाकिस्तान और दुनिया इस लड़ाई में किसके साथ होंगे।’
क्या था नसीरुद्दीन शाह का बयान: समाचार पोर्टल दी वायर के साथ एक इंटरव्यू में अभिनेता ने धर्म संसद के मुद्दे पर सीनियर जर्नलिस्ट करण थापर से बातचीत की थी। जिसमें उन्होंने कहा कि देश में जो कुछ हो रहा है, उससे हैरानी हो रही है। शायद उन्हें (धार्मिक नेता) इस बात की जानकारी नहीं कि वह किस बारे में बात कर रहे हैं, और किस चीज का आह्वान कर रहे है, यह गृहयुद्ध जैसा होगा।
उन्होंने कहा कि मुसलमानों में डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन उन्हें इसमें फंसना नहीं चाहिए। शाह ने कहा कि 20 करोड़ की आबादी को आप इस तरह से समाप्त करने की बात नहीं कर सकते हैं। अगर प्रतिशोध में कोई आंदोलन शुरू होता है तो सभी को भारी नुकसान होगा।