पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के परिवार ने उनके निधन को लेकर चल रही अफवाहों का खंडन किया है और कहा है कि फिलहाल पूर्व राष्ट्रपति की हालत नाजुक बनी हुई है। दरअसल, शुक्रवार को पाकिस्तान के वक्त न्यूज के हवाले से परवेज मुशर्रफ के निधन की खबरें आने लगी थीं। इसके बाद कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर भी ऐसी ही अफवाहें उड़ने लगी थीं, जिसके बाद पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति के परिवार ने उनके स्वास्थ्य के बारे में ताजा जानकारी दी है।

परवेज मुशर्रफ के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर उनके परिवार की तरफ से संदेश जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है, “”वह अब वेंटिलेटर पर नहीं हैं और अपनी बीमारी एमाइलॉयडोसिस के कारण पिछले 3 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती हैं। वह मुश्किल दौर से गुजर रहे हैं जहां रिकवरी संभव नहीं है और उनके अंग खराब हो रहे हैं। उनके लिए दुआ करें।”

इसके पहले, उनकी मौत की अफवाह फैल गई थी, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ का निधन हो गया। बताया जा रहा था कि 78 वर्षीय मुशर्रफ लंबे समय से बीमार चल रहे थे। इन रिपोर्ट्स में यह कहा गया था कि दुबई के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था, जहां शुक्रवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। हालांकि, अब मुशर्रफ के परिवार की तरफ से इस बात की जानकारी दी गई है कि उनकी हालत नाजुक है।

परवेज मुशर्रफ ने तख्ता पलट कर सत्ता हासिल की थी। मुशर्रफ 2001 से लेकर 2008 तक पाकिस्तान के राष्ट्रपति रहे। 11 अगस्त 1943 को दिल्ली में जन्मे मुशर्रफ को करगिल युद्ध के लिए जिम्मेदार माना जाता है। कहा जाता है कि सिविलियन सरकार की अनुमति के बिना मुशर्रफ ने करगिल में भारत के साथ युद्ध छेड़ दिया था।

तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के सहायकों का ये भी कहना है कि करगिल युद्ध के जरिए मुशर्रफ ने भारत और पाकिस्तान के बीच शांति वार्ता को भंग करने की कोशिश की। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गए थे।